धर्मशाला में बाढ़ से जल आपूर्ति बाधित होने से पानी की भारी किल्लत

धर्मशाला।। हाल ही में धर्मशाला में हुई जल-प्रलय के बाद से धर्मशाला के कई इलाके जल संकट का सामना कर रहे हैं। 12 जुलाई को मांझी नदी में आई बाढ़ में 38 में से 23 जलापूर्ति योजनाएं क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं।

धर्मशाला के राम नगर निवासियों का आरोप है कि उन्हें पिछले चार दिनों से पानी नहीं मिला है। हैंडपंप से पीने का पानी लेने के लिए घंटों लाइन में लगना पड़ता है। निवासियों का कहना है कि यदि आपूर्ति योजनाओं को नुकसान होता है, तो अधिकारियों को उन्हें टैंकरों के माध्यम से पानी उपलब्ध कराना चाहिए था। लेकिन, ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

आईपीएच धर्मशाला के कार्यकारी अभियंता सरवन ठाकुर का कहना है कि राम नगर और शाम नगर क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है क्योंकि आपूर्ति योजना अचानक बाढ़ में बह गई थी। धर्मशाला की अन्य योजनाओं से पानी को राम नगर की ओर मोड़ा जा रहा है। राम नगर और शाम नगर की दैनिक पानी की आवश्यकता लगभग 12 लाख लीटर है। उम्मीद है, हम कल तक इन क्षेत्रों में लगभग 7 लाख से 8 लाख लीटर पानी उपलब्ध करा सकेंगे।

ठाकुर का कहना है कि धर्मशाला के अन्य क्षेत्रों को भी पानी की कमी का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि 38 में से 23 योजनाएँ अचानक बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गई हैं। उनका कहना है कि धर्मशाला शहर में रोजाना करीब 68 लाख लीटर पानी की जरूरत होती है। हालांकि फिलहाल हम 30 लाख लीटर पानी ही सप्लाई कर पा रहे हैं।

उनका कहना है कि क्षतिग्रस्त पाइपलाइनों की मरम्मत के लिए लोगों को लगाया गया है, लेकिन शहर में नियमित जलापूर्ति बहाल होने में करीब एक सप्ताह का समय लगेगा। अचानक आई बाढ़ से धर्मशाला में जलापूर्ति योजनाओं और सीवरेज को हुए कुल नुकसान का अनुमान लगभग 8 करोड़ रुपये है।

धर्मशाला शहर पानी की आपूर्ति के लिए प्राकृतिक धाराओं पर निर्भर है। अचानक आई बाढ़ में आईपीएच विभाग की आपूर्ति पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है।

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