शिमला।। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मांग की है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में इनका उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। ईवीएम की जगह पर बैलट पेपर का इस्तेमाल हो।
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इससे पहले भी ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठा चुके हैं। 28 मार्च को उन्होंने कहा था कि ‘ईवीएम में कुछ गलत नहीं है लेकिन उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी की एकतरफा जीत के बाद उनमें इस्तेमाल में लाए जाने वाले चिप को लेकर संदेह खड़ा हो गया है।’
हरिभूमि की रिपोर्ट के मुताबिक वीरभद्र सिंह ने इंडियन नैशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के मौके पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि यह बिल्कुल पक्का किया जाना चाहिए कि EVM के चिप में कुछ गड़बड़ न हो।
वीरभद्र से पहले ईवीएम को लेकर अन्य पार्टियां भी इस पर सवाल उठा चुकी हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव में बैलट पेपर से वोटिंग कराने की मांग चुनाव आयोग से की थी मगर इसे चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया था। सबसे पहले मायावती ने यूपी विधानसभा में करारी हार के बाद ईवीएम में गड़बड़ी की बात कही थी। इसके बाद अखिलेश यादव ने भी चिंता जताई थी।