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Saturday, September 13, 2025
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एम्स को लेकर अनुराग ठाकुर ने जे.पी. नड्डा पर की टिप्पणी

बिलासपुर।। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की प्रतिद्वंद्विता किसी से छिपी नहीं है। मगर पिछले कुछ समय से हमीरपुर से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर भी नड्डा से होड़ लगाते दिख रहे हैं। एम्स को लेकर पिछले कई भाषणों में दबे स्वर में उन्होंने यह जताने की कोशिश की थी कि हिमाचल को अगर एम्स मिला है तो वह नड्डा की वजह से नहीं, बल्कि मेरी वजह से मिला है। मगर अब उन्होंने खुलकर एम्स को लेकर नड्डा पर टिप्पणी की है। इससे पता चलता है कि बीजेपी में बड़े स्तर पर कितनी अंतर्कलह है।

 

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स को लेकर बयान दिया था कि अभी निश्चित नहीं हुआ है कि एम्स कहां खुलेगा। इस पर अनुराग ने कहा है कि एम्स को बिलासपुर लाने में नड्डा का कोई योगदान नहीं है। उन्होंने कहा, ‘एम्स को बिलासपुर लाने में नड्डा का कोई योगदान नहीं है और न ही इसे यहां से ले जाने में होगा। एम्स हर हाल में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में ही बनेगा। इसके लिए चाहे फिर किसी भी स्तर पर लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।’ अमर उजाला के मुताबिक अनुराग ने कहा कि मैं नहीं जानता कि केंद्रीय मंत्री ने किस मजबूरी में आकर बयान दिया कि एम्स के लिए अभी जगह पक्की नहीं हुई है।

 

बिलासपुर में अनुराग ठाकुर ने कहा कि साल 2014 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल को एम्स का तोहफा दिया था। इसके बाद प्रदेश सरकार ने इसे टांडा या नेरचौक में खोलने की बात की थी। अनुराग ने कहा, ‘मेरे पत्र लिखने पर हुआ सब कुछ। मैंने तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्द्धन से मिलकर प्रदेश सरकार को नया स्थान तय करने बारे पत्र लिखवाया। मेरे ही प्रयास से ही एम्स हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को मिला। इसके लिए बिलासपुर के कोठीपुरा में जगह का चयन किया गया।’

 

अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर कोठीपुरा में जमीन की कमी है तो प्रदेश और केंद्र सरकार को बात कर इसे दूर करना चाहिए। लोगों को भी इस बारे में पूरी जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह एम्स के जल्द से जल्द शिलान्यास की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि एम्स बनाने के लिए केंद्र के पास पैसे की कमी नहीं है।

कुल्लू: 13 साल के किशोर पर 5 साल की बच्ची के रेप का आरोप

एमबीएम न्यूज नेटवर्क, कुल्लू।। घटना कुल्लू जिले की मणिकर्ण घाटी के पाथला गांव की है। यहां पर एक किशोर पर पांच साल की बच्ची का रेप का आरोप लगा है। आरोपी फरार बताया जा रहा है। बाया जा रहा है कि पीड़ित और आरोपी नेपाली मूल के हैं और काम की तलाश में आए परिजनों संग यहां पहुंचे हैं।

 

बताया जा रहा है कि परिजन जब पाथला गांव में सेब तोड़ रहे थे, उसी दौरान इस वारदात को अंजाम दिया गया। पीड़ित के  चाचा ने इसकी शिकायत जरी पुलिस को की । पुलिस मौके पर पहुंचकर मासूम को परिजनों के साथ क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू ला रही है।

 

एएसपी कुल्लू निश्चिंत सिंह नेगी ने बताया कि पुलिस दुष्कर्म की पीडित मासूम को मेडिकल जांच के लिए ला रही है और फरार किशोर की तलाश में भी जुट गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने प्राथमिक छानबीन में पाया है कि नेपाल से आए हुए लोग पाथला गांव में सेब ढुलाई का काम करते हैं और इस दौरान मौके का फायदा उठाकर 13 वर्षीय किशोर ने मासूम को हवस का शिकार बनाया है।

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उन्होंने बताया कि मेडिकल जांच के बाद दुष्कर्म का असल में पता चलेगा। फिलहाल पुलिस ने धारा 376 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

(यह एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क की खबर है और सिंडिकेशन के तहत प्रकाशित की गई है)

