चमगादड़ भगाने के लिए बागवानों ने छोड़े पटाखे, कंगना ने बुलाई पुलिस

कंगना रणौत

कुल्लू।। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के मनाली में कंगना रणौत के घर के आसपास सेब के बागवानों ने पके हुए फलों को चमगादड़ों और अन्य जीवों से बचाने के लिए पटाखे चलाए। इसके बाद अभिनेत्री कंगना ने गोली की आवाज सुनने का दावा करते हुए पुलिस बुला ली।

अभिनेत्री का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत मामले और बॉलीवुड में परिवारवाद पर आवाज उठाने के लिए उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है। कुल्लू पुलिस जानकारी मिलने पर कंगना के घर पहुंची थी और मामले की पड़ताल की थी। पुलिस का कहना है सीसीटीवी आदि की पड़ताल करने पर भी घर के पास गोली चलाए जाने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। हालांकि, पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है।

कंगना रणौत

उधर सोशल मीडिया पर कुछ लोग जहां अभिनेत्री का समर्थन कर रहे हैं वहीं कुछ लोग इसे नाटक बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि सामान्य पटाखों की आवाज को गोली की आवाज बताया गया ताकि दिखाया जा सके कि कैसे कुछ लोग उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ लोगों ने इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया है तो कुछ का कहना है कि हिमाचल पुलिस को वाकई सावधानी बरतनी चाहिए।

अभी तक कोई बागवान आगे नहीं आया है कि पटाखे उसने चलाए थे। मगर ऐपल सीजन में फसलों को चमगादड़ आदि से बचाने के लिए शोर किया जाता है। गौरतलब है कि मनाह (चमगादड़) रात को सक्रिय होते हैं और फलों को कुरेदते हैं।

बॉलीवुडलाइफ डॉट कॉम ने कंगना के बयान भी छापा है। इसमें कंगना के हवाले से कहा गया है, “मैं बेडरुम में थी और ये बात रात के 11.30 बजे करीब की है. हमारे घर की एक बाउंड्री वॉल है, जिसके पीछे एक सेब का बाग है और एक पानी का तालाब है। मुझे एक पटाखे जैसी आवाज सुनाई दी और इसके कुछ देर बाद दोबारा वैसी ही आवाज सुनाई दी। तब मैं थोड़ा डर गई। अभी मनाली में कोई पर्यटन का सीजन नहीं है और ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है कि बाहर लोग खुशियां मनाते हुए पटाखे छोड़ेंगे।”

कंगना ने बताया, “इसलिए मैंने तुरंत अपने सिक्योरिटी गार्ड को बुलाया और उनसे पूछा कि बाहर क्या हुआ है। वो बोले- हो सकता है कि कुछ बच्चे हो। हम चारों ओर देखते हैं कि ये क्या है। शायद उन्होंने ये आवाज नहीं सुनी लेकिन मैंने सुनी। उसने सोचा कि शायद किसी ने शैतानी की होगी। वो चारों ओर गए लेकिन कुछ नहीं मिला। अब हम पांच लोग हैं घर पर और सभी मेरे साथ रह रहे हैं। हम सभी ने ये आवाज सुनी और हमें लगा है कि ये गोलियों की आवाज थी। इसके बाद हमने पुलिस को बुलाया।”

“पुलिस ने कहा कि शायद कोई चमगादड़ को मारने की कोशिश कर रहा हो क्योंकि चमगादड़ सेब की खेती को नुकसान पहुंचाते हैं। शनिवार सुबह हमने सेब के बागीचे के मालिक को बुलाया लेकिन उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई गोली नहीं चलाई। इसलिए हमें लगता है कि यह हमें डराने के लिए किया गया था।”

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