उपेक्षा की शिकार हिमाचल के जोगिंदर नगर की हॉलेज ट्रॉली

मंडी।। हिमाचल प्रदेश में टूरिजम की अपार संभावनाएं हैं मगर कुछ ही जगहों का विकास टूरिजम के नाम पर हो पाया है और वह भी कुछ खास नहीं है। शिमला, मनाली, कुल्लू और धर्मशाला ही सबसे ज्यादा टूरिस्ट्स (धार्मिक पर्यटन से अलावा) खींचते हैं। हिमाचल प्रदेश में असंख्य वादियां हैं जहां का सौंदर्य ऐसा है कि सिर्फ प्रमोशन की जरूरत है, टूरिस्ट प्लेस के तौर पर वे जगहें खुद ही पॉप्युलर हो जाएंगी। मगर हिमाचल की सरकारें इसे लेकर इतनी लापरवाह हैं कि नई जगहों का विकास करना तो दूर, पुरानी जगहों का भी भट्टा बिठा दिया गया है।

मंडी जिले के जोगिंदर नगर में देश का पहला मेगावॉट क्षमता का हाइड्रो इलेक्ट्रिप पावर हाउस बना था। इसे बनाया था अंग्रेजों ने और वह भी आजादी से कई साल पहले। मशीनें कम होती थीं उन दिनों और संसाधन भी। बरोट में ऊहल नदी के पानी को रोककर वहां से टनल बनाकर इश ओर जोगिंदर नगर में निकालना था और शानन नामक स्थान पर पावर हाउस बनना था। अंग्रेजों ने पहले पठानकोट से जोगिंदर नगर तक रेलवे ट्रैक बिछाया और फिर जोगिंदर नगर के शानन से लेकर ऊपर पहाड़ी तक हॉलेज ट्रॉली सिस्टम स्थापित किया जो दूसरी तरफ बरोट में उतारा गया। इन्हीं के जरिए भारी मशीनरी बरोट पहुंचाई गई और बिजली तैयार की गई। यह अलग बात है कि उस दौर में अंग्रेज इतना कर गए क्योंकि अब इस जगह का भट्ठा बैठा हुआ है।

विंच कैंप से दिखता खूबसूरत नजारा जिसमें बारिश होती हुई दिख रही है।
विंच कैंप से दिखता खूबसूरत नजारा जिसमें बारिश होती हुई दिख रही है।

जिस ट्रॉली को अंग्रेजों ने बनाया था, वह अपनी तरह की एशिया की इकलौती ट्रॉली है। इसमें लोहे के रस्सों के सहारे ट्रॉली को ऊपर खींचा जाता है और ट्रॉली लोहे के ट्रैक पर (जो ट्रेन जैसे होते हैं) ऊपर चढ़ती और उतरती है। पहले यह ट्रॉली बरोट तक जाती थी मगर कई सालों से इसे इस ओर ही रखा जाता था। एक ट्रॉली 18 नंबर तक जाती है और उससे आगे की यहां से विंच कैंप तक। मगर अब इसकी हालत यह है कि खराब हो जाए तो कई महीनों तक बंद रहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि शानन पावर प्रॉजेक्ट अभी पंजाब के पास है। 1925 में जोगिंदर सेन और पंजाब सरकार के बीच इसे लेकर समझौता हुआ था 99 साल की लीज का जो 1924 में खत्म होगी। लीज खत्म होता देख न तो पंजाब सरकार इस पावर हाउस पर ध्यान दे रही है और न ही हिमाचल सरकार से पंजाब से लेने के लिए कभी गंभीर दिखी है। नतीजा यह रहा है कि नुकसान हिमाचल को हो रहा है।

यह ट्रॉली जहां से गुजरती है, रोमांचक नजारा देखने को मिलता है। किसी शख्स ने इसका वीडियो बनाकर यूट्यूब पर शेयर किया है, जिसे देखकर आपको मजा आ जाएगा। मन में यह ख्याल भी उठेगा कि सरकारें कितनी लापरवाह हैं:

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