PWD महकमा रसूखदार मंत्री को मिलने के कयासों से ठेकेदार परेशान

प्रतीकात्मक तस्वीरें

शिमला।। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की राज्यपाल से मुलाक़ात के बाद ये क़यास लगाए जाने लगे हैं कि जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर कई लिस्टें शेयर की जाने लगी हैं जिनमें न सिर्फ़ नए मंत्रियों के नाम लिखे जा रहे हैं बल्कि ये भी बताया जा रहा है कि पहले से मौजूद मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं।

ऐसी ही एक लिस्ट ने हिमाचल प्रदेश में PWD के लिए काम करने वाले ठेकेदारों की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल इस लिस्ट में दावा किया गया है कि लोक निर्माण विभाग को एक ऐसे मंत्री को सौंपा जा सकता है जो पिछले कुछ समय से अपने सगे-संबंधियों को खुलेआम लाभ पहुंचाने के आरोपों से घिरे है। अभी यह महकमा सीएम के पास ही है।

मंत्री जी पर आरोप ये भी है कि उन्होंने अपने एक करीबी रिश्तेदार को लाभ पहुँचाने के लिए PWD के सर्कल तक बदलवा दिए और बाकी समय अन्य जगहों में ठेके लेने वाला उनके रिश्तेदार अब उन्हीं के चुनावक्षेत्र में सक्रिय है। यही नहीं, अब अगर उस सर्कल में कोई और ठेकेदार टेंडर डालता है तो उसे परेशान किया जाता है। अगर टेंडर किसी और ठेकेदार को मिले तो मंत्री के करीबियों की ओर से उनपर दबाव बनाया जाता है। ऐसे में चिंता ये है कि जब वही PWD मंत्री हो जाएंगे तो क्या होगा।

इस मामले को लेकर कोई भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है क्योंकि मंत्री पर पहले भी विभिन्न बातों को लेकर गंभीर आरोप लगे हैं और उनके परिजनों पर भी सत्ता के दुरुपयोग को लेकर सवाल उठते रहे हैं। मगर मंत्री जी पर आरोपों का फ़र्क़ नहीं पड़ता और तुरंत उन्हें ऊपर से क्लीन चिट भी मिल जाया करती है। यही नहीं, मंत्री जी के रिश्तेदारों को लाभ पहुँचाने के लिए सरकारी अधिकारी नियमों तक को बदल देते हैं और मीडिया में भी ख़बरें प्रकाशित नहीं होतीं।

‘तगड़ा मारे भी और रोने भी न दे’ की स्थिति में फँसे ठेकेदारों को डर है कि अगर PWD विभाग इन्हीं मंत्री जी को मिला तो सारे के सारे ठेके न सिर्फ उनके चहेतों को जाएंगे और अगर कोई ठेका किसी और मिला तो उसपर दबाव बनाया जाएगा। फिलहाल वे यही दुआ कर रहे हैं कि भले ही ये महकमा सीएम के पास रहे और क्वॉलिटी कंट्रोल पर और जोर दिया जाए मगर किसी भी हाल में उन मंत्री को न दिया जाए जो खुलेआम परिवारवाद और क्षेत्रवाद में जुटे हैं।

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