कांग्रेस विधायक राम कुमार चौधरी के पेट्रोल पंप से हर लीटर पर 30ml पेट्रोल कम दिया जा रहा था

शिमला।। हिमाचल प्रदेश के दून से कांग्रेस के विधायक राम कुमार चौधरी के पेट्रोल पंप हर 1 लीटर में 30 मिलीलीटर कम पेट्रोल डालने का मामला सामने आया है। दरअसल हरियाणा के मुख्यमंत्री की फ्लाइंग स्क्वैड के साथ वहां की सीआईडी और अन्य टीमों ने पंचकूला के कुछ पेट्रोल पंपों पर मंगलवार को छापेमारी की। इन तीन पेट्रोल पंपों में एक दून के विधायक राम कुमार चौधरी का भी है।

छापेमारी करने वाली टीम ने पाया कि दून फिलिंग स्टेशन के पेट्रोल पंप से वाहनों में 30 ml कम तेल डाला जा रहा था। फिलिंग स्टेशन पर और भी अनियमितताएं पाए जाने पर चालान काटे जाने की खबर है। गौरतलब है कि राम कुमार चौधरी को मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का खास समझाता जाता है। गौरतलब है कि कुछ साल पहले चौधरी का नाम बहुचर्चित ज्योति मर्डर केस में  आया था और बाद में सबूतों के अभाव में कोर्ट ने उन्हें और कुछ अन्य आरोपियों को बरी कर दिया था।

अखबारों में भी छाई है खबर

हिंदी अखबार दैनिक भास्कर ने इस खबर को प्रमुखता से छापते हुए लिखा है- इस फिलिंग स्टेशन के दो पार्टनर हैं। इनमें एक दून के विधायक राम कुमार चौधरी और दूसरे रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी हैं। फिलिंग स्टेशन पर और भी कई अनियमितताएं पाई गईं, जिस पर फिलिंग स्टेशन का चालान काट दिया गया। अखबार लिखता है कि टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि फिलिंग स्टेशन से जब कुछ पेट्रोल बोतल में डलवाया गया तो नोजल से अभी तेल निकला भी नहीं था कि मीटर में 5 रुपए लिखा आ गया। यानी, बोतल में तेल पहुंचने से पहले ही ग्राहक के 5 रुपए खर्च हो गए। इसके बाद 5 अलग-अलग सैंपल लिए गए और हर बार तेल कम आया। पेट्रोल पंप प्रबंधन से सैंपल भरने के लिए सैंपलिंग बॉटल मांगी गई तो नहीं दी गई, जबकि नियमों के अनुसार हर पेट्रोल पंप पर सैंपलिंग बॉटल रखनी जरूरी है, जो एल्युमिनियम की बनी होती है। उसी में ली गई सैंपलिंग को सही माना जाता है। पेट्रोल पंप पर फायर सेफ्टी के इंतजामों को लेकर फूड एंड सप्लाई डिपार्टमेंट की चेकिंग में भी कई कमियां पाई गईं।

दारू पीकर सड़क पर बेसुध हुए शख्स का फेसबुक लाइव

इन हिमाचल डेस्क।। नशा कैसा भी हो, उसकी लत इंसान को बर्बाद कर देती है। शराब ने कई परिवार बर्बाद किए हैं और इस बात को साबित करने के लिए सबूत नहीं चाहिए। मगर फेसबुक पर एक शख्स ने लाइव वीडियो पोस्ट किया है जिसमें पता चलता है कि शराब की लत किस तरह से आदमी को लाचार बना देती है। वीडियो में दिखता है कि एक शख्स शराब पीकर कच्ची सड़क पर बेसुध लेटा हुआ है। हल्की बूंदाबांदी हो रही है और सड़क में पानी के छपड़े भी बने हुए हैं। वीडियो बनाने वाला शख्स उसे कहता है कि कौन है और कहां से शराब पीकर आया है। फेसबुक लाइव करने वाला शख्स इस शराबी को समझाता-बुझाता है और उसे उठाकर उसके घर भेजने की कोशिश करता है।

