धर्मशाला।। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में बरसात और कोरोना के चलते सड़कों की हालत से ज्यादा विपक्ष की दशा खराब है।
सीएम ने कहा, “लॉकडाउन के कारण करीब तीन महीने प्रदेश का विकास प्रभावित हुआ है। बरसात का मौसम जाते ही विकास कार्यों और सड़कों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया जाएगा।”
कांगड़ा प्रवास पर आए मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में कहा कि विभाग खराब सड़कों को ठीक करने के लिए टेंडर तैयार कर ले। इस दौरान सीएम ने कहा कि सरकार सड़कों पर विशेष ध्यान दे रही है।
कांगड़ा।। भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने खुद को 14 दिनों के लिए क्वारन्टीन कर लिया है। उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से भी अनुरोध किया है कि ‘वह इस कोरोना सकंट में अपना प्रवास कम से कम करें और जहां कहीं आवश्यक हो, वहां नियमों का सख्ती से पालन करें।’ दरअसल सीएम के कांगड़ा प्रवास को लेकर उन्होंने यह टिप्पणी की है।
शांता कुमार के अनुसार, कल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप उनसे मिलने के लिये आये थे। वे शिमला में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के साथ मिले थे। सुखराम परिवार सहित सक्रंमित पाए गए हैं। उसके बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष उन्हें और पूर्व प्रेम कुमार धूमल को मिले हैं। ऐसे में सावधानी बरतते हुए शांता ने खुद को क्वारन्टीन कर लिया है।
शांता कुमार ने सभी नेताओं से अपील की है कि ‘इस कोरोना संकट के समय सावधानी 100 नहीं 200 फीसद करने की आवश्यकता है।’ उन्होंने कहा है कि इन नियमों को बड़े-बड़े नेता ही तोड़ रहे है और जलूस निकाल रहे हैं जबकि प्रतिदिन कोरोना का संकट बढ़ता ही जा रहा है।
शांता ने कहा कि उन्हें ‘इस बात की भी चिंता है कि सभी नेता अपने भाषणों में सावधानी की बात कर रहे हैं परंतु अपने व्यवहार में पूरी लापरवाही कर रहे हैं। उन्हें यह लापरवाही बहुत मंहगी पड़ सकती है। उन्होंने कहा है कि जरूरत हो तो ज़रूरी काम के लिए उनके कार्यालय के फोन पर संपर्क कर सकते हैं।’
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी अनुरोध किया है कि वह इस कोरोना सकंट में अपना प्रवास कम से कम करें और जहां कहीं आवश्यक हो वहां नियमों का सख्ती से पालन करें। उन्होंने याद दिलाया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर शिलान्यास के दौरान भी इस सावधानी की बात बड़े आग्रह से कही थी।
बेबाक बातों के लिए पहचाने जाने वाले शांता कुमार की चिंता जायज भी नजर आती है क्योंकि नए मंत्री सुखराम चौधरी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद आज मंत्री महेंद्र सिंह ने मंडी जिले में एक बड़े जनसमूह के बीच कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
महेंद्र ठाकुर को राजस्व विभाग मिलने का जश्न मनाने के लिए मंडी के जोगिंदर नगर सामुदायिक भवन में सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी।…
शिमला।। शिमला के छराबड़ा स्थित अपने घर आने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने जिला प्रशासन से अनुमति मांगी है। कोविड-ई पास रजिस्ट्रेशन के तहत किए आवेदन में प्रियंका और उनके बच्चों के अलावा कुल 12 नाम शामिल हैं जो 10 अगस्त को शिमला आना चाहते हैं।
