सैनिटाइजेशन के नाम पर छिड़का पानी, शराब और मिट्टी का तेल

प्रतीकात्मक तस्वीर

शिमला।। जिस समय पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रही है, उस दौर में कुछ लोग अवैध ढंग से पैसे कमाने में जुटे हैं। ऐसा मामला सामने आया है कि ऊना ज़िले की कुछ पंचायतों ने सैनिटाइज़ेशन करने के नाम पर पानी, मिट्टी के तेल और शराब से घोल बनाकर उसका छिड़काव कर दिया।

इस संबंध में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया, “प्रधान पंचायतों को सैनिटाइज करने के नाम पर कुछ बिल पास कवाना चाह रहे। जब उनसे पूछा गया कि छिड़काव किस चीज का किया गया तो उनका जवाब संतोषजनक नहीं था। जब छिड़काव करने वाले कुछ लोगों से पूछा गया तो पता चला कि पानी, मिट्टी के तेल और शराब को इस्तेमाल किया है।”

मगर जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक प्रदेश की कई पंचायतों के प्रधान सैनिटाइजेशन के नाम पर सरकार से बिल मंजूर करवाना चाह रहे थे, जबकि उन्हें पता ही नहीं था कि कोरोना वायरस फैलने का खतरा कहां-कहां ज्यादा होता है और अगर ऐसी जगहों को सैनिटाइज करना भी है तो किस चीज का छिड़काव करना है।

इस संबंध में उन्होंने न तो स्वास्थ्य विभाग से जानकारी जुटाई न प्रशासन में किसी से पूछा। बस इधर उधर पंचायतों में सैनिटाइजेशन अभियान छिड़ने की खबर मिली तो देखादेखी में अपने यहां भी जैसे-तैसे जो मर्जी मिलाकर छिड़काव करना शुरू कर दिया।

ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया है कि पंचायतें खुद सैनिटाइज करने का काम नहीं कर सकतीं, सरकार ने इसपर रोक लगाई हुई है।

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