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Monday, September 15, 2025
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जमीन पर अवैध कब्जे के मामले में अनुराग ठाकुर को हाई कोर्ट से झटका

शिमला।। हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट ने अनुराग ठाकुर, संजय शर्मा और गौतम ठाकुर द्वारा अपने खिलाफ धर्मशाला में दर्ज भ्रष्टाचार के मामले को रद करने जुड़ी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। अब धर्मशाला में विशेष न्यायाधीश कांगड़ा (धर्मशाला) के समक्ष इन सभी आरोपियों के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले पर मुकदमा चलेगा। इन सभी आरोपियों के खिलाफ निचली अदालत में चार्जशीट दायर हो चुकी है लेकिन हाईकोर्ट द्वारा आगामी ट्रायल पर रोक के कारण मामले पर सुनवाई नहीं हो पा रही थी।

यह है मामला
इस मामले में एचपीसीए के पदाधिकारियों पर आरोप हैं कि इन्होंने सरकारी अधिकारियों से मिल कर सरकारी भूमि पर बने सरकारी कॉलेज के भवन को गिरा कर उस भूमि पर नाजायज कब्जा किया और होटल बनाया। अब सभी आरोपियों के खिलाफ विशेष न्यायाधीश के समक्ष चलेगा ट्रायल।

गौरतलब है कि 3 अक्टूबर 2013 को सतर्कता विभाग धर्मशाला में अनुराग ठाकुर सहित अन्य एचपीसीए पदाधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया था। विस्तृत जांच के बाद 14 नवंबर 2014 को विशेष न्यायाधीश धर्मशाला के समक्ष आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया गया। एचपीसीए, अनुराग ठाकुर, संजय शर्मा और गौतम ठाकुर ने हाईकोर्ट में अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार में मुकदमे को खारिज करने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।

कोर्ट ने प्रार्थियों की दलीलों से असहमति जताते हुए उनकी याचिकाएं खारिज कर दीं। हालांकि कोर्ट ने अपने आदेशों में यह भी स्पष्ट किया कि निचली अदालत हाईकोर्ट द्वारा दिए गए इस फैसले से प्रभावित हुए बगैर ट्रायल को आगे बढ़ाए।

विस्तार से समझें:

विजिलेंस ब्यूरो की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया था कि HPCA ने कानून लीज़ पर मिली 50 हजार स्क्वेयर फुट जमीन के अलावा 3000 स्क्वेयर फुट एक्स्ट्रा जमीन पर एनक्रोचमेंट कर ली। यह जानकारी बाहर नहीं आती, अगर यूजीसी से फंडेड सरकारी कॉलेज इस स्टेडियम से न सटा होता। 2002 में धूमल सरकार अतिरिक्त जमीन अधिग्रहित करने में नाकाम रही, क्योंकि गवर्नमेंट पीजी कॉलेज के पास वह जमीन थी। मगर अपनी सेकंड टर्म (2008-12) में मुख्यमंत्री रहते हुए अपने बेटे के लिए इस समस्या का समाधान भी प्रेम कुमार धूमल ने कर दिया।

जब स्टेडियम बन रहा था, कॉलेज ने निर्माण के लिए NOC दे दिया था, मगर तीन शर्तें रखी थीं। पहली यह कि भविष्य में कॉलेज के विस्तार के  लिए पर्याप्त जगह रखी जाए। दूसरी यह कि कॉलेज के स्टूडेंट्स को स्डेडियम इस्तेमाल करने की इजाजत हो और तीसरी यह कि कॉलेज के लिए अलग से एंट्री रखी जाए ताकि इसकी पनी ऐक्टिविटीज़ में कोई दिक्कत न हो।

विजिलेंस के मुताबिक 2008 में धूमल ने अपने दूसरे कार्यकाल में कांगड़ा के डीसी के.के. पंत के साथ स्पेशल मीटिंग की, जिसका मकसद पीजी कॉलेज को खंडित और इस्तेमाल के लिए असुरक्षित घोषित करवाना था कि यह खिलाड़ियों के लिए भी खतरनाक है।

