निवेश बढ़ाने के लिए धारा 118 के तहत अनुमति देने में लाएंगे तेजी: सीएम सुक्खू

शिमला।। हिमाचल प्रदेश को देश का इंडस्ट्रियल हब बनाने की दिशा में किए जा रहे कामों की जानकारी देते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार कई नीतियां लेकर आई है ताकि निवेश को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य बीस हजार करोड़ का निवेश लाना है ताकि चालीस से पचास हजार लोगों को रोजगार मिल सके। सीएम ने कहा कि सरकार इस दिशा में विभिन्न कदम उठाने के साथ-साथ जमीन खरीदने के लिए धारा 118 के तहत अनुमति देने की प्रक्रिया में भी तेजी लाई जाएगी।

सरकारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देश के पसंदीदा निवेश गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए, राज्य सरकार द्वारा कई नई नीतियां अपनाई गई हैं, जैसे कि राज्य वित्त निगम और नए उद्योगों की स्थापना के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से सस्ती बिजली, आसान ऋण सुविधाएं देना।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों को कम दर पर जमीन उपलब्ध करवाई जा रही है और उन्हें सेल्स और परचेज़ टैक्स से भी छूट दी जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश टेनेंसी ऐंड लैंड रिफॉर्म्स ऐक्ट 1972 की धारा 118 के तहत जमीन खरीदने के लिए मिलने वाली इजाजत में हो रही देरी के विषय पर भी काम करेगी।

पढ़ें- धारा 118: हिमाचल में जमीन खरीदने में रही है बाबों की मौज

सीएम ने कहा कि राज्य के बाहर निकटतम रेलवे स्टेशन से कच्चे माल की ढुलाई के शुल्क पर रियायतें प्रदान की जा रही हैं, साथ ही अन्य सीमांत लाभों का प्रावधान भी किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में स्थापित 99 प्रतिशत उद्यम सूक्ष्म, लघु और मध्यम श्रेणी के अंतर्गत आते हैं। उद्योग विभाग इन उद्यमों की समस्याओं की पहचान करने और उनके उपयुक्त निवारण के लिए विस्तृत सर्वेक्षण करेगा। प्रदेश में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ की अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए यूनिटी मॉल की स्थापना की जाएगी।

राज्य सरकार हिमाचल में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिए उद्योगपतियों से अनिवार्यता प्रमाणपत्र की अनिवार्यता को समाप्त करने पर विचार कर रही है। सुक्खू ने कहा कि नई औद्योगिक नीति में इस संबंध में प्रावधान किया जाएगा। सीएम ने कहा कि इसके अलावा, उद्योग विभाग में निवेश प्रोत्साहन ब्यूरो की स्थापना की जा रही है, जो मौजूदा सिंगल विंडो सिस्टम की जगह लेगा। यह ब्यूरो संभावित निवेशकों को एक ही छत के नीचे सभी मंजूरी प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में सामाजिक और शैक्षणिक इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए भी काम करेगी ताकि वहां काम करने वालों को रहने के लिए अच्छा माहौल मिले।

आसान भाषा में समझें, हिमाचल की धारा 118 आखिर क्या है

रितेश कपरेट बने सीएम सुक्खू के OSD (Political Affairs)

शिमला।। रितेश कपरेट बने मुख्यमंत्री के OSD (Political Affairs)। कांग्रेस में विभिन्न दायित्व संभाल चुके कपरेट सरकार और पार्टी में समन्वय बिठाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।

कांग्रेस सरकार में नवीन नियुक्ति के तहत रितेश कपरेट को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का विशेष कार्याधिकारी (OSD) राजनीतिक मामले ( Political Affairs) नियुक्त किया गया है। कपरेट कांग्रेस के केंद्रीय संगठन और प्रादेशिक संगठन के साथ सरकार का सामंजस्य देखेंगे तथा कांग्रेस के पदाधिकारियों का मुख्यमंत्री के साथ तालमेल देखेंगे।

