हिमाचल में गिर रहा है लिंगानुपात, ऊना की हालत सबसे ज्यादा खराब
जानते हैं, डंगेहिया किसे कहते हैं? सुनकर तो देखिए
मंडी।।
इन दिनों ‘इन हिमाचल’ आपको हिमाचल प्रदेश की संस्कृति की उन चीज़ों के बारे में बता रहा है, जिन्हें हम भुलाते जा रहे हैं। कुछ दिन पहले हमने आपके साथ शिमला का एक विडियो शेयर किया था, जिसमें वहां के पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाए जा रहे थे। अब हम ला रहे हैं मंडी के वाद्य यंत्रों का एक विडियो। विडियो शूट किया गया है जोगिंदर नगर के चौंतड़ा में।
हेसी, ढोली, नगाड़ची के साथ इसमें आपको एक और कलाकार मिलेगा। है तो यह एक ढोल ही, लेकिन इसे कहते हैं ‘डंगेहिया’। ऐसा क्यों कहते हैं, आप खुद ही देखकर समझ जाएंगे। पूरी ताकत से वह ढोल बजाता है और इससे निकली थाप नाचने पर मजबूर कर देती है। हो सकता है अलग-अलग जगहों पर इसे अलग नाम से पुकारा जाता हो। हम इसे जोगिंदर नगर और आसपास के इलाके के नाम से बता रहे हैं।
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उठाइए लुत्फ।
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16 अप्रैल को ऊना के दो किसानों की प्राइवेट प्रॉपर्टी हो जाएगी जनशताब्दी एक्सप्रेस !
विडियो: हिमाचल में भयंकर भू-स्खलन की लाइव फुटेज
कुछ दिन पहले हमने आपको हिमाचल प्रदेश का एक विडियो दिखाया था, जिसमें अचानक आई बाढ़ में एक शख्स बह गया था। प्रदेश में कुदरत कभी भी कैसे भयंकर रूप धारण कर लेती है, इसका एक और विडियो आपके लिए लेकर आए हैं।
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आकाश मेहता नाम के शख्स ने करीब 9 महीने पहले यह विडियो अपलोड किया है। इस विडियो के बारे में बताया गया है कि जब वे लोग किन्नौर जा रहे थे, तभी रामपुर में जोर की गड़गड़ाहट के साथ पहाड़ी की चोटी से चट्टानें और मलबा नीचे की ओर दरकने लगा। धूल का गुब्बार आसमान में उठ रहा था।
जोरदार गर्जना करता हुआ लैंडस्लाइड नीचे बढ़ रहा था, जबकि नीचे के गांव में लोग बेखबर थे। शुक्र मनाइए कि सबकुछ ऊपर ही रुक गया, वरना पूरा का पूरा गांव और कई घर इसके नीचे दब जाते। खुद देखिए यह विडियो और जानिए, खूससूरत प्रकृति कैसे जानलेवा भी बन सकती है।
विडियो: सिरमौर की शादी में सादगी भरा पारंपरिक नृत्य
(अफसोस की बात है कि हमें एक लड़की की तरफ से यह विडियो हटाने की रिक्वेस्ट मिली थी। उनका कहना था कि इस विडियो में वह भी दिख रही हैं, इसलिए इसे हटा दो। उनके चाचा की शादी का विडियो था और चाचा ने ही यूट्यूब पर अपलोड किया था। हमने कहा कि कॉन्टेंट पब्लिकली उपलब्ध है, इसलिए हटाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। बाद में संभवत: लड़की के चाचा (जिनकी शादी का विडियो था) ने यह विडियो हटा दिया, जिससे दिख नहीं पा रहा है।)
सिरमौर, हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री और प्रदेश के निर्माता कहने जाने वाले डॉक्टर यशवंत सिंह परमार जी की जन्मभूमि है। यह जिला सांस्कृतिक रूप से बेहद समृद्ध है, मगर राजनीतिक उपेक्षा का शिकार रहा है। प्रदेश के दक्षिणी जिले के बारे में अन्य जिले के लोगों को बहुत कम जानकारी है। वहां के गाने, रिवाज, संस्कृति कैसी है, कम ही लोगों को पता है। शादी का एक विडियो देखिए, जिसमें कितनी सहजता है। न तो ज्यादा बैंड-बाजे, न डीजे… बस शहनाई और ढोल है। लोग खुद गा रहे हैं और झूमते जा रहे हैं। इससे बढ़िया तरीका क्या हो सकता है जश्न मनाने का। विडियो:
काहे का धरना, काहे का आक्रोश? फोटो खिंचवाने का ही था जोश!
