लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आने से पहले ही वीरभद्र विरोधी खेमा दिल्ली में सक्रिय हो गया है। स्वास्थ्य एवं राजस्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स, परिवहन मंत्री जीएस बाली, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री अनिल शर्मा और प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली में डटे हुए हैं।
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‘इन हिमाचल’ ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट में बताया था कि अगर लोकसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए अनुकूल नहीं रहते हैं, तो वीरभद्र सिंह को सीएम की कुर्सी गंवानी पड़ सकती है। इन आशंकाओं को और बल मिलता दिख रहा है। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और उनकी कैबिनेट के सीनियर मंत्री दिल्ली गए थे। हिंदी अखबार ‘पंजाब केसरी’ की खबर के मुताबिक मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह तो मंगलवार देर शाम शिमला लौट आए, लेकिन बाकी लोग दिल्ली में ही रुके हुए हैं।
बाली, कौल सिंह और स्टोक्स की एक पुरानी तस्वीर(Courtesy: Indian Express) |
अखबार के मुताबिक एक दिन के दिल्ली दौरे के बाद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह मंगलवार देर शाम शिमला पहुंचे। पहले वह हेलिकॉप्टर से आने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के चलते उन्हें बाइ रोड शिमला आना पड़ा। अपने दिल्ली दौरे के दौरान उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला समेत कई पार्टी नेताओं के साथ मुलाकात की। बाकी नेता दिल्ली में ही डटे हुए हैं।
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माना जा रहा है कि वीरभद्र का विरोधी खेमा एकजुट होकर अभी से उनका पत्ता साफ करने की कोशिशों में जुट गया है। सूत्रों के मुताबिक यह धड़ा आलाकमान को यह विश्वास दिलाने की कोशिश कर रहा है कि अगर वीरभद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाता है तो इससे पार्टी में बिखराव नहीं होगा।