हिमाचल में कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने में ढील बरत रहे लोग

शिमला।। कोरोना महामारी की दशा में हल्का सुधार देखने के बाद लोगों में वैक्सीनेशन को लेकर ढील देखी जा रही है। पहली डोज लगवाने के मामले में जहां प्रदेश के हर क्षेत्र में हर आयुवर्ग के लोगों ने उत्साह दिखाया था, वहीं दूसरी डोज लगवाने को लेकर वैसी ही इच्छा नहीं दिख रही। अभी हिमाचल में 75 प्रतिशत लोगों को ही दूसरी डोज लग पाई है। अभी देश में गोवा सेकेंड वैक्सीनेशन के मामले में टॉप पर चल रहा है जहां 83 फीसदी पात्र आबादी का संपूर्ण वैक्सीनेशन हो चुका है।

हिमाचल सरकार ने 30 नवंबर तक सभी पात्रों को दूसरी डोज लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए लोगों को घर-घर वैक्सीन लगाने की भी योजना है। अब वैक्सीन लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन भी जरूरी नहीं है। सरकार की ओर से अभियान में तेजी लाई जा रही है मगर स्थिति ऐसी ही रही तो शायद ही 30 नवंबर तक सभी के संपूर्ण वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल हो पाएगा।

माना जा रहा है कि इस कमी की एक वजह यह भी हो सकती है कि कोरोना काल में घर आए लोग अब हालात सुधरने पर बाहरी राज्यों में काम और पढ़ाई आदि के सिलसिले में लौट चुके हैं। वहीं बाकी लोग भी यही सोच रहे हैं कि आराम से वैक्सीन लगवा लेंगे। उन्हें लग रहा है कि आसपास कोरोना की गंभीर स्थिति तो है नहीं। वहीं कुछ लोग अभी भी यह माने बैठे हैं कि कोरोना कुछ नहीं है।

जबकि संपूर्ण वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है और हिमाचल प्रदेश में अभी भी कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। सोमवार को ही हिमाचल में 122 लोग पॉजिविट पाए गए हैं। अभी 1113 एक्टिव केस हैं। अगर कोरोना इसी रफ्तार से फैलता रहा तो और लोगों ने समय पर वैक्सीनेशन नहीं करवाया तो वे खुद कैरियर बनकर उन लोगों के लिए खतरा बन सकते हैं, जिन्होंने शुरुआती दौर में वैक्सीन लगवाई है और अभी उनके शरीर में एंटीबॉडीज कम हो गई हों। इस तरह से कोरोना की नई लहर की शुरुआत हो सकती है।

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