हिमाचल में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला

शिमला।। अभी कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट आने से प्रदेश को राहत मिली ही थी कि डेल्टा प्लस वेरिएंट की दस्तक ने फिर चिंता बढ़ा दी है। प्रदेश में एक मामले में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है।

हिमालय जैवसंपदा प्रौद्योगिकी संस्थान पालमपुर से कुछ सैम्पल जांच के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इन सैंपलों में से एक में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है। यह कांगड़ा जिला की रहने वाली एक महिला है। सीएमओ कांगड़ा ने बताया कि महिला मरीज़ सुरक्षित है और तेजी से रिकवर कर रही है।

बता दें जिनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए प्रदेश से दिल्ली भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट आनी शुरू हो गई है। हिमाचल प्रदेश से दिल्ली स्थित नेशनल सेंटर फॉर डिजिजिज कंट्रोल लैब में जांच के लिए 1113 सैंपल भेजे गए थे।

गत दिनों ही प्रदेश से भेजे गए 76 सैंपलों में डेल्टा वेरिएंट पाया गया था। इसके साथ ही 109 सैंपलों में यूके स्ट्रेन की भी पुष्टि हुई थी। वहीं आठ सैंपलों में कप्पा स्ट्रेन भी पाया गया था। प्रदेश में बाहरी देशों के स्ट्रेन के मामले आने से स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं बढ़ गयी है।

विशेषज्ञों की माने तो डेल्टा प्लस वैरिएंट कोरोना के बाकी वेरिएंट के मुकाबले फेफड़ों तक जल्दी और आसानी से पहुंच जाता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि ये वेरिएंट ज्यादा संक्रामक है या इससे गंभीर कोरोना हो सकता है।

वहीं दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश पूरी तरह से पर्यटकों के लिए खुल चुका है। प्रदेश में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है। पंजाब, हरियाणा, यूपी, दिल्ली, चंडीगढ़ समेत गुजरात और महाराष्ट्र से सैलानी यहां घूमने आ रहे हैं। ऐसे में जाने-अनजाने में डेल्टा प्लस वेरिएंट के प्रदेश पहुंचने से भी नकारा नहीं जा सकता है।

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