कोटरोपी: मुख्यमंत्री के बेटे के लिए छाता पकड़े दिखे पुलिस अधिकारी

शिमला।। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और प्रदेश यूथ कांग्रेस प्रेजिडेंट विक्रमादित्य सिंह नए विवाद में फंस गए हैं। वह कोटरोपी में हुए भूस्खलन वाली जगह पर गए थे और वहां जिस वक्त मुआयना कर रहे थे, कुछ तस्वीरों में एक पुलिस अधिकारी उनके लिए छाता पकड़कर खड़ा नज़र आ रहा है, जबकि वह कमर पर हाथ रखकर खड़े हैं। तस्वीर में देखा जा सकता है कि कुछ अन्य बिना छाते के भी हैं। प्रश्न उठाया जा रहा है कि अगर बारिश में छाते की ज़रूरत थी तो क्या उसे ख़ुद नहीं पकड़ा जा सकता था।

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ग़ौरतलब है कि भारत में नेता और बड़े पदाधिकारी इन छोटी बातों पर ध्यान नहीं देते। छाता तो फिर भी अलग बात है, कई नेता अपने सुरक्षा अधिकारियों से जूते उठवाने और जूते पहनवाने जैसा काम कर चुके हैं। मगर विदेशों में सारे काम दूसरों से करवाने के बजाय खुद करने को सम्मानजनक समझा जाता है और नेता भी इसमें यकीन रखते हैं। मगर भारत में ऐसा नहीं है।

नड्डा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा के लिए छाता उठाकर चलता सुरक्षा अधिकारी। भारतीय नेताओं को अपने काम खुद करने की आदत नहीं है।

जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत आए थे उन्होंने अपना छाता ख़ुद पकड़ा था। मगर विक्रमादित्य ने जो तस्वीरें शेयर की हैं, उनमें से कुछ में और लोग भी उनके लिए छाता पकड़े खड़े हैं। कहीं भी वह खुद छाता पकड़े नजर नहीं आए।

Obama holding umbrella
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (File Pic) Courtesy: DD

कुछ लोगों का कहना है कि अगर मुख्यमंत्री के बेटे से छाता खुद नहीं पकड़ा जाता वह इसके लिए निजी स्टाफ रख सकते हैं। उनका कहना है कि हिमाचल प्रदेश पुलिस का काम नेताओं के बच्चों के लिए छाता पकड़ना नहीं है, पुलिस तो राज्य की सेवा के लिए है, राज या सत्ता की नहीं।

हालांकि एक कॉमेंट का जवाब देते हुए विक्रमादित्य ने लिखा – दोस्त यह मेरा छाता नहीं था। वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी का था जिसमें मैंने बारिश के कारण पनाह ली थी। मुझे अपना छाता उठाने में कोई समस्या नहीं है।

प्रशासन पर भी उठे सवाल
जानकारों का कहना है कि छाता उठाने की बात बाद की है, विक्रमादित्य सरकार के कोई मंत्री या प्रतिनिधि नहीं हैं कि वह इस तरह से किसी घटनास्थल का दौरा करें और इस मौके पर प्रशासनिक अमला उनके साथ रहे। वह चुने हुए जनप्रतिनिधि भी नहीं हैं। ऐसे में प्रशासन को बिना चुने हुए प्रतिनिधि के साथ इस तरह से आना लोक सेवकों के नियमों का उल्लंघन और अपमान है। जानकारों का कहना है कि प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए कि वे कहीं किसी की निजी महत्वाकांक्षाओं को बढ़ावा तो नहीं दे रहे।

जो बात चर्चा का विषय बनी हुई है, वह है मुख्यमंत्री के बेटे के लिए पुलिस अधिकारी का छाता पकड़ना। क्या पुलिस के पास और काम नहीं कि वह हर छोटे-बड़े नेता के साथ कहीं भी चल सकती है? और अगर वे घटनास्थल पर ही थे तो क्या अपना काम छोड़ना चाहिए था? अगर किसी के घटनास्थल पर जाने से प्रशासन को अपना काम छोड़कर उनके साथ चलना पड़ता हो तो उसे भी सोचना चाहिए कि मेरा जाना ज़रूरी है या नहीं।