इस बारे में डीसी शिमला अमित कश्यप ने बताया कि आवेदन में कुछ दस्तावेज अधूरे हैं, इसलिए अभी आने की अनुमति नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि वह कोविड महामारी के दौर में छराबड़ा स्थित नए आशियाने में कुछ समय बिताएंगी।
प्रियंका का घर
हिमाचल में दिल्ली के सभी जिलों को कोविड के हैवी लोड वाले शहरों की सूची में डाला गया है। ऐसे में प्रियंका व उनके साथ के लोगों को कोविड निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट साथ लानी होगी। रिपोर्ट न होने पर नियमानुसार उन्हें संस्थागत क्वारंटीन होना पड़ सकता है।
शिमला।। हिमाचल प्रदेश में शिक्षा विभाग की हालत क्या है, इसका पता इस बात से लगाया जा सकता है कि उसे यही नहीं पता कि प्रदेश में कितने पीटीए टीचर हैं। यह बात उस आधिकारिक पत्र से पता चलती है जो सेक्रेटरी हायर एजुकेशन ने डायरेक्टर हायर एजुकेशन और डायरेक्टर एलिमेंट्री एजुकेशन को लिखा है। इसमें सही संख्या बताने को कहा गया है क्योंकि वित्त विभाग को इस संबंध में इंतजाम करने के लिए जो जानकारी भेजी गई थी, उसमें अध्यापकों की संख्या को लेकर कई गड़बड़ियां हैं।
दरअसल सरकार ने पीटीए, पैट और पैरा टीचर्स को रेग्युलर कर दिया गया है। लंबे समय से पीटीए टीचर्स खुद को रेग्युलर किए जाने की मांग कर रहे थे। इसके लिए इन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई भी लड़ी है। सरकार ने जून महीने में ही इसे सैद्धांतिक मंजूरी दे दी थी और अब जाकर इसकी अधिसूचना जारी हुई है।
पात्रता पूरी करने वाले पीटीए अध्यापक ही होंगे रेग्युलर
गौरतलब है कि पीटीए टीचर्स वो अध्यापक हैं जो बिना किसी कमिशन या एग्जाम के सरकारी स्कूलों में पैरंट्स टीचर्स एसोसिएशन के जरिये रख लिए गए थे (आजकल पीटीए की जगह स्कूलों में एसएमसी होती हैं)। पहले सरकार इन्हें ग्रांट इन एड में ले आई थी। अब, जबकि इन्हें रेग्युलर करने की घोषणा की गई तो वित्त विभाग को इनके वेतन आदि का इंतज़ाम करना होगा। लेकिन वित्त विभाग को शिक्षा विभाग से जानकारी मिली, उसमें अध्यापकों की संख्या ही सही नहीं थी।
अब सेक्रेटरी हायर एजुकेशन ने डायरेक्टर हायर एजुकेशन और डायरेक्टर एलिमेंट्री एजुकेशन को पत्र भेजकर कहा है, “वित्त विभाग ने पाया है कि विभाग ने पीटीए अध्यापकों की जो संख्या बताई है वो सटीक नहीं है और अलग-अलग है। एक जगह पीटीए अध्यापकों की संख्या 4974 और 1342 (कुल 6316) बताई गई है। वहीं दूसरी जगह यह संख्या 2374 (हायर) और 4064 (एलिमेंट्री) बताई गई है जो कुल मिलाकर 6438 होती है। वहीं चंद्र मोहन नेगी के केस में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पैरा 9 में यह संख्या 6799 बताई गई है। इसलिए डायरेक्टर हायर एजुकेशन और डायरेक्ट एलिमेंट्री एजुकेशन को निर्देश दिया जाता है कि वे इस संबंध में सही संख्या बताएं कि कितने अध्यापकों को रेग्युलर करना है। इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारी का नाम भी भी भेजें।”
शिक्षा सचिव का पत्र
यह पत्र पांच अगस्त, 2020 को जारी हुआ है। पीटीए टीचर्स का मुद्दा काफ़ी पुराना है और इनका मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा है। अब सरकार की ओर से इन्हें रेग्युलर तक करने का एलान कर दिया गया है, फिर भी शिक्षा विभाग को इनकी संख्या ही नहीं पता कि कितनों को पक्का किया जाना है। सवाल उठ रहा है कि अभी तक शिक्षा विभाग क्या कर रहा था?
