हिमाचल प्रदेश की ये पांच बेटियां सेना में बनीं लेफ्टिनेंट

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शिमला।। आज अच्छी खबर हिमाचल की बेटियों को लेकर। हिमाचल प्रदेश की बेटियों ने सेना में नर्सिंग का एग्जाम निकालकर लेफ्टिनेंट के तौर पर नियुक्ति पाई है। अभी हमारे पास जिन पांच बेटियों की जानकारी मिली है, उसे आपसे साथ शेयर कर रहे हैं:

1. रोहिणी गुशपा

रोहिणी
रोहिणी

सबसे पहले बोत रोहिणी गुशपा की, जो लाहौल-स्पीति से पहली महिला लेफ्टिनेंट बनी हैं। उन्होंने सेना नर्सिंग सेवा पास करके यह कामयाबी हासिल की है। वह 8 फरवरी को जोधपुर के मेडिकल हॉस्पिटल में जॉइनिंग देंगी।

2. मोनिका

मोनिका
मोनिका

अब बात डेढल गांव की मोनिका की। धर्मपुर उपमंडल के सिधपुर पंचायत के डेढल गांव की मोनिका सेना में लेफ्टिनेंट बन गईं हैं। मोनिका इससे पहले स्टाफ नर्स के पद पर भी चुनी गई थीं और उनकी पोस्टिंग नेरचौक मंडी में हुई थीं। उन्होंने बताया कि उनका टेस्ट सितंबर 2016 में लखनऊ में हुआ था, जिसमें उनका चयन हुआ है। वह आठ फरवरी को झारखंड के रांची में सेना में ज्वाइनिंग देंगी।

3. कंचन बाला

Kanchanकंचन बाला भी लेफ्टिनेंट बनी हैं। तहसील बल्ह के मुंदड़ू गांव की कंचन बाला ने मिलिट्री नर्सिंग सर्विस के लिए शॉर्ट सर्विस कमीशन की परीक्षा पास कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कंचन बाला 8 फरवरी 2017 से अपनी सेवाएं देंगी।

4. निशा कुमारी

Nishaबल्ह क्षेत्र की नगर पंचायत रिवालसर के वार्ड नंबर 2 की निशा कुमारी ने सेना में लेफ्टिनेंट बनकर इलाके का नाम रोशन किया है। उन्होंने सेना की राष्ट्रीय परीक्षा सितंबर में लखनऊ में दी थी। उन्होंने इस परीक्षा में देशभर में पांचवां स्थान हासिल किया। वह आठ फरवरी से हिसार में अपनी सेवाएं देंगी।

5. अंजना कटोच

अंजना
अंजना

पालमपुर के अरला गांव की बेटी अंजना कटोच भी सेना में लेफ्टिनेंट बन गईं हैं। अंजना आठ फरवरी को वेस्ट बंगाल के कैल्कुलम में एयरफोर्स के हास्पिटल में बतौर लेफ्टिनेंट ज्वाइनिंग देंगी। अंजना के पिता रंजीत सिंह का 2009 में देहांत हो गया था। वह बीएसएफ में हेड कांस्टेबल थे।

तस्वीरें और जानकारी ‘अमर उजाला’ वेबसाइट के हवाले से आभार सहित