शिमला बस हादसा: 3 जून को ही खत्म हो चुकी थी बस की इंश्योरेंस?

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शिमला।। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के लोअर खलीणी में स्कूली बच्चों को लेकर जा रही बस हादसे की शिकार क्यों हुई, इसे लेकर अभी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। हालांकि यह बात सामने आ रही है कि सड़क किनारे पार्क किए गए वाहनों के कारण तंग हिस्से से गुजरते हुए यह बस नीचे की ओर लुढ़क गई होगी।

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इस बीच हादसे की शिकार हुई सरकारी बस को लेकर नई जानकारी सामने आई है। भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ ट्रांसपोर्ट ऐंड हाइवेज़ की वेबसाइट के अनुसार इस बस की फिटनेस ठीक थी हालांकि इंश्योरेंस तीन जून को ही खत्म हो चुकी थी।

फिटनेस ठीक, इंश्योंरेंस ‘खत्म’
वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक एचपी 62 3203 नंबर वाली इस बस का रजिस्ट्रे्शन 6 नवंबर 2009 को हुआ था। स्वराज माज़दा की इस बस को 29 मई, 2020 तक फिटनस सर्टिफिकेशन मिली है। मगर इंश्योरेंस खत्म होने की तारीख वेबसाइट में 3 जून, 2019 बताई जा रही है।

यहां पर ध्यान देने की बात यह है कि इंश्योरेंस खत्म हुए अभी कुछ ही हफ्तों का समय हुआ है। ऐसे में यह भी हो सकता है कि अगर विभाग ने नई इंश्योरेंस करवाई हो और उसकी जानकारी केंद्र सरकार के इस डेटाबेस में अपडेट न हुई हो। मगर इस डेटाबेस से बस की स्थिति को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब मिल गया है। दरअसल कोई भी हादसा होने पर पहले बस की स्थिति को लेकर सवाल उठते हैं, ऐसे में इस मामले में वेबसाइट से मिली जानकारी बताती है कि बस को अगले साल तक फिटनेस सर्टिफिकेशन मिली हुई थी। हालांकि बस की वास्तविक स्थिति क्या थी, यह पता नहीं चल पाया है।

इस बीच लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौके पर पहुंचे शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ा।

लोगों का कहना है कि सड़क किनारे बहुत से लोग अपनी गाड़ियां पार्क कर देते हैं। इस कारण सड़क तंग हो जाती है और हादसे होने की आशंका बनी रहती है। गुस्साए लोगों ने सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की है।