धर्मशाला।।
अगर बच्चा कोई गलती करे तो उसे समझाना पैरंट्स का फर्ज होता है। क्या हो अगर किसी का बेटा गालियां देता हो और कोई पिता से इसकी शिकायत करे। जाहिर है, हर पिता कहेगा कि मेरे बेटे को ऐसा नहीं करना चाहिए और वह अपने बेटे को समझाएगा भी। मगर कांगड़ा से सांसद रह चुके चंद्र कुमार अलग ही सोच रखते हैं। उनके बेटे और हिमाचल सरकार में सीपीएस नीरज भारती फेसबुक पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करते हैं। जब इस बारे में उनसे पूछा जाता है, तो वह अपने बेटे का बचाव करते हैं।
हिंदी अखबार पंजाब केसरी के मुताबिक जब चंद्र कुमार से नीरज भारती की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘नीरज भारती जो कुछ कर रहा है, वह सही है।’ बकौल चंद्र कुमार ऐसी टिप्पणियां जब राज्य में भाजपा के कार्यकाल में कांग्रेस के आला नेताओं के खिलाफ की जाती थी भाजपा कहां सोई हुई थी।
चंद्र कुमार ने कहा, ‘सोशल मीडिया पर हर किसी को कुछ भी करने की आजादी है तो भाजपाई भी बयानबाजी कर रहे हैं। इस पर हो-हल्ला करने की क्या जरूरत है।’
यही नहीं, अनुराग ठाकुर और सुषमा स्वराज पर ताजा अभद्र टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने क्या कहा, यह चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा, ‘जब सुषमा स्वराज राजघाट पर नाची थीं और भाजयुमो राष्ट्रीय अध्यक्ष उस तमाशे को देख रहे तो उन्होंने इस पर नाराजगी क्यों नहीं जाहिर की थी?’
बहरहाल, पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री चंद्र कुमार को पता होना चाहिए कि सोशल मीडिया पर किसी को कुछ भी करने की आजादी का मतलब किसी को गालियां देना नहीं है। दूसरी बात यह है कि नेता और चुने हुए प्रतिनिधि को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। वे आपस में अपने घर में इस तरह की बातें करते हों तो करें, सार्वजनिक मंचों पर ऐसा करने से परहेज करना चाहिए। साथ ही अगर कोई दूसरा गलत व्यवहार कर रहा हो तो उसके स्तर पर उतरकर गलत व्यवहार करना समझदारी नहीं होती।
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता चंद्र कुमार के इस स्टैंड के बाद बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। एक सीनियर नेता का इस तरह से गलत काम को डिफेंड करना उन्हें रास नहीं रहा। कुछ नेता इसे पुत्रमोह में गरिमा खोना भी करार दे रहे हैं।
नीरज भारती से जुड़ी अब तक की सभी खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
पंजाब केसरी की खबर