‘CD’ वाले ठेकेदार को कौल सिंह के मंत्री रहते बिना काम किए मिली थी करोड़ों की पेमेंट

  •  सात दिन में उखड गई थी सड़क
  • ठेकेदार ने भावा हाइड्रो प्रॉजेक्ट को भी बेचे थे उपकरण, एक ही दिन में  हो गई थी ऑर्डर सप्लाई और पेमेंट
  • तकनीकी खराबी से  ठप पड़ा है प्रॉजेक्ट
शिमला।।
हाल ही में जिस ऑडियो सीडी में ठाकुर कौल सिंह का नाम आया है, उसमें एक ठेकदार से कई बार बात हुई है। इस ठेकदार का पहले से ही विवादों से नाता रहा है। ‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के अनुसार 2004 में जब कांग्रेस की सरकार थी, उस समय कौल सिंह ठाकुर सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्रीं थे। उस समय शिमला के साथ लगते बल्देयां से द्रभला संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए इसी ठेकेदार को कॉन्ट्रैक्ट मिला था। यह सड़क सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग ने ही बनवाई थी।

गौरतलब है कि उस समय साढ़े सात करोड़ की पेमेंट बिना सड़क बने ही कर दी गई थी। स्थानीय लोगों का कहना था कि सड़क पर  तारकोल बिछाने का काम औपचारिकता मात्र था। एक सप्ताह में ही छोटी गाड़ियों चलने मात्र से बजरी बाहर निकल गई थी।

उलेखनीय है की किन्नौर के भावा ही हाइड्रो प्रोज्रक्ट को भी इसी ठेकेदार ने कुछ उपकरण बेचे थे, जिनका बाकायदा टेंडर हुआ था। मगर इस ठेकदार को एक दिन में ही ऑर्डर सप्लाई और पेमेंट दे दी गई थी, जो अमूनन एक लम्बी चलने वाली प्रक्रिया है। अब यह प्रॉजेक्ट ठप पड़ा है।

विवादित सीडी काण्ड में जिन लोगों का जिक्र हुआ है, उनकी ये बातें अब निकलकर बाहर आ रहीं हैं। आने वाले दिनों में कुछ और खुलासे हो सकते हैं

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