एम्स कहां खुलेगा, अभी यह निश्चित नहीं हुआ है: जे.पी. नड्डा

बिलासपुर।। हिमाचल में एम्स कहां बनेगा? इस सवाल को अगर पूछा जाए तो सबका जवाब यही होगा कि हिमाचल में एम्स का बनना बिलासपुर में प्रस्तावित है। प्रदेश सरकार और खुद मुख्यमंत्री वीरभद्र भी कह चुके हैं कि राज्य सरकार की तरफ से औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं, बस केंद्र की तरफ़ से देरी हो रही है। मगर केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा अब कहा है कि यह संस्थान कहां खुलेगा, यह निश्चित होना अभी बाकी है।

 

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश में एम्स खोलने का ऐलान किया था। इसके लिए हिमाचल सरकार ने बिलासपुर में जगह मुहैया करवाई थी। बाद में ख़बर आई कि वन विभाग की कुछ जमीन के लिए एनओसी लेने का काम अभी पूरा नहीं हो पाया है। मगर एम्स को लेकर ख़ूब राजनीतिक बयानबाजी हुई।

 

एक तरफ बीजेपी नेताओं का कनहा था कि राज्य सरकार की तरफ से जमीन पूरी न देने की वजह से निर्माण कार्य लटका है, जबकि मुख्यमंत्री वीरभद्र का कहना था कि नड्डा जानबूझकर काम को लटका रहे हैं ताकि शिलान्यास की पट्टिका में मेरा नाम न आ जाए। पिछले दिनों जब नड्डा से इस संबंध में सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था कि इस मामले में कुछ टेक्निकैलिटीज़ हैं।

 

मगर अब उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हिमाचल के लिए एम्स दिया है और यह हिमाचल में खुलना तय है। मगर कहां खुलेगा यह निश्चित होना अभी बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि जनभावनाओं की कद्र करते हैं मगर इसे खोलने के स्थान का चुनाव करने का फ़ैसला करना मंत्रिमंडल के अधिकार क्षेत्र में है।

इससे पहले चर्चा थी कि 10 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिलासपुर आ रहे हैं और इस दौरान एम्स का शिलान्यास भी होगा और हिमाचल के चुनावी अभियान का आगाज भी। मगर नड्डा ने बयान ने भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है।

होशियार सिंह के मोबाइल की तस्वीरों के आधार पर 4 गिरफ्तार

मंडी।। जून महीने में मंडी के करसोग में जंगल में संदिग्ध हालात में मृत पाए गए फॉरेस्ट गार्ड होशियार सिंह के मामले में अपडेट आया है। पुलिस ने इस केस के सिलसिले में 4 लोगों की गिरफ्तारी की है, जिन्हें वन कटुआ बताया जा रहा है।

 

ख़बर है कि पुलिस ने होशियार के फोन से कुछ तस्वीरें रिकवर की हैं, जिनमें इन चार लोगों की तस्वीरें भी थींय़ बताया जा रहा है कि पुलिस ने चार आरोपियों की कुछ दिनों से तलाश कर रही थी, मगर ये लोग घर से भाग गए थे।

 

एस.पी. मंडी अशोक कुमार का कहना है कि सोमवार को इन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इनसे पूछताछ भी चल रही है।

22 को सामूहिक अवकाश पर जाएंगे आउटसोर्स्ड कर्मचारी

शिमला।। प्रदेश भर के आउटसोर्स कर्मचारी 22 अगस्त को सामूहिक अवकाश पर जाएंगे। वे स्थायी नीति बनाए जाने की अपनी मांग को लेकर ऐसा करने जा रहे हैं।

 

इसी दिन हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आरंभ होने के साथ-साथ प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक भी होगी। ऐसे में आउटसोर्स कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

 

हिमाचल प्रदेश आउटसोर्स कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि कि राज्य के विभिन्न विभागों, निगम व बोर्ड में आउटसोर्स पर सेवाएं देने वाले हजारों कर्मचारी इस दिन मुख्यमंत्री के साथ कैबिनेट मंत्रियों से मिलेंगे।

गद्दी समुदाय पर लाठीचार्ज: पुलिस से मांगे कॉलर पकड़ने के सबूत

धर्मशाला।। हिमाचल के धर्मशाला में प्रदर्शन कर रहे गद्दी समुदाय पर लाठीचार्ज के मामले की जांच करने पहुंची अनुसूचित जनजाति आयोग की 6 सदस्यीय टीम ने डीजीपी सोमेश गोयल, डीआईजी, जिला कांगड़ा के एसपी रमेश छाजटा, डीसी सीपी वर्मा और एसडीएम श्रवण मांटा से रिपोर्ट ली।