रितेश मूल रूप से शिमला जिला से संबंध रखते हैं और कांग्रेस छात्र विंग एनएसयूआई से राजनीति की शुरुआत की। राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस संगठन में चुनाव के तहत नियुक्तियों की शुरुआत की गई तब कपरेट युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव चुनकर आए। गौरतलब है कि उस दौरान युवा संगठन में चुनकर आए अन्य प्रतिनिधि अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य सिंह, रघुवीर सिंह बाली और आशीष बुटेल पहले से ही सरकार का मुख्य हिस्सा हैं इसी कड़ी में कपरेट का नाम भी जुड़ गया है। कपरेट चालीस वर्ष की अल्पायु में ही जिला शिमला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी बने थे।

रितेश मुख्यमंत्री सुक्खू के करीबी माने जाते हैं। वर्तमान मुख्यमंत्री सुक्खू जब चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष थे उस समय कपरेट प्रदेश महासचिव के रूप में उनके साथ अटैच थे तथा अध्यक्ष के सारे प्रदेश कार्यक्रम कारडीनेट करते थे।

अक्टूबर 2017 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव कपरेट को सुक्खू ने शिमला ग्रामीण का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया था। तत्कालीन सीएम वीरभद्र ने इसका विरोध किया था। उनके दवाब के आगे कांग्रेस संगठन ने यशवंत छाजटा शिमला ग्रामीण का अध्यक्ष बना दिया और कपरेट को संगठन सचिव बना दिया। मगर सुक्खू अड़ गए और कपरेट को शिमला ग्रामीण का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए रखा।

कपरेट को मुख्य तौर पर संगठन का व्यक्ति माना जाता है। कांग्रेस संगठन के विभिन्न विंग्स में लंबे अनुभव के तहत उन्हें यह कार्यभार सौंपा गया है।

सोलन में इनोवा ने मजदूरों को टक्कर मारी, 5 की मौत, 4 घायल

सोलन।। सोलन के धर्मपुर में एक सड़क हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। कालका-शिमला एनएच पर मंगलवार सुबह एक इनोवा ने सड़क किनारे चल रहे मजदूरों को टक्कर मार दी। पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि चार का इलाज चल रहा है। इनमें से दो की हालत गंभीर है जिन्हें पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया है।

सुबह करीब नौ बजे लांबा अस्पताल के सामने यह हादसा हुआ। एनएच 5 पर पेट्रोल पंपर के सामने इनोवा ने मजदूरों को टक्कर मारी। इनोवा का ड्राइवर कसौली का है। मरने वाले और घायल हुए मजदूर उत्तर प्रदेश और बिहार से संबंध रखते हैं।

मैच में पाकिस्तान का सपॉर्ट करने पर लोगों ने घुटने पर बिठवाकर मंगवाई माफी

गोवा।। गोवा में एक शख्स को घुटनों पर बिठाकर भारत माता की जय नारे लगवाने का मामला सामने आया है। इस शख्स पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए क्रिकेट मैच में पाकिस्तान का समर्थन किया।

दरअसल, एक ट्रैवल ब्लॉगर ने गोवा का एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें एक दुकान के सामने से गुजरते हुए उसने टीवी पर क्रिकेट मैच देख रहे दुकानदार से पूछा कि क्या आप इंडिया को सपॉर्ट कर रहे हो। इस पर दुकानदार ने कहा- “नहीं, पाकिस्तान को। क्योंकि ये पूरा मुस्लिम इलाका है।”

वीडियो देखें-

इसके बाद ब्लॉगर ने हैरानी जताते हुए कहा कि कमाल है कि भारत में लोग पाकिस्तान को सपॉर्ट कर रहे हैं। इस वीडियो को पोस्ट करने के बाद कुछ लोगों ने दुकानदार के पास जाकर उसे घुटनों पर बिठाया और भारत माता की जय के नारे लगवाए। दुकानदार ने कहा कि उससे गलती हो गई है और आगे ऐसा कभी नहीं होगा।