पंत और जिले के अन्य अधिकारियों ने मार्च 2008 में मीटिंग की और कॉलेज प्रिंसिपल को बिल्डिंग को अन्य जगह पर शिफ्ट करने का आदेवन करने को कहा। सरकारी कॉलेज में अब तक किसी ने शिकायत नहीं की थी कि बिल्डिंग जीर्ण हो चुकी है। मगर HPCA के अधिकारियों, जो उस मीटिंग में थे, ने कहा कि हम लोग बिल्डिंग की वजह से क्रिकेटर्स की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

इसके तुरंत बाद जिले के अधिकारियों ने बिल्डिंग को असुरक्षित घोषित कर दिया, जबकि यह 25 साल ही पुरानी थी और 2 साल पहले ही इसकी मरम्मत हुई थी। एजुकेशन डिपार्टमेंट ने कोई दखल नहीं दिया (इन्हें भी चार्जशीट में नामजद किया गया है।

जुलाई 2008 में अनुराग ठाकुर ने स्टेडियम के साथ 720 स्क्वेयर मीटर और जमीन मांगी, मगर इस जमीन पर कॉलेज की इमारत खड़ी थी। इस जमीन के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट द्वारा दी गई मंजूरी पर भी सवाल उठे हैं। चार्जशीट में कहा गया है कि वन विभाग ने 1980 में यहां 2000 पेड़ लगाए थे। मगर क्लियरेंस देते वक्त वन विभाग ने कहा कि जमीन बंजर है। (एचपीसीए पर 500 पेड़ काटने का आरोप है)।

इस पूरे मामले को समझने के लिए आप नीचे दिए आर्टिकल पढ़ सकते हैं। दूसरे वाले में आपको पता चलेगा किस कॉलेज भवन की बात हो रही है।

पढ़ें: यहां तक पहुंचने के लिए अनुराग ने किए हैं कई खेल

पढ़ें: धूमल पर लगे हैं बेटे की HPCA को गलत फायदा पहुंचाने के आरोप

वायरल हुई ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दे रही बच्ची की कविता

नाहन।। सिरमौर के हरिपुरधार की नन्ही बेटी निरुपमा शर्मा का एक कविता सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा अपने फेसबुक पेर पर पोस्ट की गई इस कविता को अब तक हजारों लोग देख चुके हैं और सैकड़ों शेयर भी कर चुके हैं। इसमें यह नन्ही सी बेटी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का संदेश दे रही है। इस कविता को देखने के बाद कॉमेंट करने वाले लोग कह रहे हैं कि वे भावुक हो गए।

कविता में एक बेटी अपने पिता से कुछ गुजारिश कर रही है। वह कह रही है कि पापा, मैं बोझ नहीं हूं, दुनिया को यह बात समझाओ तो। नीचे कविता देखें और शेयर करके ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि उन लोगों की मानसिकता बदले, जो बेटियों को बोझ समझते हैं:

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हिमाचल चुनाव में EVM की जगह बैलट पेपर इस्तेमाल हो: वीरभद्र सिंह

शिमला।। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मांग की है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इनका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। ईवीएम की जगह पर बैलट पेपर का इस्तेमाल हो।

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इससे पहले भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठा चुके हैं। 28 मार्च को उन्होंने कहा था कि ‘ईवीएम में कुछ गलत नहीं है लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी की एकतरफा जीत के बाद उनमें इस्तेमाल में लाए जाने वाले चिप को लेकर संदेह खड़ा हो गया है।’

हरिभूमि की रिपोर्ट के मुताबिक वीरभद्र सिंह ने इंडियन नैशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के मौके पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि यह बिल्कुल पक्का किया जाना चाहिए कि EVM के चिप में कुछ गड़बड़ न हो।

वीरभद्र से पहले ईवीएम को लेकर अन्य पार्टियां भी इस पर सवाल उठा चुकी हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में बैलट पेपर से वोटिंग कराने की मांग चुनाव आयोग से की थी मगर इसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था। सबसे पहले मायावती ने यूपी विधानसभा में करारी हार के बाद ईवीएम में गड़बड़ी की बात कही थी। इसके बाद अखिलेश यादव ने भी चिंता जताई थी।

