शहीद बलदेव कुमार शर्मा के परिवार से किए वादे भूल गई सरकार

इन हिमाचल डेस्क।। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुए नक्सली हमले में 25 जवान शहीद हो गए। यह पहली घटना नहीं थी। CRPF के जवान लगातार अशांत इलाकों में निष्ठा से जुटे हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के सूबेदार बलदेव कुमार शर्मा और उनकी बटालियन पिछले साल मई महीने में मणिपुर में एक जगह पर हुए भूस्खलन को ठीक की जांच कर रहे थे। इसी दौरान उनपर हमला कर दिया गया है। सूबेदार बदलेव कुमार शर्मा इस हमले में शहीद हो गए। सूबेदार शर्मा के परिवार को  आज तक सरकार की ओर से आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है। बस 5 लाख में से 1.5 लाख रुपये मिले हैं जिससे जीवनयापन मुश्किल है। परिवार को नौकरी देने का आश्वासन दिया गया था मगर शहीद का बेटा आज तक उस नौकरी को पाने के लिए संघर्ष कर रहा है। परिवार के सामने कई चुनौतियां हैं। बेटी प्रियंका कहती है कि पैसों से क्या होगा, मेरे पिता तो वापस नहीं आएंगे। वह याद करके बताती है कि कैसे उसके पिता अक्सर सुबह ब्रश करते समय उसके साथ मजाक किया करते थे। उस खेल को वो याद करके रो देती है।

इंडियाटाइम्स ने #ChildrenOfTerror #COTSeason2 के तहत इस बार शहीद शर्मा के परिवार से बात की है और उनकी समस्याओं को सामने लाने की कोशिश है। यह एक तरह से कोशिश है लोगों के हृदय बदलने की। खासकर उन लोगों की जो हिंसा के जरिए अपनी मांगों को मनवाने की सोच रखते हैं। इन बच्चों के दर्द को समझकर शायद चरमपंथ की राह पर निकले लोगों को दिल पसीज जाए। देखें, शहीद की बेटी प्रियंका शर्मा से बातचीत:

इससे पहले इंडियाटाइम्स हिमाचल प्रदेश के अन्य शहीदों के बच्चों की समस्याएं भी इस सीरीज के तहत उठा चुका है। देखें-

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