प्रदेश कर्ज में, HRTC खस्ताहाल मगर MD की गाड़ी मंत्री की पत्नी की सेवा में

शिमला।। हिमाचल प्रदेश के परिवहन, वन, युवा एवं खेल मामलों के मंत्री गोविंद ठाकुर की पत्नी रजनी ठाकुर के अढाई लाख रुपये चोरी होने के मामले ने नई बहस छेड़ दी है। HP66 0001 नंबर की जिस गाड़ी से चंडीगढ़ में ये पैसे चोरी हुए, वह एचआरटीसी के एमडी के नाम पंजीकृत है। इंडियन एक्सप्रेस को मंत्री की पत्नी रजनी ठाकुर ने बताया है कि वह स्किन ट्रीटमेंट करवाने एक सलून में गई थीं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्यों एचआरटीसी के एमडी की सरकारी गाड़ी को परिवहन मंत्री की पत्नी के निजी काम के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। इससे मंत्री द्वारा पद के दुरुपयोग के आरोप भी लग रहे हैं।

सवाल इतनी बड़ी रकम को लेकर भी उठ रहे हैं कि कहां से आई, कैशलेस दौर में क्यों नकदी रखी गई थी। मगर इससे इतर सोशल मीडिया पर सवाल पूछा जा रहा है कि जह प्रदेश कर्ज में है और एचआरटीसी की हालत भी पतली है तब क्यों एमडी की गाड़ी को एक निजी काम के लिए भेजा गया। फेसबुक पर कई लोगों, जिनमें पत्रकार और समाज के प्रबुद्ध लोग भी शामिल हैं, पूछ रहे है कि क्या वीआईपी कल्चर खत्म करने का मतलब सिर्फ बत्ती हटा देना है? भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता भी कह रहे हैं कि पीएम मोदी को और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए।

इस बीच परिवहन मंत्री का वह बयान भी चर्चा में आ गया है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जब तक कि एचआरटीसी की आमदनी 100 करोड़ नहीं हो जाती तब तक नई गाड़ी नहीं लूंगा (पढ़ें खबर)। आमदनी तो 100 करोड़ नहीं पहुंची, उल्टा कई वैट लीज़ बसों को इसलिए बंद करने की नौबत आ गई है क्योंकि अवैध वॉल्वो पर लगाम नहीं लगी। और अब एचआरटीसी के एमडी के नाम पर बीते साल खरीदी गई नई इनोवा क्रिस्टा को उनकी पत्नी इस्तेमाल कर रही हैं।

लोग सवाल कर रहे हैं कि इस वादे का क्या हुआ

फेसबुक पर टिप्पणी कर रहे लोगों का ध्यान चोरी से ज्यादा जनता के पैसे की चोरी पर जा रहा है। वे मंत्री की पत्नी द्वारा एचआरटीसी के एमडी की गाड़ी इस्तेमाल करने को जनता के टैक्स के पैसे की लूट बता रहे हैं क्योंकि एचआरटीसी के सेवानिवृत कर्मचारी आए दिन पेंशन को लेकर परेशान रहते हैं। इस बीच कुछ लोग मंत्री द्वारा पद का दुरुपयोग किए जाने का आरोप लगाते हुए मामले की जांच और सख्त कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं।

आने लगीं प्रतिक्रिया
हर वर्ग से इस मामले पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ऊना से कांग्रेस के विधायक सतपाल रायजादा ने बयान जारी करके कहा है कि आखिर ब्यूटी पार्लर के लिए सरकारी गाड़ी का प्रयोग क्यों हुआ, सीेम को इसका जवाब देना चाहिए। हिमाचल एनएसयूआई के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष यदोपति ठाकुर ने कहा है कि एक ओर निगम घाटे से गुजर रहा है, दूसरी ओर निजी कार्यों के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जा रहा है जबकि कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मंत्री की पत्नी को बताना चाहिए कि वह किस हैसियत से सरकारी गाड़ी और कर्मचारी और ड्राइवर को लेकर सलून गईं।”

पत्रकार मुनीष दीक्षित ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा है, “अब समझ में आया हिमाचल प्रदेश में एचआरटीसी की हालत क्यों खराब हो रही है। जनता टूटी हुई बसों में। अधिकारी बिना गाड़ी के ऑफिस में बैठने को मजबूर और मंत्री की बीवी एमडी की गाड़ी में चंडीगढ़ के सैलून जा रही है।”

विजय ठाकुर नाम के एक शख्स ने इस पूरे मामले पर सरकार पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि राजनेता सिस्टम का फायदा उठा रहे हैं जबकि जनता धक्के खा रही है।

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परिवहन मंत्री की पत्नी का ₹2.5 लाख से भरा बैग HRTC की इनोवा से चोरी

 

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