सनी देओल ने बेटे की पहली फिल्म में ऐक्ट्रेस होंगी हिमाचल की सहर लांबा

शिमला।। यह हैं शिमला की रहने वाली सहर लांबा, जिन्हें सनी देओल ने अपनी हिंदी फिल्म ‘पल पल दिल के पास’ में मुख्य ऐक्ट्रेस के तौर पर चुना है। धर्मेंद्रा प्रॉडक्शन विजेता फिल्म के बैनर तले बन रही इस फिल्म में लीड रोल में सनी के बेटे कर्ण देओल निभाएंगे। सहर लांबा से पहले इस फिल्म में सैफ अली खान और अमृता सिंह की बेटी सारा को लिए जाने की चर्चा थी मगर अब खबर आई है कि सनी ने इस रोल के लिए शिमला की सहर को फाइनल किया है।

वैसे तो हिमाचल प्रदेश की वादियों में बहुत पहले से शूटिंग होती रही है और उनमें छोटी भूमिकाओं के लिए स्थानीय लोगों को भी मौका दिया जाता रहा है। मगर चर्चा है कि यह पहली ऐसी फिल्म है जिसमें हिमाचल के स्थानीय कलाकार पर्दे पर ज्यादा देर तक अभिनय करते नजर आएंगे।

sahar
सहर लांबा

फिल्म में जिन लोगों ऐक्टिंग करने का मौका मिलेगा, उनका चयन कर लिया गया है। ऐक्टर और ऐक्ट्रेस के माता-पिता की भूमिका भी स्थानीय कलाकार निभा रहे हैं। इस फिल्म में संगीत ए.आर. रहमान का होगा।

 

हिमाचल सरकार ने शराब के ठेके बचाने को 16 स्टेट हाइवे बना दिए जिला रोड

शिमला।। सुप्रीम कोर्ट के आदेश की काट निकालने के लिए अन्य राज्यों के नक्श-ए-कदम पर चलते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने शराब के ठेकों को बनाए रखने के लिए 16 स्टेट हाइवेज़ को जिला रोड घोषित कर दिया है। इस कदम के बाद अब राज्य की इन सड़कों से ज्यादातर ठेके नहीं हटेंगे। प्रदेश सरकार ने बुधवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के मुताबिक शराब के नैशनल हाइवे से 500 मीटर की दूरी और राज्य की सड़कों से 220 मीटर की दूरी पर ही होने चाहिए।

ठेके अपनी पहली वाली जगहों पर बने रहें, इसके लिए प्रदेश सरकार ने 16 स्टेट हाइवेज़ को जिला रोड में बदल दिया है।अमर उजाला अखबार के मुताबिक अतिरिक्त मुख्य सचिव (लोक निर्माण विभाग) ने अधिसूचना जारी करने की पुष्टि की है। स्टेट रोड का दर्जा कम किए जाने से केंद्र से सड़कों के निर्माण और रखरखाव के लिए केंद्रीय ग्रांट में कमी नहीं होगी। जितना पैसा राज्य सड़कों के लिए केंद्र सरकार जारी करती है, जिला सड़कों के लिए भी उसी हिसाब से राशि जारी होती है।

गौतलब है कि यह अधिसूचना जारी करने वाला PWD मंत्रालय मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने पास ही रखा है। पिछले कुछ दिनों से विपक्ष सवाल उठा रहा था कि वेबरेज कॉर्पोरेशन का गठन करने के पीछे मंशा क्या है। इसके जवाब में सीएम ने कहा था कि मेरा कोई भी रिश्तेदार शराब के कारोबार में शामिल नहीं है। उन्होंने विधायक महेंद्र सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों को नकारते हुए कहा कि बैवरेज कार्पोरेशन का गठन प्रदेश सरकार का एक क्रांतिकारी कदम है। इसके गठन से प्रदेश में शराब का कारोबार करने वाले 5 से 10 घरानों का एकछत्र राज खत्म हो गया है।