सभी से अपील है कि कृपया नशे से दूर रहें, इस वीडियो से सबक लें कि क्या हालत हो जाती है नशे का गुलाम हो जाने पर। यह पता नहीं चल पाया है कि वीडियो कहां का है मगर बोली और पब्लिश करने वाले शख्स की लोकेशन से माना जा सकता है कि प्रदेश के मंडी जिले के जोगिंदर नगर का यह वीडियो है। हमने कवर पिक और फेसबुक पर पोस्ट करते वक्त लगाई गई इमेज में शराब पीकर लेटे शख्स का चेहरा धुंधला कर दिया है। हम नहीं चाहते कि किसी व्यक्ति का नाम खराब हो, हमें यह भी नहीं पता कि किस स्थिति में इस शख्स की ऐसी हालत हुई इसलिए हम उस वीडियो को अपने मंच पर शेयर नहीं कर रहे हैं। पाठकों से इस बात के लिए हम माफी चाहते हैं मगर हमें अपनी जिम्मेदारी निभानी पड़ेगी।

हमारा मकसद इस पोस्ट के जरिए लोगों को जागरूक करना है। बहरहाल, इस वीडियो को पोस्ट करने वाले ने लिखा है- यह एक छोटा सा मैसेज है उन भाइयों के लिए जो शराब पीकर अपनी सुध-बुध खो बैठते हैं शराब पीना सेहत के लिए ही नहीं बल्कि अपने घर के लिए आस पड़ोस के लिए समाज के लिए और देश के लिए अत्याधिक खतरनाक है कृपया नशे से दूर रहें एक अच्छे जीवन की शुरुआत करें जय हिंद जय भारत

हिमाचल प्रदेश में मंगल और बुधवार को भारी बारिश की चेतावनी

शिमला।। मॉनसून आने से पहले ही हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने भी अगले 48 घंटों मे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश होने की बात कही है। मौसम विभाग ने लोगों को संभलकर रहने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने राज्य के ऊंचे व दूरदराज के क्षेत्रों में 27 और 28 जून को भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है।

भारी बारिश हमेशा की तरह प्रदेश के कुछ हिस्सों में नुकसान की वजह बन सकती है। कांगड़ा और मंडी में सोमवार देर शाम को भारी बारिश हुई। शिमला, सिरमौर, पावंटा साहिब समेत कई जगहों पर जमकर पानी बरसा। कुछ जगहों पर लैंडस्लाइड होने की भी खबर है।

मंडी जिले के जोगिंदरनगर में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 84mm बारिश दर्ज की गई। मंडी में 74, नाहन में 49 ,पांवटा साहिब में 43, पालमपुर में 25, पंडोह में 5 और शिमला में 3 मिलीमीटर बारिश हुई।

गुम्मा के पास खाई में गिरी जीप, एक ही परिवार के 6 सदस्यों समेत 7 की मौत

शिमला।। पांवटा-नेरवा मार्ग पर गुम्मा के पास एक जीप अनियंत्रित होकर 200 मीटर गहरी खाई में गिरकर टौंस नदी में जा पहुंची। इस हादसे में एक ही परिवार के छह सदस्यों समेत सात लोगों की मौत हो गई। पांच लोग जख्मी हैं जिनमें से 4 को गंभीर हालत में आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया है। गौरतलब है कि यह हादसा उस जगह के कुछ ही दूर हुआ है, जहां पर पिछले दिनों उत्तराखंड की एक निजी बस गिरने से 47 लोगों की मौत हो गई थी।

रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे हुए हादसे में छह लोगों की मौके पर ही जान चली गई, जबकि एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ा। इस हादसे में परिवार के मुखिया कल्याण सिंह की पत्नी, 3 बेटियों, बेटे और भाई की जान चली गई। जिला सिरमौर की शिलाई तहसील के शावड़ी निवासी कल्याण सिंह बेटे कपिल की मन्नत पूरी होने के बाद चूड़धार, हाटकोटी समेत चार मंदिरों में माथा टेकने के बाद बोलेरो से घर लौट रहे थे।

