कुल्लू । कई तरह की गतिविधियों के लिए देश ही दुनिया में विख्यात कुल्लू ज़िले के मलाणा गाँव एक बार फिर चर्चा में है। चर्चा की वज़ह है मलाणा गाँव के देवता जमलू ( जमदग्नि ऋषि) की ओर से दिए गए आदेश। आदेश में कहा गया है कि मलाणा गाँव में चंबा ज़िले के लोग नहीं ठहर सकते। हालाँकि प्रदेश अन्य 11 ज़िले के लोगों को गाँव में ठहरने के लिए किराया पर कमरे दिया जा सकता है, लेकिन चंबा के लोगों पर पाबंदी रहेगी।
अब चंबा के लोगों को भी पर्यटकों को तरह मलाणा से एक किलोमीटर दूर ठहरना होगा। इससे कुछ दिन पहले ही देवता जमलू के आदेश पर गाँव में अंडा, चिकन और शराब के सेवन और बेचने पर भी बैन लगा दिया गया था।
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दैनिक जागरण में प्रकाशित मलाणा के प्रधान राजूराम और पूर्व प्रधान भागीराम के बयान के मुताबिक़ देवता की ओर से दिए गए आदेशों को सख़्ती से पालन किया जाएगा। यदि कोई इन नियमों की अवहेलना करता है तो उस व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जाएगा। जुर्माना अदा ना करने की सूरत में हुक्का पानी बंद कर दिया जाएगा।
अंडा, चिकन और शराब को लेकर कुछ दिन पहले जारी किए आदेशों की तो लोग तारीफ़ कर रहे थे, लेकिन अब एक विशेष ज़िले के लोगों को गाँव में ठहरने से प्रतिबंधित करने पर कई तरह के सवाल उठना शुरू हो गए हैं। लोगों का कहना है कि एक संबंधित ज़िले के लोगों को इस तरह से प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता।
इससे पहले भी 2017 में इस तरह के पर्यटकों और बाहरी लोगों को गाँव में ठहरने पर देवता जमलू ने बैन कर दिया था। इस ख़बर का लिंक नीचे दिया गया है।