प्रदेश सरकार ने जिन स्टेट हाइजेव को डिस्ट्रिक्ट रोड्स में बदला है, उनके नाम इस तरह से हैं:
1. छैला- नेरीपुल- यशवंत नगर- ओछघाट- कुमारहट्टी
2. सैज- चौपाल- नेरवा – शाहलू
3. शालाघाट,- अर्की- कुनिहार- बरोटीवाला
4. शिमला- कुनिहार- राम शहर- नालागढ़
5. शिमला- तत्तापानी- मंडी
6. धर्मशाला- पालमपुर- चढ़ियार, संधोल
7. ज्वालामुखी- देहरा- राजा का तालाब
8. जोगिंदर नगर- सरकाघाट – घुमारवीं
9. मेहतपुर- ऊना- मुबारकपुर- दौलतपुर
10. पौंग डैम- फतेहपुर- जसूर
11. नुरपूर – लाहडू- तुनूहट्टी
12. ऊना- अगहर- बडसर- जाहू- भामला- नैरचौक
13. चंबा- तीसा
14, हमीरपुर- सुजानपुर- थूरल- मरांडा
15. शाहपुर, सिहुंता – चुवाड़ी
16. रानीताल – बत्ती मील (कोटला)

हिमाचल के सबसे ‘ऐक्टिव’ सांसद हैं अनुराग ठाकुर, शांता कुमार सबसे ‘सुस्त’

शिमला।। हिमाचल प्रदेश की चारों लोकसभा सीटें बीजेपी के पास हैं। 16वीं लोकसभा में अब तक के आंकड़ों की बात करें हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर सबसे तेज और कांगड़ा के सांसद शांता कुमार सबसे सुस्त नजर आते है। सांसदों के कामकाज का लेखा-जोखा देने वाली वेबसाइट prsindia.org के डेटा के मुताबिक अब तक अनुराग ठाकुर ने 51 डीबेट्स में हिस्सा लिया है और 304 सवाल पूछे हैं। मगर शांता कुमार ने एक भी चर्चा में हिस्सा नहीं लिया और सिर्फ 13 सवाल पूछे। ध्यान देने वाली बात यह है कि वेबसाइट के मुताबिक शांता कुमार ने आखिरी सवाल 4 अगस्त 2015 को पूछा था, जबकि अनुराग ठाकुर ने लेटेस्ट सवाल कुछ दिन पहले 22 मार्च 2017 (बजट सत्र) में पूछा है।

डिबेट्स में हिस्सा लेने और सवाल पूछने के मामले में पहली बार सांसद चुने गए मंडी के रामस्वरूप शर्मा भी शांता कुमार से आगे हैं। रामस्वरूप शर्मा 18 डिबेट्स में हिस्सा ले चुके हैं और 32 सवाल पूछ चुके हैं। अनुराग के बाद परफॉर्मेंस के मामले में शिमला के सांसद वीरेंद्र कश्यप आते हैं जिन्होंने 50 डिबेट्स में हिस्सा लिया है और 138 सवाल पूछे हैं। अनुराग ठाकुर और वीरेंद्र कश्यप ने अक्सर सवाल पूछे हैं। अनुराग ही एकमात्र ऐसे सांसद हैं जिनके सवालों की संख्या देश के अन्य सांसदों द्वारा सवाल पूछने के ऐवरेज (180 सवाल) से ज्यादा है। डीबेट्स के मामले में भी अनुराग नैशनल ऐवरेज (48.8) से आगे हैं।

अटेंडेंस की बात करें तो हिमाचल प्रदेश के सभी सांसदों की हाजिरी अच्छी है। सबसे ज्यादा हाजिरी वीरेंद्र कश्यप (93%) है और उसके बाद अनुराग ठाकुर (91%) है। फिर शांता कुमार (90%) और राम स्वरूप शर्मा (87%) का नंबर आता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि अनुराग ठाकुर ही हिमाचल के एकमात्र ऐसे सदस्य हैं जिन्होंने प्राइवेट बिल पेश किए हैं। उन्होंने 3 प्राइवेट बिल लाए मगर अन्य सांसदों ने एक भी प्राइवेट बिल पेश नहीं किया।

Name State Constituency Party Attendance Percent Debates Total Questions Asked Private Member Bills
Anurag Singh Thakur Himachal Pradesh Hamirpur Bharatiya Janata Party 91% 51 304 3
Ram Swaroop Sharma Himachal Pradesh Mandi Bharatiya Janata Party 87% 18 32 0
Shanta Kumar Himachal Pradesh Kangra Bharatiya Janata Party 90% 0 13 0
Virender Kashyap Himachal Pradesh Shimla Bharatiya Janata Party 93% 50 138 0