 

आयोग के अध्यक्ष नंद कुमार सहाय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एसपी ने घटना का वीडियो भी दिखाया। आयोग को बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने एसएचओ मैकलोडगंज की कॉलर पकड़ ली थी। इसके बाद ऐसी घटना हुई। मगर चेयरमैन ने कहा कि पुलिस का यह तर्क हजम नहीं हो रहा है, क्योंकि इस संबंध में प्रशासन ने कोई तथ्य पेश नहीं किया।

 

उन्होंने कहा कि पीड़ित गद्दी समुदाय के लोगों की ओर से पेश किए तथ्यों से साफ लग रहा है कि लाठीचार्ज हुआ है। अधिकारियों के तथ्य सिद्ध होते दिख नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि आखिर हिमाचल जैसे शांत राज्य में लाठीचार्ज जैसी घटना कैसे हो गई। कहा कि दोनों पक्षों को सुुना गया है। अब दिल्ली जाकर मामले की तथ्यपरक जांच की जाएगी। आयोग विष्लेषण करेगा कि घटना के पीछे जिम्मेदारी किसकी बनती है। दोष साबित होने पर कार्रवाई भी की जाएगी।

आईजीएमसी शिमला में स्क्रब टायफस से पहली मौत

शिमला।। स्क्रब टायफस के मामले सामने आना शुरू हो गए हैं। आईजीएमसी शिमला में स्क्रब टायफस से पहली मौत हुई है। पीड़ित युवक शिमला के नजदीक चलौंठी का रहने वाला बताया जा रहा है। तेज बुखार के चलते युवक को अस्पताल में दाखिल किया गया था।

 

आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रमेश चंद ने स्क्रब टायफस से मौत की पुष्टि की है। पीड़ित को तेज बुखार सहित जोड़ों में दर्द की शिकायत थी, मगर पंद्रह अगस्त को उसकी मौत हो गई। युवक की मौत इस बीमारी से होने की चार दिन बाद पुष्टि करवाने पर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि प्रबंधन का कहना है कि रिपोर्ट देर से आई है।

 

अस्पताल में स्क्रब टायफस के चार दिन के भीतर 30 से अधिक पॉजिटिव मामले पाए गए हैं। पॉजिटिव मामलों के बढ़ने के बाद से शहर सहित आसपास के लोग काफी सहम गए हैं। अस्पताल में सामान्य बुखार के उपचार के लिए भी लोगों की भीड़ भी बढ़ रही है।

मैं सीएम बनूं या न बनूं, सरकार कांग्रेस की ही बनेगी: वीरभद्र

कुल्लू।। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि मैं सातवीं बार सीएम बनूं या नहीं, मगर कांग्रेस फिर से सत्ता में आएगी। उन्होंंने कांग्रेस में गुटबाजी के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि गुटबाजी भाजपा में है।

 

कुल्लू में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी में सीएम की दौड़ में 15 लोग हैं जबकि कांग्रेस में ऐसा नहीं है। ढालपुर में उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, इसलिए मतभेदों को भुलाकर, एकजुट होकर आगे बढ़ना है।

 

सीएम ने कहा कि सबसे बड़ी लड़ाई टिकटों पर होती है और इससे घर बंट जाते हैं। हर हलके से एक को ही टिकट मिल सकता है। टिकट के लिए सभी कोशिश करें, मगर बाद में टिकट मिलने वाले के पीछे चलकर उसे कामयाब बनाएं।

जी.एस. बाली के बयान पर मुख्यमंत्री वीरभद्र का पलटवार

शिमला।। नगरोटा बगवां में हुए कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुशील कुमार शिंदे के सामने कहा था- राजा को रंक और रंक को राजा बनते देर नहीं लगती। मुख्यमंत्री वीरभद्र ने सिंह इस बयान पर पलटवार किया है। मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा- मैं तो खुद चाहता हूं कि बाली जल्द से राजा नहीं, बल्कि महाराजा बन जाएं।

सीएम ने पूर्व विधायक निखिल राजौर की तरफ से लगाए गए उन आरोपों को भी गलत बताया, जिनमें कहा गया था कि वीरभद्र ने निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन करने की बात कही थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि निखिल राजौर झूठ बोल रहे हैं और मैं उन पर मानहानि का केस करूंगा।