शिमला।। हिमाचल प्रदेश पुलिस ने उस शख्स को ढूंढने का दावा किया है जिसने वेंटिलेटर खरीद में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इस संबंध में सीएम ने कहा था कि गुमनाम लेटर लिखने वाले शख्स ने झूठे आरोप लगाए हैं और उसे पाताल से भी ढूंढ निकाला जाएगा।
अब हिमाचल पुलिस ने चंडीगढ़ के खरड़ में एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की है और कुछ दस्तावेज भी बरामद किए हैं। प्रदेश पुलिस ने इस संबंध में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को लगभग 2 महीने की जांच के बाद ये कामयाबी हाथ लगी है। प्रदेश पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान इस बात का खुलासा किया है।
कुंडू ने बताया कि कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा वैंटिलेटर खरीद को लेकर एक पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री को शिकायत मिली थी, जिसमें वैंटिलेटर को घटिया किस्म का बताया गया था। इसकी स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी जांच की गई लेकिन उसमें कोई अनियमितता नहीं पाई गई, जिसके बाद सरकार ने पत्र की जांच पुलिस को सौंपी और 2 महीने बाद मोहाली की कंपनी में काम करने वाले एक व्यक्ति को पकड़ा है।
संजय कुंडू
डीजीपी ने बताया कि इस शख्स को कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया था। इसी रंजिश में व्यक्ति ने यह पत्र हिमाचल सरकार को लिखा था। पुलिस ने व्यक्ति को फिलहाल जमानत पर छोड़ दिया है और आगामी जांच चल रही है। हालांकि, इस सम्बंध में अभी आरोपी का पक्ष सामने नहीं आया है।
कांगड़ा।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुधवार सुबह 12 बजे के करीब अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखेंगे। बीजेपी के लिए यह दिन खास है क्योंकि 31 साल पहले बीजेपी ने पालमपुर में राम मंदिर बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। 11 जून, 1989 को पारित प्रस्ताव के बाद बीजेपी ने राम मंदिर बनाने के लिए अभियान शुरू किया था।
बीजेपी नेता और हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने कहा है कि ‘5 अगस्त अयोध्या में राम मन्दिर का शिलान्यास भारत के इतिहास में हमेशा सुनहरी अक्षरों में लिखा जाएगा।’ उन्होंने लिखा है, “500 वर्षों के लंबे संघर्ष, बलिदान और अदालतों में मुकदमेबाजी के बाद प्रभु राम के मन्दिर का निर्माण षुरू हो जाएगा। यह अवसर हिमाचल प्रदेश के लिए और विशेष कर पालमपुर के लिए भी बहुत अधिक महत्वपूर्ण है।”
शांता कुमार बताते हैं, “भारतीय जनता पार्टी ने 11 जून 1989 को इसी पालमपुर में वह ऐतिहासिक प्रस्ताव पास किया था जिसके बाद राम मन्दिर आन्दोलन में भाजपा पूरी शक्ति के साथ लगी थी। श्री लाल कृष्ण अडवाणी जी ने ऐतिहासिक रथ यात्रा की थी। कई प्रकार के संघर्ष हुए और अन्त में सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद 5 अगस्त को राम मन्दिर का शिलान्यास हो रहा है।”
शांता कुमार | Image Courtesy: Shanta Kumar / HP Govt
शान्ता कुमार लिखते हैं, “कार्य समिति की बैठक के अन्त में पालमपुर में एक ऐतिहासिक रैली हुई थी। इतने अधिक लोग थे कि बाजार तक लाऊड स्पीकर व्यवस्था करनी पड़ी थी। उसके बाद मैंने पालमपुर से शिमला तक ऐतिहासिक यात्रा की फिर लोकसभा का चुनाव हुआ और उसके कुछ दिन बाद हिमाचल विधानसभा का चुनाव हुआ था जिसमें भाजपा की ऐतिहासिक जीत मिली। मैं दूसरी बार मुख्यमंत्री बना था।”
कांगड़ा।। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा बगवां में एक लड़की के यौन उत्पीड़न का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का कहना है इस घटना में नाबालिग लड़की के साथ इन लोगों ने बलात्कार भी किया है।
पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है जो एक ही गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने ये भी कहा है कि जो कोई इन लोगों द्वारा बनाया गया वीडियो शेयर करेंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया है कि यह पूरा मामला इसी साल जुलाई महीने की चार तारीख का है।
लड़की एक लड़के के साथ स्कूटी से जा रही थी तभी कुछ लड़कों के समूह ने उन्हें घेर लिया। ये लोग लड़का-लड़की से पूछताछ करने लगे और धमकाने लगे। इसके बाद उन्होंने लड़के को पीटा और लड़की के साथ बलात्कार किया। यही नहीं, इन्होंने वीडियो भी बना लिया। इन्होंने धमकी दी कि अगर किसी को जानकारी दी तो इस वीडियो को लीक कर देंगे।
