कर्नाटक और यूपी: नमाज के लिए जुटी भीड़ का पुलिस पर हमला

Image: ANI

लखनऊ, बेंगलुरु।। कोरोना वायरस संकट के कारण लॉकडाउन के चलते लोगों को भीड़ जमा न करने का आदेश है। इसके तहत सभी धर्मस्थलों और उपासना के स्थानों पर भी न जुटने के लिए कहा गया है। विभिन्न धर्मों के गुरुओं और नेताओं ने अपील की है लोग सरकारी आदेश का पालन करें ताकि कोरोना को फैलने से रोका जा सके। मगर कुछ लोग इससे बाज नहीं आ रहे हैं।

एक और जहां तबलीगी जमात में एकसाथ जुटे लोगों में कोरोना संक्रमण फैलने का उदाहरण सामने है, तब भी देश के विभिन्न स्थानों पर लोग जुमे की नमाज़ के लिए जुट गए और प्रशासन ने जब उन्हें हटने को कहा तो पथराव कर दिया। कर्नाटक से लेकर उत्तर प्रदेश तक ऐसे घटनाक्रम देखने को मिले हैं।

कर्नाटक में क्या हुआ
कर्नाटक के हुबली में शुक्रवार को लॉकडाउन के बावजूद कुछ लोग नमाज़ अदा करने के लिए मस्जिद में पहुँच गए। मंतूर। की इस मस्जिद में लोगों के जुटने की ख़बर मिलने पर पुलिस वहाँ पहुँची तो लोगों ने पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। इसमें चार पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं। हुबली-धारवाड़ के पुलिस कमिश्नर आर दिलीप ने कहा है कि पुलिस कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी लोगों की पहचान की जा रही है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने इसका वीडियो भी ट्वीट किया है-

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में भी बवाल
यूपी के कन्नौज में एक घर में कुछ लोग नमाज़ के लिए जुटे हुए थे। पुलिस जब यहाँ पहुँची तो लोगों ने हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को वहाँ से भागना पड़ा। कन्नौज के एसपी अमरेंद्र सिंह का कहना है कि एक घर में लगभग तीस लोग जुटे थे।

उन्होंने कहा, “जब पुलिस कॉन्स्टेबल सूचना मिलने पर यहाँ पूछताछ करने पहुँचे तो कुछ लोगों ने आसपास के घरों की छतों से पत्थरों से हमला कर दिया। घायल कॉन्स्टेबल को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।”

इससे पहले गुरुवार को अलीगढ़ में एक मुस्लिम बहुल इलाके में पुलिस टीम पर पथराव हुआ था। यह हमला उस समय हुआ था जब पुलिसकर्मी नमाज के लिए जुटे लोगों को समझाने गए थे। बुधवार को सहारनपुर में नमाज के लिए जुटे लोगों को हटाने पहुंची पुलिस पर हमला हुआ था। दोनों घटनाओं में पुलिस ने केस दर्ज करके कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है।

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