विक्रमादित्य ने मेरे पास आकर कहा- देख ले, तू शिमला में है: हंसराज

शिमला।। विधानसभा के बजट सत्र के तीसरे दिन सदन में कांग्रेस के विधायक विक्रमादित्य और विधानसभा के डेप्युटी स्पीकर हंसराज के बीच तनावपूर्ण हालात पैदा हो गए। दोनों के बीच गहमागहमी हुई और सीट पर जाकर बहसबाजी की गई। यह पूरा विवाद शुक्रवार के घटनाक्रम को लेकर हुआ जब विपक्ष ने राज्यपाल के वाहन को रोकने की कोशिश की थी।

कांग्रेस विधायकों का आरोप है कि सदन के बाहर हुई घटना पर उसके पांच विधायकों को पूरे सत्र से निष्काषित करना अवैध है। उनकी मांग यह है कि कार्रवाई करनी है तो हंसराज पर भी की जाए जो बाद में धक्कामुक्की करते और राज्यपाल के वाहन के आगे उछलकूद कर रहे नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री को खींचते नज़र आए थे।

हंसराज ने कहा कि विपक्ष की अजीब हरकत से राज्यपाल घबराए हुए थे। उन्होंने कहा, “उनकी गाड़ी और दरवाजे को जैसे तोड़ने की कोशिश की तो मुझे दखल देना पड़ा। अगर हमारे विपक्ष के विधायकों के साथ कोई और ऐसा कर रहा होता, तो भी मैं इसी तरह दखल देकर उनका बचाव करता।”

इसी मामले मे बहस काफी बढ़ गई। बाद में विक्रमादित्य ने सदन बाहर आकर कहा कि ‘हंसराज का अभद्र भाषा का रिकॉर्ड रहा है और आज भी उन्होंने ऐसे ही भाषा में तू-तड़ाक का इस्तेमाल किया।’ विक्रमादित्य ने कहा, “मैं तो सिर्फ यह कह रहा था कि इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती, ये सदन है।”

हालांकि, हंसराज ने मीडिया को बताया कि विक्रमादित्य ने हाउस के अंदर उनकी सीट के पास आकर उन्हें धमकी दी। हंसराज ने कहा, “उन्होंने मेरे नजदीक आकर कहा- तू बैठ जा, देख ले, तू शिमला में है। व्यक्तिगत तौर पर मैं डरता नहीं हूं, लेकिन मेरा परिवार यहीं है। इस तरह की धमकी जब ये मुझे दे रहे हैं जब मैं सरकार में हूं तो बाकियों के साथ ये क्या करते हैं।”

हंसराज ने कहा कि विक्रमादित्य ने उन्हें छूने की कोशिश की है। उन्होंने कहा “अगर हाउस के अंदर वो ऐसा कर सकते हैं तो बाहर कुछ भी कर सकते हैं। इस तरह का व्यवहार कभी भी कर सकते हैं। मैंने स्पीकर से इस मामले को देखने की अपील की है।”

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