इन हिमाचल डेस्क।। मंगलवार को जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया, बहुत से लोगों ने घबराकर दुकानों का रुख़ किया और ज़रूरत से ज़्यादा सामान लेने लगे। जिस तरह से प्रधानमंत्री ने ठहरकर और बार-बार दोहराकर लोगों से कहा कि 21 दिन तक लॉकडाउन रहेगा, उस तरह अगर वह यह कह देते कि इस दौरान राशन और अन्य चीजें आपको मिलती रहेंगी, तो यह घबराहट न फैलती।
मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लंबे वीडियो संदेश में एक बार भी इसका ज़िक्र नहीं किया। हालाँकि इसके बाद उन्होंने ट्वीट करके ज़रूर कहा कि ज़रूरी वस्तुएँ उपलब्ध रहेंगी और उन्होंने घबराकर अतिरिक्त ख़रीददारी (पैनिक बाइंग) न करने की अपील भी की। दरअसल देश के कई हिस्सों में लोगों को लगा कि 21 दिनों तक उन्हें चीज़ें नहीं मिल पाएगी, इसलिए वे दुकानों में जाकर पहले ही सामान ख़रीद लेना चाह रहे थे।
बाद में सरकार की ओर से एक पत्र जारी हुआ जिसमें कहा गया है कि लॉकडाउन के दौरान क्या खुला रहा, क्या बंद। मगर यह बात ध्यान देने लायक़ है कि हर कोई सोशल मीडिया पर नहीं है। इसलिए बेहतर होता कि प्रधानमंत्री ख़ुद इसका ऐलान करते ताकि लोगों तक यह संदेश पहुँचता। अब बहुत सारे लोगों ने ज़रूरी वस्तुओं की दुकानें तक बंद रखी है।
ध्यान दें, हिमाचल में कर्फ़्यू है। इस दौरान किराना और अन्य ज़रूरी वस्तुओं की चीजें सुबह 10 से दिन में 2 बजे तक ही खुलेंगी और इस दौरान वहाँ भीड़ लगाने की इजाज़त नहीं होगी। बाक़ी, जिन सेवाओं और प्रतिष्ठानों को 21 दिन तक खुला रहना है, उनकी सूची आगे है-
- केंद्र सरकार के ये प्रतिष्ठान खुले रहेंगे- रक्षा, सीआरपीएफ़, ट्रेज़री, पेट्रोलियम, सीएनजी, एलपीजी, पीएनजी, आपदा प्रबंधन, बिजली उत्पादन और ट्रांसमिशन यूनिट, डाकघर, एनआईसी के दफ़्तर।
- राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के ये प्रतिष्ठान खुले रहेंगे- पुलिस, होमगार्ड, सिविल डिफ़ेंस, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं, आपदा प्रबंधन और जेलें, ज़िला प्रसासन और ट्रेज़री, म्यूनिसिपल बॉडीज़ में स्वच्छता और जल आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवाओं का स्टाफ़।
- अस्पताल और अन्य संबंधित मेडिकल संस्थान, उत्पादन और आवंटन यूनिट, निजी और सरकारी क्षेत्र की डिस्पेंसरियां, केमिस्ट, लैब, क्लीनिक, नर्सिंग होम और ऐंबुलेंस वगैरह काम करते रहेंगे. स्वास्थ्य कर्मियों, नर्सों, पैरा मेडिकल स्टाफ़ और अन्य कर्मचारियों को लाने-ले जाने की इजाज़त रहेगी।
- खाद्य सामग्री, राशन फल, सब्ज़ियों, डेयरी, दध, मीट, मछली और चारे वगैरह की दुकानें और सरकारी राशन की दुकानें खुली रहेंगी. ज़िला प्रशासन होम डिलीवरी को बढ़ावा दे सकता है ताकि लोग घर से बाहर न निकलें. (हिमाचल में सिर्फ़ सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुली रहेंगी)।
- बैंक , इंश्योरेंस ऑफिस और एटीएम, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, टेलिकम्यूनिकेशंस, इंटरनेट सर्विसेज, ब्रॉडकास्टिंग और केबल सर्विसेज. आईटी और आईटी से संबंधिक सेवाएं (संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम)।
- सभी ज़रूरी वस्तुओं, जैसे खाना, दवाओं, मेडिकल उपकरणों की ई कॉमर्स के माध्यम से डिलीवरी चालू रहेगी।
- पेट्रोल पंप, एलपीजी, पेट्रोलियम और गैस आउटले, पावर जेनरेशन, ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन यूनिट, कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउसिंग सेवाए, निजी सुरक्षा सेवा।
- ज़रूरी वस्तुओं का उत्पादन करने वाली फैक्ट्रियां, ज़रूरी वस्तुओं की ढुलाई, अग्निशमन, क़ानून व्यवस्था और आपातकाल सेवाओं से जुड़े वाहन।
- वे होटल, लॉज, होमस्टे जहां लॉकडाउन के कारण लोग फँसे हैं या मेडिकल स्टाफ़, क्रू मेंबर रह रहे हैं. वो जगहें जो क्वॉरनटाइन करने के लिए चिह्नित हैं।