धर्मपुर: शिलान्यास के ढाई साल बाद भी नहीं बना पीएचसी भवन

रितेश चौहान, फ़ॉर इन हिमाचल, सरकाघाट।। “ना खुदा मिला, न विसाल-ए-सनम”, ऐसा ही कुछ चरितार्थ हुआ है प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की गृह पंचायत में, जहां पर शिलान्यास के ढाई सालों बाद भी ना तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा बढ़ पाया और ना ही आज तक भवन का निर्माण कार्य शुरू हो पाया है।

सबसे बड़ी हैरानी इस बात की है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मढ़ी के भवन के साथ-साथ आवासीय परिसर के निर्माण का शिलान्यास प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 24 जनवरी 2019 को स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार और जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की उपस्थिति में किया था। परंतु दुख की बात है कि इन भवनों का निर्माण शुरू होना तो दूर, आज तक इसका दर्जा भी नहीं बढ़ पाया है। वहीं जो पुराना भवन था, विभाग ने उसे भी गिरा दिया है। अब यह किराए के भवन में चल रहा है।

हैरानी इस बात की है कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के ना बन पाने से क्षेत्र की ध्वाली, विंगा, कमलाह, सरी, सकलाना, समौड़, सिद्धपुर, खनौड, टौरखोला पंचायतों के हजारों लोगों को गर्मी सर्दी बरसात में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

दरअसल, धर्मपुर क्षेत्र की आधा दर्जन पंचायतों की सेहत सुधारने वाली पीएससी मढ़ी को सीएससी का दर्जा मढ़ी जनस्वास्थ्य संघर्ष समिति द्वारा पूर्व में की गई 15 दिनों की भूख हड़ताल का नतीजा था। संघर्ष समिति द्वारा पीएचसी की अवस्थाओं के खिलाफ मुंह खोलना मंत्री के आगे भारी पड़ा था और 25 महिलाओं पर केस दर्ज किए गए थे। इसके बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा मंत्री के जन्मदिन के अवसर पर सीएम ने बढ़ा तो दिया, परंतु आज तक इसे लेकर ना तो कोई अधिसूचना जारी की जा सकी है और ना ही भवन व आवासीय परिसर को बजट प्रदान किया जा सका है। स्वास्थ्य केंद्र किराए पर चल रहा है। यहाँ आने वाले रोगियों को भी उपचार के लिए भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है।

सबसे ज्यादा परेशान करने वाली बात ये है कि ये सीएचसी चार-चार विभागों के सबसे वरिष्ठ मंत्री के घर से मात्र तीन किलोमीटर की दूरी पर है। जहां पर वे हर सप्ताह आते-जाते हैं। लेकिन अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं करवा पाए हैं।

किसान सभा ने दी आंदोलन की धमकी

हिमाचल किसान सभा क्षेत्रीय कमेटी मढ़ी के प्रधान सुख राम ठाकुर, रोशन लाल, भूप सिंह, देश राज मिंटू, लबली कुमार, कृष्ण चन्द, देवराज सोनी, सुनील कुमार, चेत राम, नेक राम, बालम राम, नरेंद्र कुमार, चंद्रपाल, संजू, सोहन सिंह, सतीश कुमार, दिनेश कुमार, किला चन्द आदि ने मांग की है कि पीएचसी मढ़ी के भवन का निर्माण कार्य जल्दी शुरू किया जाए अन्यथा हिमाचल किसान सभा इसके लिए धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होगी।

सरकार की कोरी घोषणाओं का जीता-जागता उदाहरण : भूपेंद्र

पूर्व जिला परिषद सदस्य भूपेंद्र सिंह ने कहा कि पीएचसी मढ़ी मुख्यमंत्री व जल शक्ति मंत्री की कोरी घोषणाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रति उदासीनता व नकारात्मक सोच का जीता-जागता उदाहरण है। ढाई वर्षों बाद भी घोषणा पूरी होना तो दूर, पीएचसी और आवासीय परिसर भवन की एक भी ईंट नहीं लग पाई है। जनता चुनावों में इसका बदला चुकाएगी।

अभी तक जारी नहीं हुई अधिसूचना : सीएमओ

सीएमओ मंडी देवेंद्र कुमार शर्मा ने कहा की मढ़ी पीएचसी के पुराने भवन को गिराया जा रहा है। यहां पर करोड़ों रुपए की लागत से नया भवन और आवासीय परिसर बनाया जाएगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अधिसूचना जारी होते ही यहां पर स्टाफ और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।

सिर्फ डिस्मेंटल करवाने का हुआ टेंडर : एसडीओ

लोक निर्माण विभाग धर्मपुर के मढ़ी सब डिवीजन के एसडीओ योगेश चंद्र ने कहा कि पीएचसी भवन को डिस्मेंटल करवाने को लेकर टेंडर जारी किया जा चुका है। नए भवन की ड्राइंग, डिजाइन और साइट प्लान भेजा जा चुका है। चीफ़ ऑफिस से बजट मिलते ही टेंडर जारी कर दिया जाएगा।

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