यह घटना उत्तरी गोवा के कैलंगुट की है। वहां लोगों का कहना था कि यहां कोई मुस्लिम गली नहीं है और देश को धर्म के आधार पर मत बांटो। इस संबंध में अभी किसी भी पक्ष की ओर से एफआईआर दर्ज नहीं करवाई गई है।

 

कर्मचारी चयन आयोग को बंद कर देना समस्या का हल नहीं है

देवेंद्र।। हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भंग करने को लेकर बहुत से बेरोजगार प्रतिक्रिया दे रहे हैं कि बहुत बढ़िया हुआ,एकदम सही फैसला, इसे पहले ही बंद कर देना चाहिए था आदि-आदि। क्या यह सचमें सही हुआ। आज जिस लोकसेवा आयोग के माध्यम से भविष्य की भर्तियों की बात सभी कर रहे हैं उस पर भी तो समय-समय पर अंगुलियां उठती आयी हैं। क्या कभी किसी ने इस ओर ध्यान दिया?

विज्ञापन

देखा जाए तो प्रदेश के 8 लाख के लगभग शिक्षित बेरोजगारों के लिए चयन आयोग का बंद होना कोई सुखद समाचार नहीं हैं। गुनाह किसी ने किया और सजा किसी और को मिली। एक बेरोजगार के लिए चंबा से हमीरपुर में भर्ती प्रक्रिया में भाग लेना आसान है या चंबा से शिमला जाना? सरकार को यदि करना था तो पेपर चोरी व लीक करने के मामले में दोषियों को ऐसी सजा देनी चाहिए थी कि भविष्य में कोई भी ऐसा करने से पहले सौ बार सोचता।

बेरोजगारों के लिए कर्मचारी चयन आयोग मात्र भर्ती संस्था ही नहीं है बल्कि उनके सपनों को पूरा करने के लिए मां-बाप के बाद कोई दूसरा है तो वो है प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग।

अच्छी बात है प्रदेश सरकार ने इस भ्रष्टाचार को उजागर कर इसका भंडाफोड़ किया, लेकिन क्या ऐसा संभव नहीं हो सकता था कि आयोग को भंग करने की बजाए, पिछले 5 वर्ष की भर्ती प्रक्रियाओं की जांच की जाती और जो भी अनैतिक तरीके से सरकारी सेवा में आए हैं, उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखाया जाता। यह भी तो संभव था कि आयोग में मौजूदा पूरे स्टाफ को बदल कर इनके स्थान पर नया स्टाफ लगा दिया जाता। इससे कम से कम कर्मचारी चयन आयोग का अस्तित्व तो बरकरार रहता।

मैदानी या लोअर हिल्स वाले हिमाचल के लोगों का जीवन-यापन या तो सरकारी नौकरी पर निर्भर है या फिर दिहाड़ी मजदूरी पर। यहां के लोगों के लिए बागबानी आर्थिकी का जरिया नहीं है। हमीरपुर, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर, चंबा, मंडी, कुल्लू, लाहौल स्पीति आदि जिलों के बेरोजगार युवाओं के लिए भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने के लिए शिमला पहुंचने की बजाए हमीरपुर एक सुगम व सस्ता क्षेत्र रहा है, हमीरपुर में कर्मचारी चयन आयोग का गठन भी इसी उद्देश्य के लिए किया गया था। आज कर्मचारी चयन आयोग बंद होने के समाचार से उन हजारों युवाओं को भी ठेस लगी होगी जिन्होंने कड़ी मेहनत से इसी आयोग के माध्यम से नौकरी हासिल की होगी।

ऐसा भी नहीं कि कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से केवल भाजपा के कार्यकाल में ही भर्तियां हुई, सरकार भले भाजपा की रही हो या कांग्रेस की, सभी के कार्यकाल में कर्मचारी आयोग के माध्यम से भर्तियां हुई हैं। इस बार सत्ता परिवर्तन में बेरोजगारों ने भी अहम भूमिका निभाई है, उम्मीद है सरकार भले ही किसी का विश्वास जीतने में पीछे रह जाए लेकिन बेरोजगारों का विश्वास टूटने न पाए क्योंकि बेरोजगार पहले ही बहुत बुरी तरह से टूटा हुआ है।