(Data PRS India से साभार)

गौरतलब है शांता कुमार से भी ज्यादा खराब स्थिति बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की है जिन्होंने 1 ही डीबेट में हिस्सा लिया है। उन्होंने अब तक एक भी सवाल नहीं पूछा है और न ही कोई प्राइवेट बिल इंट्रड्यूस किया है। लोकसभा में सत्ताधारी पार्टी के वरिष्ठ सांसद अगर डिबेट्स में हिस्सा न लें तो यह एक तरह से नुकसान है क्योंकि वह अपने अनुभव से बहुत कुछ सिखा सकते हैं। यह भी हो सकता है कि पार्टी युवा सांसदों को ज्यादा मौके देना चाहती हो। मगर जनता से जुड़े सवाल पूछने में तो किसी तरह की हिचक नहीं होनी चाहिए। जब अनुराग और वीरेंद्र कश्यप मिलाकर 400 से ज्यादा सवाल पूछ सकते हैं, वहां शांता कुमार और रामस्वरूप शर्मा द्वारा मिलकर 45 सवाल पूछना थोड़ा अजीब लगता है।

देश के सबसे वरिष्ठ सांसदों में से एक का ऐसा प्रदर्शन निराश करने वाला है, वह भी तब जब उनका इतिहास रहा हो तथ्यों और तर्कों से भरी बातें करके जनता के हितों को उठाने का। अगर आप भी सांसदों का लोकसभा में किया गया प्रदर्शन देखना चाहते हैं तो आगे दिए लिंक पर क्लिक करें: PRS INDIA

हिमाचल की असली ‘ब्रैंड ऐंबैसडर’ है यह बच्ची

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इन हिमाचल डेस्क।। आज हम आपको मिलवाने जा रहे हैं हिमाचल प्रदेश की बेटी अनिका शर्मा से। यूट्यूब पर हिमाचल को लेकर कुछ सर्च करते वक्त हमें अनिका का यूट्यूब चैनल नजर आएगा। आत्मविश्वास से भरी अनिका ने यूट्यूब पर कुछ वीडियो डाले हैं जिनमें वह हिमाचल में विभिन्न जगह पर घूमते हुए कॉमेंट्री कर रही हैं और उन जगहों के बारे में बता रही हैं। वह बाहर के लोगों को हिमाचल में घूमने के लिए प्रेरित कर रही हैं। सही मायनों में कहें तो वह हिमाचल प्रदेश के टूरिजम को प्रमोट कर रही हैं। और इतनी खूबसूरती से वह हिमाचल के प्राकृतिक सौन्दर्य का वर्णन करती हैं हर कोई चाहेगा कि एक बार हिमाचल हो ही आऊं। खास बात यह है कि वह टूरिजम के लिए पहले से ही मशहूर जगहों की बात नहीं करतीं बल्कि गांव की सादगी और हिमाचल की असली सुंदरता का वर्णन करती हैं।

शुरुआत होती है एक ऐसे वीडियो से जिसमें वह हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ की खूबसूरती के बारे में बता रही हैं। इतनी मासूमियत से वह बताती हैं कि हिमाचल के लोगों को लगता होगा कि बाहर जाकर रहें मगर उन्हें शायद अहसास नहीं है कि असली स्वर्ग हिमाचल में है। बहरहाल, आप नीचे वीडियो देखें:

अनिका के बारे में हमें ज्यादा जानकारी तो नहीं मिल पाई मगर यूट्यूब वीडियो देखकर लगता है कि वह अभी स्कूल में पढ़ती होंगी। मगर हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषाओं पर तो उनकी पकड़ है ही, ऐंकरिंग के स्वाभाविक स्किल्स भी हैं। देखें दूसरा वीडियो:

इस वीडियो में अनिका पालमपुर के होली मेले के बारे में बता रही हैं:

मां चामुंडा के मंदिर में अनिका ने वहां के बारे में तो बताया ही, दूर से आए श्रद्धालुओं से भी बात की:

यह निश्चित है कि वह बहुत आगे जाएंगी और हिमाचल प्रदेश का नाम भी रोशन करेंगी। पता नहीं हिमाचल प्रदेश का टूरिजम डिपार्टमेंट कहां सोया है, मगर हिमाचल प्रदेश वासी चाहें तो वे खुद अपने प्रदेश के टूरिजम के ‘ब्रैंड ऐंबैसडर’ बन सकती हैं, जैसे अनिका बनी हैं। इन हिमाचल की तरफ से उन्हें शुभकामनाएं।

कौन था आधी रात को झरने के पास मिला सफेद कपड़ों वाला लंबा सा आदमी?

#HorrorEncounterSeason2 मेरा नाम अक्षय वर्मा है और मैं शिमला से हूं। बात साल 2009 की है जब मैं 7th क्लास में था। आज भी मुझे अच्छी तरह याद है मैं और मेरी छोटी बहन घर में अकेले थे। हमारी किरायेदार जिनका नाम सपना है, उन्हें रात को हमारे साथ रहने के लिए रखा गया था क्योंकि ममी-पापा गांव गए हुए थे। हमें नींद नहीं आ रही थी। रात को हम बातें कर रहे थे और टीवी देख रहे थे। 12.30 बज गए रात को दीदी ने कहा कि सो जाते हैं, टाइम बहुत हो गया। उन्होंने कहा कि ये टाइम भूतों का होता है रात 12 से 3 बजे तक। हम भी डर गए लेकिन मेरी छोटी बहन बड़ी शैतान थी। उसने कहा कि कोई किस्सा सुना दो भूतों का, हमें नींद नहीं आ रही। दीदी मना किया मगर हम जिद पर अड़े रहे। फिर उन्होंने उनके चाचा जी के साथ गांव में हुई घटना हमें सुनाई।

सपना दीदी के चाचा राम सिंह ठाकुर अपनी पत्नी के साथ ससुराल गए हुए थे जो कि उनके घर से थोड़ी ही दूरी पर है। कुछ ही किलोमीटर। गांव के लोग आसपास के गांव में ही शादियां करते थे उन दिनों ताकि आना-जाना आसान रहे और रीति-रिवाजों में भी दिक्कत न हो। तो रात को 11-12 हज रहे होंगे जब वो अपने घर चलने लगे। उन्होंने पत्नी से कहा कि तुम सुबह आ जाना मैं चलता हूं क्योंकि बच्चे घर पर अकेले हैं। सबने कहा कि मत जाओ मगर वे चल दिए।

आसमान में चांदनी के सहारे चलते जा रहे थे। चलते-चलते थक गए तो रास्ते में एक पानी के झरने के पास आराम करने बैठ गए। वहां उन्हें सफेद कपड़ों में लंबा सा कोई इंसान दिखा। हिम्मत तो काफी थी उनमें। उन्होंने रौब भरी आाज में पूछ डाला- कौन है भाई कहां जा रहा है? उधर से आवाज आई- जहां तुम्हें जाना है।

राम सिंह जी का गांव राणाघाट जो कि तहसील राजगढ़, जिला सिरमौर के थे, उनके गांव में मां काली का मंदिर था। उन्होने जवाब दिया कि चल फिर, तुझे आज काली माता के मंदिर ले जाता हूं, चल मेरे साथ। ये बोलकर वो आगे बढ़ गए। थोड़ी देर में उन्होंने देखा कि सफेद कपड़ो वाला उनके आगे चल रहा है। यह देखकर वो रुक गए। पता नहीं उन्हें क्या लप चढ़ी की दौड़कर आगे गए और सफेद कपड़े वाले को पकड़कर गांव की तरफ खींचने लगे। इसके बाद उन्हें जाने क्या हुआ कि बेहोश हो गए। थोड़ी देर बाद उन्हें होश आया तो देखा कि आसपास कोई नहीं है। वह उठे और अपने घर चले गए।

