शांता कुमार ने बांधे पंजाब के सीएम भगवंत मान की तारीफों के पुल

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पालमपुर।। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को भ्रष्टाचार के विरूद्ध एक अत्यन्त साहस भरा कदम उठा कर अपने ही स्वास्थ्य मंत्री को जेल भिजवाने के ऐतिहासिक काम के लिए बधाई दी है।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार देश का सबसे बड़ा शत्रु है। सब कुछ होते हुए भी देश के करोड़ों लोग भुखमरी की हालत में और सुविधाओं से इसीलिए वंचित रहते है क्योंकि देश में भ्रष्टाचार है। यदि भारत में भ्रष्टाचार न होता तो भारत आज स्वर्ग की तरह होता।

शांता कुमार ने कहा, भ्रष्टाचार महापाप है और इसको मिटाने का काम बहुत बड़ी देशभक्ति और पुण्य का काम है। ऐसा अच्छा काम कोई भी करे उसकी प्रशसा करने का साहस होना चाहिए और भ्रष्टाचार करने वाले अपनी ही पार्टी में हो तो उसका भी विरोध करने की हिम्मत होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री सिंघला करोड़पति है। 6 करोड़ से अधिक उनकी सम्पत्ति है परन्तु पैसों का पागलपन अब उन्हें जेल में ले गया। भ्रष्टाचार को रत्ती भर भी सहन न करने की नीति होनी चाहिए।

शांता कुमार ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी के एक राष्ट्रीय अध्यक्ष लाखों रुपये रिश्वत लेते हुए कैमरे में पकड़े गये थे, उन्हें त्यागपत्र देना पड़ा था। उसके बाद राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में मैंने कहा था कि उस घटना से लाखों कार्यकर्ताओं के सिर शर्म से झुके हैं। उनका त्यागपत्र ही काफी नहीं, उन्हें अतिशीघ्र पार्टी से निकाल देना चाहिए।”

शांता कुमार ने कहा, “श्री अडवाणी जी मुझपर नाराज हुए परन्तु श्री अटल जी ने हाथ के इशारे से यह कहने के लिए मुझे शाबाश दी थी। मुझे प्रसन्नता है कि मैंने जीवन भर कहीं पर भी भ्रष्टाचार से समझौता नही किया। भले ही उसके लिए मुझे बड़ा मूल्य भी चुकाना पड़ा।”

उन्होंने पूरे देश के नेताओं से कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने जो शानदार साहस का काम किया है सब उसकी प्रंशसा ही न करें, उसी की तरह भ्रष्टाचार को उखाड़ फेंकने का साहस भी दिखाएं।