(ये लेखक के निजी विचार हैं। उनसे jahubhamblabum@gmail.com पर ईमेल के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है)

HPSSC हमीरपुर को भंग किया गया, अब HPPSC देखेगा सारी भर्तियां

शिमला।। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) को भंग करने का फैसला किया है। आयोग को बीते साल दिसंबर में जेओए आईटी का पेपर लीक होने के बाद सस्पेंड कर दिया गया था। सीएम ने बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उन्होंने फैसला किया कि आयोग को भंग करना ही उचित होगा।

विज्ञापन

सीएम ने कहा, “यह बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि कर्मचारी चयन आयोग में बीते तीन साल से भर्ती परीक्षाओं के पेपर बेचे जा रहे थे। ये पेपर कुछ लोगों की ही बेचे जा रहे थे। जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इसको देखते हुए आयोग को भंग करने का फैसला लिया गया है।”

दरअसल, 25 दिसंबर 2022 को पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी की भर्ती परीक्षा होनी थी लेकिन 23 दिसंबर को हमीरपुर विजिलेंस टीम ने चयन आयोग की गोपनीय शाखा की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद प्रदेश सरकार ने 26 दिसंबर 2022 को आयोग को निलंबित कर दिया था।

सीएम ने कहा कि नीचे से लेकर ऊंचे स्तर के स्टाफ की पेपर लीक करने में संलिप्तता पाई गई है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है, इसलिए अभी वह जानकारियां साझा नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि मामले की पहली चार्जशीट फाइल की जा रही है और जल्द की सप्लिमेंटरी चार्जशीट भी फाइल की जाएगी। अब तक इस मामले में 8 लोगों को चार्जशीट किया गया है।

May be an image of 2 people and text that says "IN HIMACHAL "हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में तीन वर्ष से पेपर बेचने का धंधा चल रहा था| तथ्यों को देखने के बाद आज सुबह जब फाइल आई तो हमने निर्णय लिया कि हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया जाए| हमने पहले कामकाज भंग किया था, अब आयोग ही भंग कर दिया है|" सुखविंदर सिंह सुक्खू, सीएम"

मंगलवार को सीएम ने बताया कि हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की जिन भर्ती परीक्षाओं के परिणाम आने हैं या जारी हुए हैं, उन सभी की भी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि आयोग के स्टाफ सरप्लस पूल में डाला गया है और उनसे पूछा जाएगा कि वे किस विभाग में जाना चाहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक नई भर्ती एजेंसी तय नहीं होती, तब तक राज्य लोकसेवा आयोग (HPPSC) ही भर्ती प्रक्रिया पूरी करेगा। सीएम ने कहा कि जिन परीक्षाओं का नतीजा नहीं निकला है, उनकी आगे की प्रक्रिया भी पब्लिस सर्विस कमिशन देखेगा। जिन परीक्षाओं के रोल नंबर जारी हुए हैं, उनकी परीक्षा भी HPPSC करवाएगा।

रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की मदद पर जो बाइडन पर महाभियोग चलेगा: रिपब्लिकन नेत्री

इन हिमाचल डेस्क।। जॉर्जिया से रिपब्लिकन पार्टी की प्रतिनिधि मॉर्ज्री टेलर ग्रीन ने मांग की है कि यूक्रेन की मदद करने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन के खिलाफ महाभियोग चलाया जाना चाहिए।

ग्रीन ने जो बाइडन की एक पुरानी वीडियो क्लिप शेयर की है।  अप्रैल 2022 की इस क्लिप में बाइडन ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच यूक्रेन के नागरिकों की मदद करने के लिए प्रतिबद्धता जता रहे हैं।

