हिमाचलियो! शोर मत करो, कहीं विपक्ष की नींद न टूट जाए

आई. एस. ठाकुर।। श्….श्….श्…! हिमाचल वासियो, खामोश! शोर मत करो वरना विपक्ष जग जाएगा।

उसकी नींद में खलल न डालो। अभी वह अपनी ऊर्जा बचा रहा है ताकि कुछ दिनों में शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में हंगामा कर सके, वॉकआउट करके पत्रकारों के कैमरे के सामने पूरी ताकत से ‘ये सरकार निकम्मी है’ के नारे लगा सके।

अभी उसे वैसे भी कुछ सुनाई नहीं दे रहा। विपक्ष को स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद में अनियमितताओं के आरोपों की खबर नहीं, खराब सड़कों और हादसों के बारे में नहीं मालूम, बीमार अस्पतालों और बर्बाद होते जंगलों के बारे में भी उसे कुछ नहीं पता। वह तो मीठी सी नींद ले रहा है।

तो हिमाचल वासियो! अपनी समस्याओं को लेकर सरकार के सामने गुहार मत लगाओ, हक के लिए आवाज बुलंद न करो, अगर कोई दुख या दर्द है तो उसे सहो, गलती से भी कराह नहीं निकलनी चाहिए वरना विपक्ष की नींद टूट सकती है।

अगर विपक्ष जग गया तो बड़ी मुश्किल हो जाएगी। उसे अभी से पत्रकारों के सामने आना पड़ सकता है, छुट्टियों में खलल पड़ सकता है। नारे लगाने से अभी से गला बैठ गया तो बाद में सत्र शुरू होने पर विधानसभा के अंदर नारे कैसे लगेंगे? और कहीं सड़कों पर उतरना पड़ गया तो अपनी ही पार्टी के प्रतिद्वंद्वी नेता के साथ कैसे आ पाएंगे?

तो प्यारे हिमाचल वासियो, विपक्ष को धर्मसंकट में मत डालो। बल्कि उसी से सीख लेते हुए दिल को समझाओ कि सब ठीक है, चिंता की कोई बात नहीं। सरकार है न हर बात की ‘जांच के आदेश’ देने के लिए।

(लेखक लंबे समय से हिमाचल से जुड़े विषयों पर लिख रहे हैं, उनसे kalamkasipahi @ gmail.com पर सम्पर्क किया जा सकता है)

ये लेखक के निजी विचार हैं

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