प्रतीकात्मक तस्वीर
एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया है कि आरोपी लड़के पीड़िता के गांव के ही रहने वाले हैं। एसपी ने बताया कि इन सभी के खिलाफ गैंगरेप और प़ॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस घटना के बाद यह भी चर्चा है कि आरोपी पहले भी कई लड़कियों को निशाना बना चुके हैं और अगर पुलिस सही से पड़ताल करे तो इनकी और करतूतें सामने आ सकती हैं।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में ऐसे समूह सक्रिय हैं जो एकांत में बैठे कपल्स को निशाना बनाते हैं। इनमें कई बार पर्यटकों को भी निशाना बनाया जाता है। कांगड़ा के परौर और पंचरुखी में भी इसी तर्ज पर लड़कियों के उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाएं सामने आई थीं।
नई दिल्ली।। चीनी स्मार्टफ़ोन कंपनी वीवो ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल की इस साल की स्पॉन्सरशिप से हटने का फैसला किया है। दरअसल पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सैनिकों के शहीद होने से भारत में चीन और चीनी कंपनियों को लेकर नाराजगी का मौहाल देखा जा रहा था।
वीवो इंडिया आईपीएल की स्पॉन्सर होने का भी विरोध किया जा रहा था। यह विरोध उस समय तेज हो गया था जब रविवार को इस साल के आईपीएल का आयोजन यूएई में करवाने का एलान किया गया। अब वीवो ने खुद इस साल आईपीएल की स्पॉन्सरशिप से पीछे हटने का फैसला किया है।
वीवी ने 2018 में पांच साल के कॉन्ट्रैक्ट के तहत 2,199 रुपये चुकाए हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट 2023 तक किया गया है। कुछ दिन पहले जब पत्रकारों ने इस संबंध में बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल से बात की थी तो उनका कहना था- वीवो की स्पॉन्सरशिप से भारत को ही फ़ायदा है।
वीवो इंडिया
रविवार को बीसीसीआई ने कहा था कि इस साल होने जा रहे खेलों में सभी स्पॉन्सर बने रहेंगे। आईपीएल का 2020 सीज़न 19 सितंबर से 10 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में होने जा रहा है।
आईपीएल के मैच तीन जगह खेले जाएंगे- दुबई, शारजाह और आबु धाबी। हालांकि, इसके लिए सरकार की ओर से मंजूरी मिलना बाकी है।
शिमला।। यूपीएससी सिविल सर्विसेज़ 2019 का रिजल्ट आ गया है। इसमें हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले संबंध रखने वालीं मुस्कान जिंदल ने 87वां रैंक हासिल किया है। 22 साल की मुस्कान ने पहले ही प्रयास में यह परीक्षा पास की है।
मुस्कान जिंदल बद्दी की रहने वाली हैं। वह यहीं के एक निजी स्कूल से पढ़ी हैं। उन्होंने 10वीं और 12वी की परीक्षाओं में भी स्कूल में टॉप किया था। 12वीं उन्होंने 96 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। इसके बाद 2018 में उन्होंने चंडीगढ़ से बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई की है।
मुस्कान जिंदल
मुस्कान के पिता पवन जिंदल कारोबारी हैं और उनकी माता गृहिणी हैं। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि उनकी बेटी बचपन से ही आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं।
मुस्कान ने खुद मेहनत करके यह उपलब्धि हासिल की है और ज्यादातर पढ़ाई घर पर ही की थी। परिवार खुश हैं और करीबी लोग घर पर फ़ोन करके बधाइयां दे रहे हैं।
मंडी।। नेरचौक के लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच करने वाली लैब को अगले दो दिनों के लिए बंद करना पड़ा है। यह मंडी जिले की इकलौती टेस्टिंग लैब है जो आसपास के जिलों से आने वाले सैंपल्स की भी जांच करती है। मगर इसी लैब के एक कर्मचारी को कोविड संक्रमित पाया गया है।
लैब अटेंडेंट के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद यहां करीब 500 सैंपल्स बेनतीजा लटक गए हैं। यहां मंडी के अलावा कुल्लू और लाहौल स्पीति के सैंपल भी आते हैं मगर अब उन्हें हमीरपुर या शिमला भेजा जाएगा।
अन्य जिलों के सैंपल भी आते हैं नेरचौक
मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉक्टर जीवानंद चौहान ने बताया कि लैब को एहतियातन बंद किया गया है। उनका कहना है कि सैनिटाइज़ेशन और अन्य ज़रूरी उपाय करने के बाद फिर से काम सुचारू रूप से शुरू करने की उम्मीद है।