कुछ दिन पहले शिमला में बीजेपी प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करने आए युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गई थी। जमकर मारपीट हुई थी और कई लोग जख्मी हुए थे। झड़प में जख्मी हुए एक बीजेपी कार्यकर्ता को अपनी आंख भी गंवानी पड़ी है। बीजेपी ने मंगलवार को शिमला में प्रदेश सरकार पर गुंडागर्दी करने का आरोप लगाते हुए और बीजेपी कार्यालय पर हुए ‘हमले’ के खिलाफ प्रदर्शन किया। मगर यह प्रदर्शन मजाक बनकर रह गया।
देखिए तस्वीरें और खुद तय कीजिए। धरना और विरोध आक्रोश यानी गुस्से में किया जाता है। उसमें तेवर होते हैं, जो चेहरे पर नजर आते हैं। मगर प्रदेश में राजनीतिक धरने-प्रदर्शन फॉरमैलिटी बनकर रह गए हैं। मानो फोटो खिंचवाने का मौका हो। सब नेता ऐसे ही नजर आए।
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‘लो जी, जल्दी खींचो फोटो’ |
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‘फोटो सही आनी चाहिए भाई’ |
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‘मजे हैं, विधानसभा से वॉकआउट करते-करते बोरियत होने लगी थी ‘ |
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‘ए ता बड़े लोग होई गै कट्ठे’ |
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‘स्माइल प्लीज़’ |
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‘अखबार में आना चाहिए’ |
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‘बड़े नेता ही देखे थे ऐसे फोटो खिंचवाते, हम भी खिंचवाएंगी आज’ |
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‘चलो, फोटो तो आई’ |
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‘मेले टाइप की फीलिंग आ रही है’ |
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विक्ट्री सिंबल क्यों बनाते हैं, पता नहीं है |
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‘चलो, एक और दिन कट गया’ |
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‘मजा आ गया आज तो’ |
विडियो: माल मिलेगा?
MTV इंडिया का एक विडियो देखिए, जिसमें तीन दोस्त माल की तलाश में निकले हैं। जानिए, कैसा ‘माल’ चाहिए उन्हें..
सर्दियां लंबी खिंचने से सेबों की पैदावार पर असर
शिमला।।
सर्दियां लंबी खिंच जाने की वजह से हिमाचल प्रदेश के सेब इंडस्ट्री पर नुकसान के बादल मंडरा रहे हैं। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में हर साल सेबों का करीब 3,500 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। मगर इस बार लगातार हो रही बारिश और ओले वगैरह गिरने की वजह से पैदावार में कमी देखने को मिली है।
सर्दियां लंबी खिंच जाने की वजह से सेब का आकार छोटा रह जाता है। जाहिर है, इससे बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। इसके अलावा ओले गिरने और तेज बारिश होने से भी नुकसान हो जाता है। सर्दियां बढ़ने की वजह से पेड़ों को सही पोषण नहीं मिल पाता है, जिससे पैदावार घट जाती है।
हिमाचल के किसान आस लगाए बैठे हैं कि कब धूप निकले और उन्हें थोड़ी राहत मिले।
विचारधाराओं के चलते भिड़ती यंग ब्रिगेड का कर्ज चुका पाएंगी पार्टियां?
माँ चिंतपूर्णी क्षेत्र में गिरे गोल्फ बाल आकार के ओले
हिमाचल प्रदेश में मां चिंतपूर्णी मंदिर जाने वाले भक्तों के लिए एक खबर है। दरअसल, चिंतपूर्णी मंदिर में मां के दर्शन के लिए जाने वाले भक्तों को एतिहात बरतने की जरूरत है। क्योंकि यहां पर बर्फ के ओलों के चलते मौसम बेहद खराब हो गया है, जिस वजह से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मुबारकपुर से ले कर भरवईं तक के रास्तो में डेढ़ फुट बर्फ़ की चादर बिछ गई है जिस के कारण ट्रैफि़क जाम हो गया है। मौसम में अचानक आई इस तबदीली के साथ तापमान भी नीचे गिर गया है। पूरे इलाको में करीब आधे घंटे तक ओले गिरते रहे और गौलफबाल के आकार जितने बर्फ़ के गोले पूरी सड़क पर बिछ गए।