सुबह होते ही वह अपने घर से निकले और जो भी जानकार मिले, उससे कहते- मैं जा रहा हूं, मेरे बच्चों का ख्याल रखना। पड़ोसियों को ये बात अजीब लगी तो उन्होंने राम सिंह जी के बड़े भाई को बताई कि ऐसे वो निकल गया है ऐसी बातें करके। तो राम सिंह के बड़े भाई और हमें कहानी सुना रही दीदी के पिता स्कूटर लेकर उस तरफ चले जहां उनका छोटा भाई गया हुआ था। आधे रास्ते में उन्होंने देखा कि उनका भाई राम सिंह रास्ते में पागलों की तरह व्यवहार कर रहा है। उसे उन्होंने रोका औऱ जैसे-तैसे स्कूटर पर बिठाने की कोशिश करने लगे पर वह नहीं माने। पूरा गांव इकट्ठा हो गया और उन दोनों की बुजुर्ग मां भी वहां आ गई।

मां ने कड़क स्वर में कहा, “तूने जाना है तो जा, मैं तुझे अपने बेटे को नहीं ले जाने दूंगी।’ दरअसल मां को अहसास हो गया था कि उनका बेटा किसी और ताकत के वश में है। यह संवाद उस ताकत के लिए ही था। इतने में मां को काली माता की खेल आई (माता आना) और उन्होंने राम सिंह का सिर पकड़कर अपने कदमों में झुका दिया। इससे पहले उस बुजुर्ग महिला को खेल आने की कोई हिस्ट्री नहीं थी। तो जैसे ही मां ने ऐसा किया, भी सिंह चिल्लाने लगा कि मुझे जाने दो। इतने में गांव के लोग पकड़कर घर ले गए और रस्सियों से बांध दिया गया राम सिंह को। कहीं अकेले नहीं जाने दिया जाता।

उन्हें नॉर्मल होने में कई साल लगे। न जाने कितनी तांत्रिक आए, कितने उपाय किए गए उनके अंदर से उस रूह को निकालने के लिए। पर वो कहते हैं न कि भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं। वह अब ठीक हो चुके हैं। एकदम सामान्य, जैसे वह इस घटनाक्रम से पहले थे।

तो दीदी ने यह कहानी सुनाई और हम सब डर के मारे दुबककर सो गए।

हॉरर एनकाउंटर सीरीज के किस्से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

(लेखक का नाम हमने नहीं बदला है मगर अन्य पात्रों का नाम बदल दिया है )

DISCLAIMER: इन हिमाचल का मकसद अंधविश्वास को बढ़ावा देना नहीं है। हम लोगों की आपबीती को प्रकाशित कर रहे हैं, ताकि अन्य लोग उसे कम से कम मनोरंजन के तौर पर ही ले सकें और उनके पीछे की वैज्ञानिक वजहों पर चर्चा कर सकें।

1100 तक के पहाड़े (टेबल) सुना सकता है हिमाचल का संतोष कुमार

इन हिमाचल डेस्क।। इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक लड़का पहाड़े, जिन्हें इंग्लिश में टेबल (multiplication table) कहा जाता है, सुना रहा है। कमाल की बात यह है कि यह लड़का 10 या 20 का नहीं बल्कि 36, 76 और 189 जैसे बड़े पहाड़े भी आसानी से सुना सकता है। आप इससे कुछ भी पूछ लीजिए, तुरंत सुना देगा। आलम यह है कि आप 1100 तक के पहाड़े इन जनाब से पूछ सकते हैं और मुस्कुराते हुए सुना देंगे। ऐसा भी नहीं लगता कि उन्हें पहाड़े सुनाते हुए कोई दिक्कत हो रही हो। हमें कोई कहे कि 79 x 2 करो तो हमें कम से कम 5 मिनट लगेंगे मन में 79 को 2 गुणा करने में। मगर इन जनाब को अगर आप 978 x 7 करने को बोलेंगे तब भी 2 सेकंड में जवाब बता देंगे।

 

इस टैलंट का नाम है संतोष कुमार। संतोष आईटीआई कर रहे हैं। वीडियो के मुताबिक वह अपर बरोट के रहने वाले हैं। यह वाकई कमाल का टैलंट है कि किसी व्यक्ति को 1100 तक के पहाड़े याद हों। यह आसान काम नहीं है क्योंकि रटने की बात नहीं है। इतनी बड़ी संख्या का पहाड़ा तो खरीदने पर भी नहीं मिलता। अगर संतोष ने यह काम खुद अंकों को गुणा करके पहाड़ा बनाकर याद किया तो काबिल-ए-तारीफ है। और अगर वह तुरंत ही सुनाते वक्त मन में गुणा करते हुए चलते हैं तो उनकी वाकई दाद देनी होगी।