ग्रीन ने ट्वीट किया है, “जो बाइडन पर महाभियोग चलेगा। यूक्रेन अमेरिका का 51वां राज्य नहीं है। हम पहले से ही 34 ट्रिलियन डॉलर के कर्ज में है। रोज हजारों लोग हमारी सीमाओं को पार कर रहे हैं और पूर्वी फलस्तीन में अमेरिकियों को जहर जिया जा रहा है। बहुत हुआ। बाइडन पर महाभियोग चलाया जाए।”

मॉर्ज्री टेलर ग्रीन

बाइडन के खिलाफ महाभियोग कौन लाएगा, कैसे लाएगा, इस बारे में ग्रीन ने कुछ नहीं लिखा।

कील इंस्टिट्यूट के मुताबिक  यूक्रेन को 24 जनवरी 2022 से लेकर 20 नवंबर 2022 तक अमेरिका से 48 बिलियन डॉलर की मदद मिली है।

हाल ही में अमेरिका ने तीन बिलियन डॉलर की सैन्य मदद यूक्रेन को भेजी है ताकि वो रूस से लड़ सके। इसमें तरह तरह के हथियार, होवित्ज़र मिसाइल और ऐंटी टैंक मिसाइल शामिल हैं।

ग्रीन ही नहीं, बहुत सारे रिपब्लिकन यूक्रेन को फंड भेजने का विरोध कर चुके हैं।  ग्रीन ने तो इस मदद की राशि का ऑडिट करवाने की भी मांग की थी।

इस विरोध के बावजूद यूक्रेन को लगता है कि उसे अमेरिका की ओर से मदद मिलना जारी रहेगा।

 

छत्तीसगढ़ में 6 कांग्रेस नेताओं पर ED की छापेमारी, भूपेश बघेल बोले- हताश है बीजेपी

रायपुर।। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार सुबह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के छह नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है। इन नेताओं में कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ-साथ विधायक भी शामिल हैं। ईडी ने यह कार्रवाई लेवी कोयला घोटाले के संबंध में की है। कांग्रेस का कहना है कि यह कार्रवाई उसके महाधिवेशन को प्रभावित करने के लिए की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बीजेपी असल मसलों से ध्यान बंटाने की कोशिश कर रही है।

ईडी की यह कार्रवाई उस समय हुई है जब 24 फरवरी को कांग्रेस का महाधिवेशन होना है। इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत कांग्रेस के कई बडे़ नेता शिरकत करेंगे। ईडी की कार्रवाई को लेकर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “अडाणी की सच्चाई खुलने और भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से हताश हो चुकी बीजेपी ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है।” उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस पार्टी रायपुर में ED दफ्तर का घेराव करेगी।

भूपेश बघेल का ट्वीट

भूपेश बघेल ने बताया कि जिन लोगों पर ईडी ने छापा मारा है, उनमें कांग्रेस प्रदेश कमेटी के कोषाध्यक्ष, पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक शामिल हैं।

क्या है कोयला लेवी घोटाला?

ईडी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में जो भी कोयला ट्रांसपोर्ट हुआ, उसमें 25 रुपये प्रति टन की अवैध वसूली की गई थी। एजेंसी के मुताबिक यह सब व्यापारियों, अफसरों और राजनेताओं की मिलीभगत से हुआ। ईडी का अनुमान है कि 2021 में कुल 500 करोड़ रुपये की अवैध वसूली की गई थी। ईडी इस मामले में पहले भी कार्रवाई करके चार करोड़ कैश समेत अन्य संपत्तियां और दस्तावेजों की जब्ती कर चुका है। इस मामले में एक आईएएस अधिकारी और नौ कारोबारी जेल में बंद हैं।

पाकिस्तान को अब तालिबान ने भी दिया झटका, जानें क्या कदम उठाया

डेस्क।। आर्थिक संकट से घिरे पाकिस्तान की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब पाकिस्तान को पड़ोसी देश अफगानिस्तान में सत्ता पर बैठे तालिबान ने भी आंखें दिखाना शुरू कर दिया है। तालिबान ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच तोर्खम बॉर्डर को बंद कर दिया है। इस सीमा के माध्यम से ही दोनों देशों के बीच ज्यादा पारिक आदान-प्रदान होता है।