इस जीप में सवार कुल 12 लोगों में से दस एक ही परिवार के थे। घर से करीब 25 किलोमीटर पहले गुम्मा के पास जीप अनियंत्रित होकर 200 मीटर गहरी खाई में गिरकर टौंस नदी के किनारे जा गिरी।

होशियार सिंह केस: मामले की सीबीआई जांच की मांग हुई तेज, पुलिस की जांच पर उठे सवाल

मंडी।। करसोग के जंगल में संदिग्ध हालात में मृत पाए गए वनरक्षक होशियार सिंह के मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की मांग जोर पकड़ रही है। सिराज मंच के बैनर तले एक बैठक हुई जिसमें 46 पंचायतों ने प्रस्ताव पारित करेक मांग की है। इसमें न सिर्फ सीबीआई जांच की मांग की गई बल्कि आरोपियों का नारको टेस्ट करवाने के लिए मांग उठाई गई। साथ ही  मंगलवार को बाजार बंद रखने का फैसला लिया गया है।

मंगलवार को जंजैहली में रैली निकाली जाएगी और एसडीएम को सीबीआई जांच की मांग को लेकर ज्ञापन दिया जाएगा। सिराज मंच के अध्यक्ष कुंदन लाल और सेक्रेटरी नरेंद्र कुमार ने पुलिस की जांच पर सवाल उठाए औऱ कहा कि होशियार सिंह की हत्या को आत्महत्या में बदला जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कर रहे अधिकारी शुरू से ही वन माफिया को संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि होशियार सिंह की गुमशुदगी की सूचना मिलने के बावजूद करसोग पुलिस ने दो दिन बाद एफआईआर दर्ज की। आरोप लगाया है गया कि  जांच को विपरीत दिशा दे दी गई जिस वजह से होशियार की मौत का रहस्य आज तक नहीं सुलझ पा रहा है।

सुसाइड नोट को लेकर भी उठाए सवास
सिराज मंच के अध्यक्ष कुंदन लाल ने कहा कि जांच के दौरान कथित सुसाइड नोट की बात को प्राथमिकता दी जा रही है और कहा जा रहा है कि नोट होशियार के बैग से मिला है। उन्होंने कहा कि यह नोट अगर होशियार के बैग से मिला था तो जब होशियार लापता था, दो दिन मूसलाधार बारिश हुई थी। ऐसे में या तो यह सुसाइड नोट भीग जाता और इसकी स्याही भी फैल जाती। मगर लिखाई भी साफ है और कागज भी साफ। इससे जांच पर सवाल उठ रहे हैं। कुंदन ने यह भी कहा कि सरकार ने डीआईजी आसिफ जलाल को केस की जांच का जिम्मा दिया था मगर 24 घंटों के अंदर ही सीआईडी को केस दे दिया गया।

विजिलेंस के मुताबिक एंटी-हेलगन खरीद में हुई थी नियमों की अनदेखी

शिमला।। प्रदेश में भाजपा सरकार के वक्त खरीदी गई एंटी हेलगनों की खरीद में अनियमितताएं सामने आई हैं। विजिलेंस ने जांच में पाया है कि इन गनों की खरीद में शर्तों का पालन नहीं किया गया। बागबानी विभाग ने खरीद की शर्तों के विपरीत कंपनी को पूरी पेमेंट कर दी। इनके लिए लगाया गया राडार भी कुछ ही समय में खराब हो गया। इस मामले में विजिलेंस बागबानी विभाग के एक आलाधिकारी और फर्म के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है।

पूर्व भाजपा सरकार के समय में खरीदी गई एंटी हेलगनों को लेकर विजिलेंस की जांच जारी है। भाजपा सरकार के वक्त साल 2011 में तीन एंटी हेलगनें खरीदी गई थीं। ये गनें खड़ा पत्थर के खटासू, देउरीघाट, ब्रूईंघाट में लगाई गई थीं। बागबानी विभाग ने एक निजी कंपनी के साथ इन गनों की खरीद को लेकर 2.35 करोड़ का सौदा किया था। इसके लिए एक राडार भी लगाया गया था।

