शिमला।। जलशक्ति विभाग में फंड के आवंटन और भर्तियों में असंतुलन के आरोपों में घिरी हिमाचल सरकार को विधानसभा में असहज होना पड़ा है। विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि नौकरियां देने और योजनाओं का फंड देने में जलशक्ति विभाग सिर्फ दो विधानसभा क्षेत्रों को तरजीह दे रहा है जबकि बाकी 66 क्षेत्रों की उपेक्षा की जा रही है।
जलशक्ति विभाग में फंड और भर्तियों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा
मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने सदन में सरकार से जल जीवन मिशन और अन्य योजनाओं के लिए बजट के बंटवारे पर श्वेत पत्र लाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि जल जीवन मिशन का बजट बस दो-तीन हलकों में ही बांट दिया गया है जो सही नहीं है। इस पर सीएम जयराम ठाकुर ने मुकेश अग्निहोत्री को टोका और कहा, “बार-बार ऐसी गलत बयानी करना सही नहीं।”
दरअसल सोमवार को कांग्रेस विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आरोप लगाया था कि जलशक्ति विभाग में भर्तियों में मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र सिराज और जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के चुनाव क्षेत्र धर्मपुर के लोगों को तरजीह दी गई है। इसके बाद एक सवाल के जवाब में जलशक्ति मंत्री ने जो आंकड़े दिए थे, उनसे पता चला था कि जल जीवन मिशन का सबसे ज्यादा पैसा भी इन्हीं दो क्षेत्रों में खर्च हुआ है।
जल जीवन मिशन: आधी रकम जलशक्ति मंत्री और सीएम के इलाक़ों में खर्च
इसे लेकर विपक्ष लगातार आक्रामक है। नेता प्रतिपक्ष के सवाल करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष गलत बयान दे रहा है। उन्होंने कहा, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र में पहले कई समस्याएं थीं। अगर यहां कुछ काम किए गए तो इसे अन्यथा नहीं लेना चाहिए।” उन्होंने मुकेश अग्निहोत्री की ओर इशारा करके कहा कि जब वह मंत्री थे तो उन्होंने भी अपने हलके में काम करवाए हैं।
महेंद्र सिंह ठाकुर पर फिर लगा सरकारी गाड़ियों के दुरुपयोग का आरोप