कोरोना के कारण घर पर बैठे अध्यापकों की नाकों पर लगी ड्यूटी

प्रतीकात्मक तस्वीर

बिलासपुर।। हिमाचल प्रदेश में कोरोना लॉकडाउन के कारण सरकारी स्कूलों के अध्यापक घर पर बैठने को मजबूर हैं। इस बीच बिलासपुर जिला प्रशासन ने कोरोना संकट से निपटने के लिए शिक्षकों की मदद लेने की योजना बनाई है। इसके तहत नयनादेवी से शुरुआत करते हुए अध्यापकों की ड्यूटी नाकों पर लगाई है।

अभी उपमंडल अधिकारी नयनादेवी ने 11 प्राइमरी असिस्टेंट टीचर्स और जेबीटी की ड्यूटी लगाई है। वे विभिन्न नाकों पर ड्यूटी करेंगे और तहसीलदार स्वारघाट को रिपोर्ट करेंगे। ड्यूटी का समय सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक का होगा।

ऐसा करने से क्या होगा
ऐसी चर्चा चल रही है कि अन्य ज़िलों में भी यह मॉडल अपनाया जा जा सकता है। हिमाचल प्रदेश में पुलिस फ़ोर्स को सदस्यों की कमी के कारण दिक़्क़त आ रही है। ऐसे में नाकों पर शिक्षकों की मदद लेने से पुलिस फ़ोर्स पर पड़ा दबाव कम होगा।

नाकों पर टीचर्स के साथ पुलिसकर्मी भी मौजूद रहेंगे मगर अभी तक तैनात रहे अतिरिक्त पुलिसकर्मियों को कर्फ़्यू के दौरान गश्त लगाने और अन्य महत्वपूर्ण कामों में लगाया जा सकता है।

बिना रिजल्ट प्रमोट होंगे छात्र
इस बीच एक ख़बर यह आई है कि हिमाचल प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों में जो छात्र ग़ैर बोर्ड क्लासों में पढ़ते हैं, उन्हें बिना रिज़ल्ट घोषित किए अगली क्लास में प्रमोट किया जा सकता है। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में कोरोना संकट के कारण पैदा हुए हालात पर चर्चा हुई। इस कारण स्कूली बच्चों के भविष्य को देखते हुए बच्चों को अगली क्लास में प्रमोट करने पर कैबिनेट के बीच सैद्धांतिक रूप से सहमति बनी है।

ध्यान देने की बात यह है कि इस संबंध में कोई भी फ़ैसला तभी लागू हुआ समझा जाएगा जब शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी होगी। कोरोना के कारण घर पर बैठे अध्यापकों की नाकों पर लगी ड्यूटी आठ कक्षाओं के छात्रों को होगा लाभ सीबीएसई की तर्ज़ पर हिमाचल प्रदेश सरकार ने ग़ैर बोर्ड परीक्षाओं वाली क्लासों के लिए यह फ़ैसला लेने की योजना बनाई है।

पहली से चौथी, छठी, सातवीं, नौवीं और ग्यारहवीं क्लास के बच्चे शिक्षा विभाग की ओर से अधिसूचना जारी होती ही अगली क्लास में प्रमोट हो जाएँगे। बैठक में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने यह मामला उठाया था। जिस पर सैद्धांतिक सहमति बनी है और शिक्षा विभाग को इस संबंध में प्रस्ताव भेजने के लिए कहा गया है।

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हिमाचल: बिना रिजल्ट अगली क्लास में भेजे जा सकते हैं छात्र

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