IPL स्पॉन्सरशिप से खुद ही हट गई चीनी स्मार्टफ़ोन कंपनी VIVO

वीवो इंडिया ने 2018 में किया था कॉन्ट्रैक्ट

नई दिल्ली।। चीनी स्मार्टफ़ोन कंपनी वीवो ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल की इस साल की स्पॉन्सरशिप से हटने का फैसला किया है। दरअसल पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सैनिकों के शहीद होने से भारत में चीन और चीनी कंपनियों को लेकर नाराजगी का मौहाल देखा जा रहा था।

वीवो इंडिया आईपीएल की स्पॉन्सर होने का भी विरोध किया जा रहा था। यह विरोध उस समय तेज हो गया था जब रविवार को इस साल के आईपीएल का आयोजन यूएई में करवाने का एलान किया गया।  अब वीवो ने खुद इस साल आईपीएल की स्पॉन्सरशिप से पीछे हटने का फैसला किया है।

वीवी ने 2018 में पांच साल के कॉन्ट्रैक्ट के तहत 2,199 रुपये चुकाए हैं। यह कॉन्ट्रैक्ट 2023 तक किया गया है। कुछ दिन पहले जब पत्रकारों ने इस संबंध में बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल से बात की थी तो उनका कहना था- वीवो की स्पॉन्सरशिप से भारत को ही फ़ायदा है।

वीवो इंडिया

रविवार को बीसीसीआई ने कहा था कि इस साल होने जा रहे खेलों में सभी स्पॉन्सर बने रहेंगे। आईपीएल का 2020 सीज़न 19 सितंबर से 10 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में होने जा रहा है।

आईपीएल के मैच तीन जगह खेले जाएंगे- दुबई, शारजाह और आबु धाबी। हालांकि, इसके लिए सरकार की ओर से मंजूरी मिलना बाकी है।

चीनी कंपनी VIVO की स्पॉन्सरशिप से भारत को ही फायदा है: अरुण धूमल

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