एंटी हेलगनों की खरीद के लिए तय शर्तों का कंपनी ने पालन नहीं किया और बागबानी विभाग ने भी इनका पालन नहीं करवाया। कंपनी को इन गनों की एवज में किस्तों में पेमेंट होनी थी। यानी इन गनों की सही तरीके पर ही पूरी पेमेंट की जानी थी, लेकिन बताया जा रहा है कि बागबानी विभाग ने इन गनों के लिए पूरी पेमेंट कर दी, जबकि ये गन सही तरीके से काम नहीं कर पाईं।

‘मिस इंडिया’ बन सकती है हिमाचल के हमीरपुर की बेटी संतोषी रणौत

हमीरपुर।। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर शहर के करीबी इलाके नडियाणा से संबंध रखने वाली संतोषी रणौत एफवीवी फेमिना मिस इंडिया पेंजट के फाइनल में पहुंच गई हैं। इस उपलब्धि को हासिल करने वालीं वह पहली हिमाचली बेटी हैं। अब 25 जून को मुंबई में होने वाले फाइनल पर सब टिका हुआ है। इसमें देश भर से कई राउंड्स से चुनकर आई 29 सुंदरियां अपना हुनर दिखाएंगी।

मिस हिमाचल चुने जाने के बाद दिल्ली में हुई प्रतियोगिता में चयन के बाद संतोषी का फाइनल के लिए सिलेक्शन हुआ था। 27 मई से मुंबई में इस प्रतियोगिता के लिए  तीन हफ्तों की एक स्पेशल ट्रेनिंग चल रही है, जिसमें मॉडल्स को कैट वॉक से लेकर कई चीजें सिखाई जा रही हैं। हमीरपुर के अणु पीजी कॉलेज की बीएससी फाइनल इयर की स्टूडेंट संतोषी को बचपन से ही मॉडलिंग और फैशन का शौक रहा है। देखें उनकी कुछ तस्वीरें। IndiaTimes पर उनके पेज पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।

 

‘शुभ मुहूर्त’ के इंतजार में अब तक ऑफिस में नहीं बैठ रहे शिमला ने नए मेयर और डिप्टी मेयर

शिमला।। नगर निगम चुनाव जल्दी करवाने के लिए बेताब रही बीजेपी को अपने समर्थन वाले मेयर और डिप्टी मेयर बनाने में कामयाबी मिल गई मगर ये दोनों पदाधिकारी अब तक अपने ऑफिस में नहीं बैठे हैं। बताया जा रहा है कि वे कुर्सी संभालने के लिए ‘शुभ मुहूर्त’ का इंतजार कर रहे हैं। ‘अमर उजाला’ अखबार का कहना है कि शायद बीजेपी समर्थित मेयर और डिप्टी मेयर मंगलवार को पद संभालेंगे।

गौरतलब है कि शुरू में शिमला नगर निगम के चुनाव जब चुनाव आयोग ने टाल दिए थे तब बीजेपी ने जल्दी चुनाव करवाने की मांग को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। दरअसल नगर निगम के पूर्व मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल 4 जून को खत्म हो गया था। हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि 19 जून तक चुनाव संपन्न करवाए जाएं। 16 जून को वोटिंग हुई, 19 को नए चुने गए पार्षदों ने शपथ ग्रहण की।

शपथ ग्रहण के दिन कांग्रेस समर्थित पार्षद शपथ ग्रहण करते ही बचत भवन से निकल गए। इसी वजह से मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव एक दिन के लिए टल गए। मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव एक दिन टलने पर बीजेपी ने जमकर नारेबाजी भी की। फिर अगले दिन यानी 20 जून को मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव हुआ और इसमें बीजेपी को सफलता मिली। बावजूद इसके मेयर और डिप्टी मेयर नगर निगम ऑफिस में नहीं बैठे हैं।

अखबार का कहना है कि लोग कार्यालय में विभिन्न काम करवाने आ रहे हैं लेकिन मेयर न मिलने से उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। साथ ही विकास कार्य प्रभावित होने की बात भी कही जा रही है। अगर मेयर और डिप्टी मेयर मंगलवार को दफ्तर आते हैं (सोमवार तक वैसे भी छुट्टी है) तो इसका मतलब हुआ वे चुने जाने (20 जून) के ठीक 1 हफ्ते बाद दफ्तर में आएंगे।

कानून को ताक पर रखकर सड़क किनारे सफेद रिफ्लेक्टर निशानों पर नारे लिख रहे बीजेपी कार्यकर्ता

इन हिमाचल डेस्क।। पार्टी का प्रचार करने के चक्कर में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा नियमों को ताक पर रखने का मामला सामने आया है। बीजेपी के कार्यकर्ता न सिर्फ NGT के आदेशों की धज्जियां उड़ाकर सड़क किनारे चट्टानों और अन्य जगहों पर पेंट और अन्य रंगों से स्लोगन लिख रहे हैं बल्कि PWD द्वारा रिफ्लेक्शन के लिए लगाए गए सफेद रंग के निशानों को भी बदरंग किया जा रहा है। इस तरह से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है बल्कि सड़क से यात्रा करने वालों की जान भी खतरे में डाली जा रही है। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छ भारत के निर्माण पर जोर दे रहे हैं वहीं बीजेपी कार्यकर्ता गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से ठीक इससे उल्टा काम कर रहे हैं।

चट्टानों पर नारे लिखे जा रहे हैं

‘भारतीय जनता युवा मोर्चा आई. टी. प्रकोष्ठ, हिमाचल प्रदेश’ नाम के फेसबुक ग्रुप पर एक शख्स ने शनिवार को कुछ तस्वीरें पोस्ट की हैं। पोस्ट करते वक्त उन्होंने लिखा है- भारतीय जनता युवा मोर्चा, मण्डल नाहन द्वारा धारटीधार में दिवार लेखन किया गया। मगर साथ में जो तस्वीरें हैं वे चौंकाने वाली हैं (अगर हटाई न गई हो तो आप यहां क्लिक करके देख सकते हैं)। उनमें कुछ लोग सड़क किनारे के पत्थरों पर बीजेपी लिखते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसा करना NGT के नियमों का उल्लंघन है। मगर हद तो तब हो जाती है जब कुछ लोग सड़क किनारे सफेद किए गए पत्थरों और दीवार पर चूने से लगाए गए निशानों पर भी ‘बीजेपी’ लिखकर उन्हें बदरंग कर रहे हैं।

इन सफेद निशानों का बहुत महत्व होता है

गौरतलब है कि सड़क किनारे पेड़ों, पत्थरों, पैराफिट और दीवारों या चट्टानों पर चूने के निशानों को रिफ्लेक्टर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। दरअसल पहाड़ी इलाकों में तीखे मोड़ और खाईयां होती हैं। ऐसे में कहीं कोई वाहन चालक अंदाजा न लगने पर सड़क से बाहर न निकल जाए, इसके लिए पारंपरिक तौर पर चूने के निशान बनाए जाते हैं जो रोशनी पड़ने पर रिफ्लेक्ट करते हैं और वाहन चालकों को पता चल जाता है कि सड़क कहां तक है।

ग्रुप में डाली गई पोस्ट

इस तरह से बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा इसे नुकसान पहुंचाना गलत है क्योंकि इससे परावर्तन कम होगा और वाहन चालकों को धोखा हो सकता है। ऐसे में अप्रिय स्थिति पैदा हो सकती है और कोई हादसा भी हो सकता है। इसीलिए यह हरकत न सिर्फ शर्मनाक बल्कि गैरकानूनी भी है। गौरतलब है कि बीजेपी ही नहीं, अन्य पार्टियां और कई कंपनियां ऐसा ही कर रही हैं और जगह-जगह पेंट से इश्तिहार छाप रही हैं। शिक्षण संस्थानों, कोचिंग सेंटर और अस्पतालों के विज्ञापन भी प्रदेश को बदरंग करते नजर आते हैं। ऐसे मामलों में राजनीतिक पार्टियों को तो और संवेदनशीलता बरतनी चाहिए।

हिमाचल प्रदेश कैबिनेट ने लिए कई अहम फैसले, आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर

शिमला।। शनिवार को हुई हिमाचल प्रदेश कैबिनेट की मीटिंग में कई बड़े फैसले लिए लगए। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रीमंडल की बैठक में आउटसोर्स कर्मियों के लिए उम्मीद जगी है। इस मामले में नीति निर्देश बनाने का फैसला लिया गया है। बजट पेश करते वक्त की गई घोषणा के संबंध में यह फैसला लिया गया है। इसके अलावा सरकार ने बहुत से पदों पर सेवाएं दे रहे कर्मियों को नियमित करने का भी फैसला लिया। सरकार को विभिन्न विभागों में खाली पड़े पद भरने की याद भी आ गई है।  जानें, क्या-क्या फैसले लिए गए कैबिनेट बैठक में:

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  • मंत्रिमण्डल ने पंचायती राज विभाग में पंचायत सहायकों के 75 पद भरने के निर्णय के अतिरिक्त 31 मार्च, 2017 को अनुबंध आधार पर 3 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण करने वाले 533 पंचायत सचिवों को नियमित करने का निर्णय लिया गया। बैठक में 31 मार्च, 2017 को तीन साल का कार्यकाल पूर्ण करने वाले 179 पंचायत सहायकों के पदनाम परिवर्तित कर उन्हें अनुबंध आधार पर पंचायत सचिव बनाने का भी निर्णय लिया गया।
  • बैठक में युद्ध विधवाओं के बेटियों की वित्तीय सहायता 15000 रुपये से बढ़ाकर 50000 रुपये करने तथा एक्शन या ऑपरेशन के दौरान शहीद हुए सेना तथा अर्धसैनिक बलों में के आश्रितों की अनुग्रह राशि में भी वृद्धि करने का निर्णय लिया गया। सेना तथा अर्ध-सैनिक बलों में युद्ध में शहीद होने पर 20 लाख रुपये, घायल होने पर 5 लाख रुपये तथा 50 प्रतिशत या इससे अधिक रूप से विकलांग होने की स्थिति में 2.50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
  • मंत्रिमण्डल ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को पूर्ण करते हुए पदों के सृजन सहित परवाणु के अंबोटा, बरोटीवाला, पावंटा साहिब के सतौन, गगरेट तथा भोरंज में नए ईटीओ सर्कल खोलने को स्वीकृति प्रदान की।
  • मंत्रिमण्डल ने राज्य सरकार के कर्मियों तथा पेंशनभोगियों को उनके विकल्प के अनुसार स्थाई चिकित्सा भत्ते को 1 जून, 2017 से 350 रुपये से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति माह करने को अपनी स्वीकृति प्रदान की। एक अनुमान के अनुसार प्रदेश में 51 हजार कर्मी तथा 29 हजार पेंशनभोगी हैं। इस निर्णय से राज्यकोष पर वार्षिक 4.80 करोड़ रुपये का भार पड़ेगा।

पदों को भरने/सृजित करने के निर्णय
  • मंत्रिमण्डल ने कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती से जेबीटी के लिये निर्धारित 15 प्रतिशत पदोन्नति कोटे से टीजीटी (मेडिकल) के 348 रिक्त पद भरने की स्वीकृति प्रदान की।
  • बैठक में बिलासपुर जिला के बंदला स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में अध्यापन, तकनीकी तथा मिनिस्ट्रियल्र स्टॉफ के 125 पद सृजित करने व भरने को स्वीकृति दी। इसके अतिरिक्त, सोसायटी को अन्य आवश्यक पदों को आउटसोर्स आधार पर भरने की भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती से कनिष्ठ अभियंता (सिविल) के 57 पद तथा कनिष्ठ अभियंता (मैकेनिकल) के तीन पद भरने को भी स्वीकृति दी।
  • बैठक में स्वास्थ्य विभाग में डेंटल मैकेनिकस् के 50 पद भरने को भी स्वीकृति दी गई।
  • बैठक में मत्स्य पालन विभाग में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती से विभिन्न श्रेणियों के 28 पद भरने की स्वीकृति भी प्रदान की गई।
  • स्वास्थ्य सुरक्षा तथा विनियमन विभाग में अनुबंध आधार पर खाद्य् सुरक्षा अधिकारी के 10 पद सृजित करने की भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • बैठक में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती कोटे से बाल विकास परियोजना अधिकारी के 4 पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की गई
  • मंत्रिमण्डल ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग में कार्यकारी अभियंता (सिविल) में प्रतिनियुक्ति पर आरक्षित 2 पद सृजित करने को भी स्वीकृति प्रदान की।
  • बैठक में जिला ऊना के राजकीय डिग्री कॉलेज दौलतपुर चौक में कॉमर्स में सहायक प्रोफेसर के दो पद, अधीक्षक ग्रेड-2 का एक पद तथा वरिष्ठ सहायक का एक पद सृजित करने की स्वीकृति प्रदान की।
  • मंत्रिमण्डल ने वन विभाग के वन्यप्राणी विंग में नियुक्ति के लिए पशु पालन विभाग के कैडर को समाहित करते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी के नौ पद तथा वैटनरी फार्मासिस्ट के नौ पद सृजित करने की स्वीकृति भी प्रदान की।
  • बैठक में सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती के माध्यम से तहसील कल्याण अधिकारी के चार रिक्त पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिण्डल ने उद्योग विभाग में अनुबंध आधार पर प्रसार अधिकारी (उद्योग) के दो रिक्त पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की।
  • बैठक में नगर नियोजन विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर का एक पद तथा कनिष्ठ कार्यालय सहायक के पांच पद भरने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल ने हिप्पा में अनुबंध आधार पर सीधी भर्ती के माध्यम से आशुटंककों के दो पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की।
  • बैठक में डॉ.वाई.एस.परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी (सोलन) में सहायक वैज्ञानिक/समानांतर (ऐन्टोमोलॉजी) के दो पद भरने की भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल ने कांगड़ा जिला के राजीव गांधी राजकीय स्नातकोत्तर आयुर्वेदिक कालेज तथा अस्पताल पपरोला के रोग-निदान, स्वस्थीवृता तथा पंचकर्मा सहित तीनों विभागों में रीडर के एक-एक पद को प्रोफैसर के पद पर स्तरोन्न्त करने को भी स्वीकृति प्रदान की।

स्वास्थ्य
  • बैठक में नागरिक अस्पताल बैजनाथ को 100 बिस्तरों के अस्पताल में स्तरोन्न्त करने तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बीड़ को आवश्यक स्टाफ के सृजन सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्न्त करने को मंजूरी प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल ने सिरमौर जिला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कफोटा को आवश्यक पदों के सृजन सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के रूप में स्तरोन्न्त करने का निर्णय लिया।
  • बैठक में मण्डी जिला की ग्राम पंचायत ग्वालपुर के तुमान में दो पदों के सृजन सहित स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा किन्नौर जिला के शौंग में स्वास्थ्य उप-केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने तथा तीन पदों के सृजन को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • सिरमौर जिला के टिम्बी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा ग्राम पंचायत अरजौली के जासवी में आवश्यक स्टाफ के सृजन सहित स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मुख्यमंत्री के नूरपुर दौरे के दौरान की गई घोषणा के अनुरूप बैठक में कांगड़ा जिला के नूरपुर की ग्राम पंचायत नागणी के रिन्ना में स्वास्थ्य उप-केन्द्र को तीन पदांं के सृजन सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने को स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल ने शिमला जिला की धामी उप-तहसील के पाहल में तीन पदों के सृजन सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने को स्वीकृति प्रदान की।
  • मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप शिमला जिला के घानवी स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को स्टाफ के सृजन सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने को भी स्वीकृति प्रदान की गईं ।
  • बैठक में कुल्लू जिला के दलाश में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को आवश्यक स्टाफ सहित तीस बिस्तरों वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्न्त करने तथा स्वास्थ्य उप-केन्द्र चोवाई को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने का भी निर्णय लिया गया।
  • मंत्रिमण्डल की बैठक में शिमला जिला के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सरस्वतीनगर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा जुब्बल तहसील के झड़ग में आवश्यक स्टाफ के सृजन सहित स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • बैठक में चम्बा जिला में तीन पदां के सृजन सहित स्वास्थ्य उप-केन्द्र चुहान (गढ़) को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्न्त करने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • बैठक में इंदिरा गांधी मैडिकल कालेज शिमला में रेडिएशन सुरक्षा अधिकारी (रेडियोलॉजी) के एक पद को सहायक निदेशक (रेडिएशन सेफटी) में स्तरोन्नत करने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।

