मंडी।। नामांकन के बाद पहली बार कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा के लिए प्रचार करने आए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निशाने पर उनके दादा पंडित सुखराम रहे।
रविवार को नाचन (मंडी, हिमाचल प्रदेश) के चैलचौक में जनसभा के दौरान वीरभद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को सुखराम और स्वर्गीय ठाकुर कर्म सिंह के गृह युद्ध से काफी नुकसान हुआ।
और इस तरह वीरभद्र सिंह ने आश्रय के लिए प्रचार की जगह कर दिया प्रहार। देखें, कैसे सुखराम को लेकर टिप्पणियां करके आश्रय शर्मा को किया असहज।
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कर्म सिंह ने पार्टी का साथ दिया लेकिन सुखराम ने हिविकां का गठन करके कांग्रेस से धोखा किया था। इसके लिए मैं सुखराम को कभी माफ नहीं कर सकता। हालांकि, वीरभद्र ने कहा कि यह बातें पुरानी हैं। नए हिमाचल के निर्माण के लिए मैं कांग्रेस पार्टी के लिए युवा पीढ़ी को सहयोग दूंगा।
वीरभद्र ने सुखराम पर कहा कि उन्होंने मुझे रगड़ने की कोशिश की मगर मेरा भाग्य अच्छा था। कोई किसी को मिटा नहीं सकता, किसी की हैसियत कम नहीं कर सकता क्योंकि होता वही है जो मंजूरे खुदा होता है। हालांकि वीरभद्र ने आश्रय के लिए वोट मांगते हुए कहा- मुझे रगड़ने की प्रक्रिया में यह शामिल नहीं था तो इससे कोई शिकायत नहीं।