रिटन में टॉपर रहे अभ्यर्थी इंटरव्यू में बाहर, HPPSC पर लगाया धांधली का आरोप

धर्मशाला।। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग (HPPSC) के भर्ती सिस्टम पर अभ्यर्थियों ने सवाल उठाए हैं। पीजीटी भर्ती में अभ्यर्थियों ने भाई-भतीजावाद करने के आरोप लगाते हुए कहा कि लिखित परीक्षा की मेरिट में आए अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में पीछे कर दिया गया। इस संबंध में अभ्यर्थियों ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजकर इसमें उचित कार्रवाई करने की मांग की है।

हिंदी अखबार की अमर उजाला की रिपोर्ट  के मुताबिक लोक सेवा आयोग की पीजीटी भर्ती में बाहर हुए अभ्यर्थियों विपन कुमार सहित अन्यों का आरोप है कि पीजीटी गणित की लिखित परीक्षा में टॉप 15 पर रहे छह अभ्यर्थियों का नाम चयनित किए हुए अभ्यर्थियों की सूची में नहीं है। उनका कहना है कि  46वें, 40वें, 33वें स्थान पर रहे अभ्यर्थियों को नौकरी मिल गई।

इस मामले में अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि लोक सेवा आयोग ने पीजीटी के पदों के लिए 100 नंबरों का साक्षात्कार रखा है। इसमें अपने चहेतों को मनमर्जी के नंबर देकर नौकरियां दी जा रही हैं, जबकि मेरिट में आने वाले अभ्यर्थियों को साक्षात्कार से बाहर किया जा रहा है।

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