पर्यवेक्षकों ने सुक्खू, विक्रमादित्य, प्रतिभा और ’12 असंतुष्ट MLA’ पर क्या रिपोर्ट दी?

शिमला।। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए मतदान के दौरान देखने को मिली राजनीतिक उठापटक और उसके बाद पैदा हुई हलचल को लेकर कांग्रेस के पर्यवेक्षकों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को रिपोर्ट सौंपी है।

बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में इस बात का आकलन किया गया है कि ऐसे हालात क्यों पैदा हुए, किसने क्या किया और भविष्य में क्या कदम उठाए जा सकते हैं। अमर उजाला ने एक खबर छापी है, जिसमें बताया गया है कि प्रदेश के नेताओं और हालात को लेकर पर्यपेक्षकों ने क्या राय दी है।

अमल उजाला के मुताबिक, सीएम सुखविंदर सुक्खू को लेकर लिखा गया है कि वो क्रॉस वोटिंग को लेकर अनुमान नहीं लगा सके। “ऐसी बेखबरी स्वीकार नहीं की जा सकती। सीएम अपने विधायकों को जोड़कर नहीं रख सके। भविष्य में अगर पार्टी के भीतर बगावत हुई, तो वे इसे रोक पाएंगे, इसमें भी संदेह पैदा होता है।”

वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह को कथित तौर पर लोकसभा चुनाव में उतारने का सुझाव दिया गया है मगर यह कहा गया है कि प्रदेशाध्यक्ष किसी और को बनाना चाहिए।

वहीं, इस्तीफा देने और फिर उसे इनसिस्ट न करने और बाद में कैबिनेट बैठक में शामिल होने वाले मंत्री विक्रमादित्य सिंह को लेकर अखबार लिखता है कि पर्यवेक्षकों ने कहा है कि उन्होंने ‘अनुशासन तोड़ा.’ साथ ही नेताओं को संदेह है कि ‘क्या उनपर आगे भी भरोसा किया जा सकता है।’

वहीं, यह कहा गया है कि बगावत करने वाले विधायकों को बीजेपी ने लालच दिया था और कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए बीजेपी लगातार कोशिश कर रही है।

अखबार के अनुसार, पर्यवेक्षकों ने ऐसा सुझाव दिया है कि अन्य 12 असंतुष्ट विधायकों को संहिता से पहले ही पद देकर आचार संतुष्ट करने की कोशिश करनी चाहिए।

हालांकि, ऐसी किसी रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस की ओर से काई जानकारी नहीं दी गई है।

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