दरअसल, जब से अफगानिस्तान में तालिबान ने सत्ता पर कब्जा किया है, तबसे पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान ने अपनी कार्रवाईयां तेज कर दी हैं। लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों से पाकिस्तान सेना और पुलिस परेशान है। इस बीच पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से इलाज के लिए आने वाले लोगों को रोक दिया।

विज्ञापन

इसके बाद तालिबान ने बॉर्डर को बंद करते हुए कहा कि पाकिस्तान अपने वादे पूरे नहीं कर रहा है। वे कौन से वादे हैं, इस बारे में कोई भी जानकारी तालिबान की ओर से नहीं दी गई। तोर्खम के आयुक्‍त का कहना है कि बॉर्डर को यात्रा और ट्रेड के लिए बंद किया गया है।

मौलवी मोहम्‍मद सिद्दीकी तोर्खम के आयुक्त हैं। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है, ‘पाकिस्‍तान ने अपने वादों को पूरा नहीं किया, इसी कारण हमने अपने नेतृत्व के निर्देश पर सीमा को बंद किया है।” अफगान प्रशासन ने लोगों को भी इस क्षेत्र की यात्रा करने से बचने की सलाह दी है।

स्मार्ट सिटी का काम लटकाने वाले ठेकेदारों पर लगेगी पेनल्टी: सुधीर शर्मा

मृत्युंजय पुरी, धर्मशाला।। स्मार्ट सिटी धर्मशाला के कार्यों में देरी करने वाले ठेकेदारों को पेनल्टी लगेगी। यह कड़ा फैसला स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने लिया है। प्रदेश में नई कांग्रेस सरकार बनने के बाद धर्मशाला में इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है। पूर्व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा के निर्देशों पर स्मार्ट सिटी प्रबंधन इन परियोजनाओं को पूरा करने में जुट गया है।

हाल ही में हुई एक बैठक में स्मार्ट सिटी के जीएम ईं सजीव सैणी कह चुके हैं कि काम में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वाले ठेकेदारों को पेनल्टी लगाई जाएगी। संजीव सैणी ने बताया कि अभी स्मार्ट रोड, स्ट्रीट लाइटों व अन्य कार्यों को गति देने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विद्युत बोर्ड को दिए गए 150 करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों को भी और तेजी दी जा रही है। इसमें जीरो टोलरेंस की नीति को अपनाया जा रहा है।

50 प्रोजेक्ट किसी न किसी स्टेज से गुजर रहे
धर्मशाला में मौजूदा समय में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। इनमें अकेले बिजली बोर्ड के बैनर तले ही 150 करोड़ रुपए के काम चल रहे हैं। इस परियोजना के तहत धर्मशाला में 75 प्रोजेक्ट पूरे करने हैं। इनपर कुल 635 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं।

पहले ये प्रोजेक्ट 2019-20 तक पूरे किए जाने थे, लेकिन अब 2023 के अंत तक इनकी डैडलाइन तय की गई है। दिसबंर 2022 तक इनमें से 190 करोड़ 25 प्रोजेक्टों को पूरा कर लिया गया है। बाकी के 445 करोड़ के 50 प्रोजेक्ट किसी न किसी स्टेज से गुजर रहे हैं।

मौके पर देखा जा रहा काम
धर्मशाला से विधायक व पूर्व शहरी विकास मंत्री लगातार मौके पर जाकर इन परियोजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट रोड, पार्किंग, वर्कशाप, फुटबाल स्टेडियम व अकादमी जैसे कामों को लगातार तेज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डैडलाइन को मीट करना चुनौती है। इसके लिए हमें दिन-रात एक करना होगा। पिछली भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट को हल्के में लिया, जिसका खामियाजा पूरे शहर को भुगतना पड़ रहा है।