हिमाचल सरकार ने तकनीकी विश्वविद्यालय को नहीं दिया बजट

शिमला।।
हिमाचल प्रदेश टेक्निकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर एमबीए और एमसीए नहीं करवाएगी।  अमर उजाला में छपी रिपोर्ट के अनुसार विवि ने शैक्षणिक सत्र 2015-16 से हमीरपुर स्थित विवि के कैंपस में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमसीए) और मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (एमसीए) शुरू करने का निर्णय लिया था। इसी साल तकनीकी विवि की अकादमिक काउंसिल की मीटिंग में भी विवि कैंपस में एमबीए /एमसीए शुरू करने का फैसला लिया था।
हमीरपुर स्थित विवि के कैंपस में एमबीए/एमसीए शुरू करने में बजट और भवन की समस्या आड़े आ गई है। सरकार ने अपने बजट सत्र में प्रदेश तकनीकी विवि को बजट जारी नहीं किया। बजट के अभाव में तकनीकी विवि के भवन निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया साथ ही विवि की अकादमिक काउंसिल की बैठक में जिला मुख्यालय पर अन्य खाली चल रहे सरकारी भवनों में एमबीए/एमसीए शुरू करने की योजना बनाई गई।
योजना के तहत पहले सीनियर सेकेंडरी स्कूल बाल हमीरपुर और दोबारा राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बड़ू के खाली भवन में ये कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया गया। इन दोनों भवनों को मेडिकल कॉलेज के लिए चयनित कर लिया गया। जिला प्रशासन ने तकनीकी विवि को कोई अन्य भवन भी मुहैया नहीं करवाया।
इसके चलते तकनीकी विवि ने अपने कैंपस में एमबीए और एमसीए शुरू करने इस फैसले को पलट दिया। हालांकि, राजीव गांधी इंजीनियरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां में इसी सत्र से तीस सीटों के लिए एमबीए के लिए एडमिशन होगी।
कयास लागए जा रहे हैं की क्या यह सब मुख्यमंत्रीं के इशारे पर  हुआ है क्योंकि वित्त विभाग स्वंय मुख्यमंत्रीं देखते हैं और तकनिकी शिक्षा मंत्रीं  जी एस बाली के साथ उनका छत्तीस का आंकड़ा है  गौरतलब है की  बाली तकनिकी विश्व विद्यालय में सब तरह के कोर्स मुहेये करवाने की लगातार बात कह रहे थे।  बहरहाल अभी तक कोर्स शुरू ना हो पाने से  प्राइवेट संस्थाओं की चांदी हो गए है।  प्रदेश के छात्रों को इन कोर्सेज में दाखिल होने के लिए वहीँ का रुख करना पड़ रहा है।
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