शिमला।। कोरोना वायरस के कारण पैदा हुए संकट से निपटने के लिए भारत सरकार ने 11 विशेष एम्पॉवर्ड ग्रुप्स बनाए हैं ताकि विभागों और मंत्रालयों के बीच समय ख़राब न हो। विशेष शक्तियों वाले इन समूहों का काम विभिन्न इलाक़ों में ज़रूरतों का पता लगाना और उन्हें पूरा करना होगा।
नीतियाँ बनाने, योजनाएं पेश करने, रणनीति बनाने और समय पर उन्हें पूरा करने-करवाने का काम इन्हीं समूहों का होगा। गृह मंत्रालय के आदेश पर आपात परिस्थितियों से निपटने के लिए बनाए गए इन समूहों में हिमाचल प्रदेश कैडर के अधिकारी भी हैं, जो इन दिनों केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर हैं।
डॉक्टर वी पॉल, नीति आयोग के सदस्य
डॉक्टर विनोद पॉल हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के रहने वाले हैं। वह 2017 में नीति आयोग के सदस्य बने थे। वह मेडिकल इमर्जेंसी मैनेजमेंट प्लान समूह का नेतृत्व करेंगे और स्ट्रैटिजिक इशूज़ रिलेटिंग टु लॉकडाउन यानी लॉकडाउन संबंधित रणनीतिक समस्याओं के समाधान के लिए बने समूह में भी शामिल रहेंगे।
डॉ. अमनदीप गर्ग, जॉइंट सेक्रेटरी, कैबिनेट सचिवालय
अमनदीप गर्ग 99 बैच के हिमाचल कैडर के अधिकारी हैं और केंद्र की प्रतिनियुक्ति यानी डेप्युटेशन पर हैं। वह मेडिकल इमर्जेंसी मैनेजमेंट प्लान समूह में शामिल होंगे। जब जेपी नड्डा स्वास्थ्य मंत्री बने थे, तब अमनदीप गर्ग केंद्र के डेप्युटेशन पर गए थे।
भरत एच. खेड़ा, जॉइंट सेक्रेटरी, कैबिनेट सचिवालय
भरत खेड़ा 1995 बैच के हिमाचल कैडर के अधिकारी हैं। वह टेक्नॉलजी एंड डेटा मैनेजमेंट समूह में शामिल हैं।
मीरा मोहंती, निदेशक, कैबिनेट सचिवालय
मीरा मोहंती 2005 बैच की हिमाचल कैडर की आईएएस अधिकारी है। उन्हें पब्लिक ग्रीवैंसेज़ एंड सजेशंस समूह में जगह दी गई है।