सिराज जातिवाद केस: सामान्य वर्ग के बच्चों ने नहीं खाना मिडडे मील

मंडी।। सिराज के बालीचौकी में एक प्राइमरी स्कूल में मिडडे मील के लिए बच्चों को जाति के आधार पर बिठाने के मामले में मुख्याध्यापिका को सस्पेंड कर दिया गया है। इससे पहले मामला बुधवार को विधानसभा में भी उठा था जिसके बाद शिक्षा मंत्री जाँच के आदेश दिए थे।

इससे पहले डीएसपी अनिल पटियाला ने स्कूल पहुँचकर अध्यापकों, छात्रों और अभिभावकों के बयान दर्द किए थे। इस मामले में एससी एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।

अब प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक का कार्यभार देख रहे अशोक कुमार ने कहा कि मामले की जाँच जारी है और मुख्याध्यापिका को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि एक अभिभावक ने स्कूल पहुँचकर वीडियो बनाया था जिसमें बच्चों को अलग बिठाया गया था।

हमने इस वीडियो को धुंधला कर दिया है क्योंकि इसमें बच्चों के चेहरे दिख रहे थे। मगर ध्यान से सुनिए, कैसे सीएम के इलाके में पड़ने वाले नौना प्राइमरी स्कूल के बच्चों को जाति के आधार पर अलग बिठाकर मिड डे मील दिया जा रहा था। जब एक अभिभावक ने आपत्ति की तो अध्यापिकाओं का रवैया भी खराब था। बच्चों में जाति आधारित भेदभाव और पक्षपात के बीज बोने वाले ऐसे सारे टीचर बर्खास्त होने चाहिए।पूरी खबर: https://inhimachal.in/news/himachal/mandi-nauna-primary-school/

In Himachal ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಮಂಗಳವಾರ, ಡಿಸೆಂಬರ್ 10, 2019

 

इस बीच पंजाब केसरी की ख़बर के अनुसार, बुधवार को मिडडे मील के दौरान सामान्य वर्ग के बच्चों ने खाना नहीं खाया। यह दिखाता है कि समाज में जाति के नाम पर कितना ज़हर भर दिया गया है कि प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों के मन भी प्रदूषित कर दिए गए हैं।

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