शिमला में बेतरतीब निर्माण से दुखी प्रीति जिंटा ने ट्विटर पर जताया गुस्सा

शिमला।।

बॉलिवुड ऐक्ट्रेस प्रीति जिंटा 15 मई को एक दिन के लिए हिमाचल प्रदेश आई थीं। शिमला में अपने घर ‘नीलकुंज’ के आसपास का दृश्य देखकर वह गुस्से में लाल हो गईं। संजौली नॉर्थ ओक में हो रहे निर्माण को वह देखकर हैरान रह गईं।

प्रीति जिंटा
शिमला से लौटने के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘एक दिन के शिमला टूर पर गई थी। मुझे बहुत दुख हुआ। जिस प्लेग्राउंड पर हम खेलते थे, वह कहां चला गया?’ प्रीति ने लिखा है कि मैं बेतरतीब तरीके से किए जा रहे निर्माण से बहुत दुखी हूं। प्रीति ने कुछ घरों की तस्वीर भी पोस्ट की है।
Back from a 1day trip from Shimla. Stunned & heartbroken to see our big playground gone & lots of houses everywhere 😂 pic.twitter.com/NDxC5CaCwO
— Preity zinta (@realpreityzinta) May 15, 2015
हिंदी अखबार ‘पंजाब केसरी’ की रिपोर्ट के मुताबिक प्रीति के मामा यशवंत छाजटा ने बताया कि जब प्रीति छोटी थी, तब उनके घर के आसपास और कोई बिल्डिंग नहीं थी। उन्होंने कहा कि प्रीति शिमला में ‘सपनों का आशियाना’ बनाना चा‌हती है, लेकिन यहां हो रहे बेतरतीब निर्माण से उसे काफी दुख हुआ है।
शिमला में हो रहे निर्माण को लेकर ट्वीट करने के लिए बॉलिवुड ऐक्ट्रेस प्रीति जिंटा की सोशल मीडिया पर एक धड़े द्वारा आलोचना की जा रही है। प्रीति ने कुछ तस्वीरें पोस्ट करके शिमला में हो रहे बेतरतीब कंस्ट्रक्शन पर दुख जताया था। सोशल मीडिया पर एक धड़ा प्रीति की चिंताओं से सहमत था, तो दूसरा सवाल उठा रहा था कि घड़ियाली आंसू क्यों बहाए जा रहे हैं।
एक यूजर ने ट्वीट करके सवाल किया है कि प्रीति जिंटा जब हिमाचल में रहती ही नहीं, तो उन्हें चिंता किस बात की हो रही है। उसने लिखा है कि आप कभी-कभार प्रदेश और अपने घर आया करती हैं, वरना आपको पता होगा कि यह नई बात नहीं है।
एक अन्य ट्वीटर ने सवाल पूछा है, ‘जिस जगह पर प्रीति का अपना घर है, क्या वह भी प्रकृति पर कलंक नहीं है। बाकी लोग अगर लीगल तरीके से अपना घर बना रहे हैं, तो इसमें आपत्ति क्यों है? आपत्ति तब होती जब पेड़ काटे जाते या अवैध निर्माण होता।’
शिमला में ‘सपनों का आशियाना’ बनाने की चाह रखने वाली प्रीति पर निशाना साधते हुए एक यूजर ने लिखा है, ‘प्रीति जी, शिमला में आज जो सपनों का आशियाना बनाना चाहती हैं, वह हवा में बनेगा क्या? या उससे शिमला की शोभा को आंच नहीं आएगी?’
कुछ लोगों ने यहां तक नसीहत दी है कि प्रीति जिंटा को अपने काम से काम रखना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रदेश की ब्रैंड ऐंबैसडर बनने से इनकार करने वाली प्रीति को आज अचानक प्रदेश की चिंता कैसे हो गई। लोग उन्हें मुंबई में ही रहकर वहां की चिंता करने की सलाह दे रहे हैं।

हालांकि, प्रीति की चिंता से बहुत से लोग सहमत दिखे। लोगों ने कहा है कि प्रीति जिंटा का अब इस मामले पर बात करने का मतलब यह नहीं है कि पहले वह चिंतित नहीं थी। कुछ लोगों ने यह कहकर भी समर्थन किया है कि प्रदेश से बाहर रहने पर प्रदेश की फिक्र करने के लिए प्रीति को किसी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है।

गौरतलब है कि शिमला, खासकर संजौली में धड़ल्ले से बेतरतीब निर्माण हो रहा है।यह निर्माण भूकंप की स्थिति में बड़े नुकसान की वजह बन सकता है। इस बारे में विभिन्न एजेंसियां और एक्सपर्ट पहले ही आगाह कर चुके हैं। मगर कोई फर्क नजर नहीं आ रहा।

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