शिमला।।
हिमाचल प्रदेश में अब केबल डालने के लिए सड़कों की खुदाई नहीं की जाएगी। आए दिन हो रहे सड़क हादसों को देखते हुए PWD ने यह फैसला किया है। गौरतलब है कि इन हिमाचल ने जब पिछले दिनों जोगिंदर नगर में हुए बस हादसे की अपने स्तर पर छानबीन की थी, तब पाया था कि हादसे में सड़क किनारे ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने के लिए हुई खुदाई भी बड़ी वजह थी।
प्रदेश लोक निर्माण विभाग ने फैसला किया है कि सड़क किनारे अब सर्विस डक्ट या यूटीलिटी डक्ट बनाए जाएंगे। यानी सड़क किनारे खास नालीनुमा रास्ता बना दिया जाएगा, जिसके ढक्कनों को हटाया जा सकता है। जब भी पुराना केबल रिप्लेस करना होग या किसी तरह का नया केबल डालना होगा, खुदाई की जरूरत नहीं होगी। डक्ट में ढक्कन हटाकर यह काम आसानी से किया जा सकेगा।
इससे न सिर्फ बार-बार खुदाई से सड़कें खराब होने से बचेंगी, कंपनियों को काम करने में भी जल्दी होगी और उनकी लागत कम होगी। साथ ही PWD इन डक्ट्स को इस्तेमाल करने वाली कंपनियों से किराया भी वसूल कर सकेगा।
सर्विस डक्ट तकनीक को फिलहाल ट्रायल बेस पर शिमला और मंडी में शुरू किया जाएगा। अगर इसके रिजल्ट अच्छे आते हैं, तो पूरे प्रदेश में इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश के लिए यह तकनीक बिल्कुल नई है, मगर विदेशों में इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर किया जाता रहा है।
यूरोप और अमेरिका के देशों में यह तकनीक काफी सफल रही है। हिमाचल में कुछ चुनौतियां भी हैं, क्योंकि यहां बरसात में अगर तेज बारिश से मिट्टी बही या भूस्खलन हुआ तो इन डक्ट्स को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए इस प्रॉजेक्ट को बहुत समझदाजी के साथ प्लान करने की आवश्यकता है।
प्रदेश की जर्जर हो चुकी सड़कों और ब्लैक स्पॉट के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं और आम लोगों की जानें जा रही हैं।इन हिमाचल ने बड़े स्तर पर मुहिम चलाते हुए आवाज उठाई थी कि इस तरह सड़कों पर होने वाली खुदई न सिर्फ हादसों की वजह बनती है, सड़कों को नुकसान भी पहुंचाती है।