 

बहरहाल, नीचे देखें आप संतोष का हुनर, जिसका किसी ने वीडियो बनाकर अपलोड किया है। ‘प्यारा हिमाचल’ पेज पर शेयर वीडियो को हम नीचे दे रहे हैं:

संतोष को शुभकामनाएं। उन्होंने ये पहाड़े कैसे याद किए, इसका कोई आसान तरीका हो जिसे वह साझा कर सकें तो खुशी होगी। इससे बहुत से बच्चों को पढ़ाई में मदद मिलेगी।

हिमाचल में शूट हुई इंग्लिश मूवी Beyond The Known World का ट्रेलर देखा आपने?

इन हिमाचल डेस्क।। हिमाचल प्रदेश हमेशा से ही पूरी दुनिया को अपनी ओर खींचता रहा है। कुछ लोग यहां आध्यात्मिक शांति की तलाश में आते हैं तो कुछ प्राकृति सौंदर्य को निहारने। अब बहुत से लोग नशा करने और के लिए आने लगे हैं। मगर अच्छी बात यह है कि इंटरनैशनल मूवी मेकर्स के लिए भी हिमाचल प्रदेश फेरविरट डेस्टिनेशन बनता आ रहा है। जल्द ही आपको एक इंग्लिश मूवी देखने को मिलेगी, जिसकी शूटिंग हिमाचल में हुई है। मूवी का नाम है- बियॉन्ड द नोन वर्ल्ड यानी जिस दुनिया को हम जानते हैं, उससे परे। (ट्रेलर आर्टिकल के आखिर में है)

कहानी ऐसी है कि कार्ल और जूली का तलाक हो गया और उनके आपकी रिश्ते ठीक नहीं है। उनकी 18 साल की बेटी ईवा घूमने के लिए भारत आती है। भारत में भी वह हिमाचल आती है। कुछ दिनों बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो जाता है। पैरंट्स परेशान होते हैं तो उसे ढूंढने के लिए हिमाचल आते हैं। यहां भी उन्हें उसका कोई पता नहीं चलता। अब कार्ल और जूली अपनी बेटी की तलाश शुरू करते है। बेटी की तलाश में उन्हें हिमाचल प्रदेश और विभिन्न जगहों पर जाना पड़ता है>।

गुजरात में जन्मे भारतीय फिल्म डायरेक्टर पान नलिन इंटरनैशनल सिनेमा में जाना-पहचाना नाम हैं। वह संसारा, वैली ऑफ फ्लावर्स और आयुर्वेदा: आर्ट ऑफ बीइंग जैसी चर्चित फिल्में बना चुके हैं। उनकी नई फिल्म ‘बियॉन्ड द नोन वर्ल्ड’ देखने पर कहीं न कहीं पूर्वजन्म और अध्यात्म जैसे विषयों पर आधारित लग रही है। इसकी ज्यादातर शूटिंग हिमाचल में हुई है। कुल्लू के ढालपुर मैदान के कुल्लू दशहरा से लेकर कसोल में रेव पार्टीज़, धर्मशाला से लेकर लाहौल-स्पीति से बौद्ध मठों तक के दर्शन इसमें होते हैं।

HP

हिमाचल प्रदेश की प्राकृति खूबसूरती तो इसमें दिखती ही है, कला और संस्कृति की भी झलक मिलती है। यह भी देखना होगा कि हिमाचल प्रदेश में व्याप्त बुराइयों (नशाखोरी, ड्रग्स के कारोबार और इन समस्याओं को लेकर पुलिस की ढिलाई) को भी हाइलाइट किया गया है नहीं। यह फिल्म 20 अप्रैल को रिलीज होगी। इसमें आपको भारत और हिमाचल के कुछ कलाकार भी देखने को मिल सकते हैं।  नीचे ट्रेलर देखें: