बजट सेशन के दूसरे ही दिन बीजेपी विधायकों का सदन से वॉकआउट

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शिमला।। हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन हंगामेदार रहा। पिछले 4 सालों में वॉकआउट के लिए बदनाम हो चुके बीजेपी विधायकों ने एक बार फिर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में वॉकआउट कर दिया। गौरतलब है कि लगभग हर सत्र में बीजेपी विधायक वॉकआउट करते रहे हैं। संसद में जनता से जुड़े सवाल उठाने के बजाय और तथ्यों व तर्कों से सरकार की खबर लेने के बजाय इसी तरीके को अपनाया जाता रहा है। उम्मीद की जा रही थी कि बजट सेशन में ऐसा नहीं होगा, मगर फिर वॉकआउट कर दिया गया।

दरअसल प्रश्नकाल के दौरान प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई परियोजनाओं की लंबित डीपीआर को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने हुए। कैबिनेट मंत्री कौल सिंह ठाकुर के जवाब से असंतोष जताते हुए विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया। कौल सिंह पर गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया गया। इस पर कौल सिंह ने विपक्ष को चुनौती दी कि अगर ऐसा है तो मेरे खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव ले आएं। इसपर प्रश्नकाल खत्म होने के कुछ समय पहले ही सदन ने वॉकआउट कर दिया। इस साल बजट सत्र में बीजेपी का यह पहला वाकआउट है।

बीजेपी विधायक रविंद्र रवि ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनाओं की डीपीआर से जुड़ा सवाल किया था। उनका कहना था कि मंत्री ने लिखित उत्तर में आधी अधूरी जानकारी दी है। कृषि मंत्री सुजान सिंह पठानिया की अनुपस्थिति में स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश सरकार ने कृषि सिंचाई योजनाओं की अब तक 1857 डीपीआर केंद्र को भेजी हैं। इन डीपीआर में 7 मध्यम सिंचाई परियोजनाओं से जुड़ी हैं। 5667.54 करोड़ की इन सभी डीपीआर से लगभग 1 लाख 86 हजार 18 हैक्टेयर क्षेत्र सिंचित होना है। कौल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार को इन डीपीआरों को स्टेट टैक्निकल एडवाइजर कमेटी की मंजूरी के बाद भेजा गया है। मगर केंद्र ने इन्हें ठंडे बस्ते में डाला हुआ है। ये डीपीआर हिमाचल को वापिस भी नहीं जा रही हैं। केंद्र सरकार इन डीपीआर को लेकर गंभीर नहीं है।

कौल सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार से डीपीआर स्वीकृति करने बारे केंद्र से कई बार आग्रह भी किया गया। इस बाबत अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कई पत्र केंद्र सरकार को लिखे। लेकिन डीपीआरों को नामंजूर करके केंद्र सरकार पैसा जारी नहीं कर रहा है। भाजपा के महेश्वर सिंह ने अनुपूरक सवाल में कुल्लू जिला की प्रीणी-बिजली महादेव मध्यम सिंचाई परियोजना की लंबित डीपीआर का मुद्दा उठाया। लंबित डीपीआरों पर भाजपा विधायकों रविंद्र रवि और महेंद्र सिंह की कौल सिंह से नोकझोंक हुई। दोनों ने अधूरी डीपीआर भेजने का आरोप राज्य सरकार पर जड़ा। बाद में नारेबाजी करते हुए भाजपा विधायक सदन से बाहर चले गए।

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…और धूमल ने एक बार फिर कर दिया वॉकआउट का ऐलान

(एमबीएम न्यूज नेटवर्क की इनपुट सहित)