अन्य महत्वपूर्ण निर्णयः
  • बैठक में मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप कुनिहार में उप-तहसील कार्यालय खोलने को स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप मंत्रिमण्डल द्वारा मौजूदा 10 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (सोलन जिला के धर्मपुर के अलावा) को  स्टेट आफ दी आर्ट आई.टी.आई. बनाने का निर्णय लिया गया।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा कांगड़ा जिला के राजकीय महाविद्यालय ढलियारा में स्नातक स्तर पर भू-विज्ञान विषय आरम्भ करने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा शिमला जिला के कोटखाई तथा सिरमौर जिला के शिलाई में मापदण्डों के अनुरूप नए अग्नि शमन चौकियां खोलने को स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा सिरमौर जिला के नाहन, ऊना तथा बिलासपुर में महिला पुलिस थाने खोलने का निर्णय लिया गया।
  • बैठक में शिमला जिला के रामपुर के कुहल तथा सिरमौर जिला के रेणुकाजी विधानसभा की ग्राम पंचायत नेहरस्वार के कैंथघाट में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने को स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा शिमला जिला के क्वार में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग का नया उपमंडल खोलने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा ऊना जिला के लठियाणी में आवश्यक स्टाफ के सृजन सहित नियमित वैटनरी औषधालय खोलने को स्वीकृति प्रदान की गई।
  • बैठक में शिमला रेलवे पुलिस स्टेशन के अन्तर्गत परवाणू के टकसाल में राजकीय रेलवे पुलिस चौकी खोलने को स्वीकृति प्रदान की गई, बशर्ते हिमाचल प्रदेश रेलवे पुलिस मौजूदा श्रमशक्ति में से आवश्यक स्टाफ की आपूर्ति युक्तिकरण के माध्यम से सुनिश्चित बना सके।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा मण्डी जिला के नगर परिषद से 14 राजस्व मुहाल को नेरचौक नियोजन क्षेत्र बनाने तथा मौजूदा नेरचौक विशेष क्षेत्र के पांच मुहालों से गुटकर विशेष क्षेत्र सृजित करने को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा कुल्लू घाटी नियोजन क्षेत्र के कुल्लू-भुन्तर समूह के लिए विकास योजना के प्रारूप तथा रामपुर नियोजन क्षेत्र के लिए संशोधित विकास योजना को स्वीकृति प्रदान की गई।

अन्यः
  • मंत्रिमण्डल द्वारा कुल्लू जिला की मलाणा ग्राम पंचायत तथा कांगड़ा जिला की मुनगल तथा मण्डी जिला की वाही-सरही के क्षेत्र को पुलिस चौकी पतलीकुहल, चढ़ीधार तथा निहरी को क्रमशः पुलिस चौकी धुन्खरा, पुलिस चौकी लम्बागांव तथा पुलिस चौकी पांगणा के अधीन हस्तांतरित करने को स्वीकृति प्रदान की गई।
  • मंत्रिमण्डल द्वारा मण्डी जिला के नेरचौक स्थित लालबहादुर शास्त्री राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में सिविल तथा इलैक्ट्रिकल उपमण्डल खोलने को स्वीकृति प्रदान की गई।