शिमला।। हिमाचल प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में जो छात्र ग़ैर बोर्ड क्लासों में पढ़ते हैं, उन्हें बिना रिज़ल्ट घोषित किए अगली क्लास में प्रमोट किया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में कोरोना संकट के कारण पैदा हुए हालात पर चर्चा हुई। इस कारण स्कूली बच्चों के भविष्य को देखते हुए बच्चों को अगली क्लास में प्रमोट करने पर कैबिनेट के बीच सैद्धांतिक रूप से सहमति बनी है। हालाँकि, फ़ैसला तभी लागू हुआ समझा जाएगा जब शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी होगी।
आठ कक्षाओं के छात्रों को होगा लाभ
सीबीएसई की तर्ज़ पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने ग़ैर बोर्ड परीक्षाओं वाली क्लासों के लिए यह फ़ैसला लेने की योजना बनाई है। पहली से चौथी, छठी, सातवीं, नौवीं और ग्यारहवीं क्लास के बच्चे शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी होती ही अगली क्लास में प्रमोट हो जाएँगे। बैठक में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह मामला उठाया था। जिस पर सैद्धांतिक सहमति बनी है और शिक्षा विभाग को इस संबंध में प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया है।
विभाग की ओर से आने वाले औपचारिक प्रस्ताव को मंज़ूरी मिलेगी और अधिसूचना जारी हो जाएगी। पाँचवीं, आठवीं, दसवीं और 12वीं की कक्षाओं, जिनकी परीक्षाएँ बोर्ड करवाता है, पर चर्चा तो हुई लेकिन कोई फ़ैसला नहीं हो सका। हो सकता है कि सरकार बाद में इस संबंध में फ़ैसला ले।
ऐसी नौबत इसलिए आई है क्योंकि परीक्षाएँ तो हो चुकी हैं मगर कोरोना संकट के कारण बच्चों की आंसर शीट्स यानी उत्तर पुस्तिकाओं की जाँच नहीं हो पाई है। ग़ैर बोर्ड वाली कक्षाओं का रिज़ल्ट स्कूल 31 मार्च को घोषित करते हैं मगर इस साल ऐसा नहीं हो पाया। ऐसे में पढ़ाई का नुक़सान न हो, इसलिए सरकार को यह फ़ैसला लेने पर विचार करना पड़ा है।
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