महिला की तरह दिख रही रोशनी जो आसमान में गायब हो गई: Horror Encounter
हॉरर एनकाउंटर सीजन 6 की पहली कहानी। ये कहानी हमें पूर्ण चंद जी ने भेजी है। उनका दावा है कि यह उनका निजी अनुभव है। उनकी गुजारिश पर हम उनका नाम नहीं बदल रहे, मगर...
Horror Encounter: वह क्या था, कोई साया या फिर बच्चे के मन का वहम?
प्रस्तावना: ‘इन हिमाचल’ पिछले दो सालों से ‘हॉरर एनकाउंटर’ सीरीज़ के माध्यम से भूत-प्रेत के रोमांचक किस्सों को जीवंत रखने की कोशिश कर रहा है। ऐसे ही किस्से हमारे बड़े-बुजुर्ग सुनाया करते थे। हम...
हॉरर एनकाउंटर: जब बक्कर खड्ड में अचानक थमी दुल्हन की डोली
प्रस्तावना: इन हिमाचल की बेहद लोकप्रिय 'हॉरर एनकाउंटर' सीरीज़ के चौथे सीज़न की ये पहली कहानी है। इन कहानियों को छापने का मकसद यह दावा करना नहीं है कि भूत-प्रेत वाकई होते हैं। हम अंधविश्वास फैलाने...
हॉरर: आधी रात को कमरे में तैरता वो साया जो काले धुएं में बदल...
प्रस्तावना: इन हिमाचल की बेहद लोकप्रिय 'हॉरर एनकाउंटर' सीरीज़ के चौथे सीज़न की ये दूसरी कहानी है। इन कहानियों को छापने का मकसद यह दावा करना नहीं है कि भूत-प्रेत वाकई होते हैं। हम अंधविश्वास फैलाने...
धर्मशाला के खनियारा की भूत शिला वाले भूत का डर
प्रस्तावना: इन हिमाचल की बेहद लोकप्रिय 'हॉरर एनकाउंटर' सीरीज़ के चौथे सीज़न की ये तीसरी कहानी है। इन कहानियों को छापने का मकसद यह दावा करना नहीं है कि भूत-प्रेत वाकई होते हैं। हम अंधविश्वास फैलाने...
जब साधु ने दी पींपणी और रात को भेड़ के दो खुरों ने किया...
प्रस्तावना: हिमाचल प्रदेश के गाँव-कस्बों में पहले संयुक्त परिवार जब फ़ुरसत के समय बैठा करते थे, तब खूब किस्से-कहानियां सुनाते थे। इन क़िस्सों के बीच भूत-प्रेत की कहानियाँ भी होती थीं जिन्हें कुछ लोग...
जब रात को छत पर दोस्त से बात करते हुए दिखा एक साया…
#HorrorEncounterSeason2 रात के 12 बज रहे हैं और आज फिर मुझे नींद नहीं आ रही। पिछले 7 दिन से मेरे साथ ऐसा ही हो रहा है। सोने से डर लग रहा है। सोती हूं तो...
‘पहले सपनों में आई और फिर पेड़ पर रुमाल टांग गई वो बूढ़ी महिला’
प्रस्तावना: हिमाचल प्रदेश के गाँव-कस्बों में पहले संयुक्त परिवार जब फ़ुरसत के समय बैठा करते थे, तब खूब किस्से-कहानियां सुनाते थे। इन क़िस्सों के बीच भूत-प्रेत की कहानियाँ भी होती थीं जिन्हें कुछ लोग...
कौन था बरोट-जोगिंदर नगर के बीच की पहाड़ी पर फंसे दोस्तों को बचाने वाला...
प्रस्तावना: पहाड़ों में हमेशा से आबादी कम रही है। पहले तो सड़कें भी नहीं होती थी और लाइट भी नहीं। इसलिए दूर-दूर बसे गांवों के बीच रात को आना-जाना आसान नहीं था। इसलिए जब कभी...