चंडीगढ़।।
ज्योति मर्डर केस में फंसे हिमाचल प्रदेश के दून विधानसभा क्षेत्र से विधायक राम कुमार चौधरी समेत 12 आरोपी सबूतों के अभाव में रिहा हो गए हैं। कोर्ट ने इस मामले पर फैसला सुनाते हुए कहा कि विधायक और अन्य पर लगाए गए आरोपों को पुलिस साबित नहीं कर पाई है, इसलिए इन्हें बरी किया जाता है।
अदालत का फैसला आने के बाद कोर्ट परिसर में काफी संख्या में विधायक चौधरी के समर्थक जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे। फैसला आने के बाद विधायक चौधरी ने कहा कि जब मैंने कोई अपराध किया ही नहीं है तो वह साबित कैसे होगा।
चौधरी ने ज्योति के साथ करीबी संबंधों की बात कबूल की थी |
गौरतलब है कि पंचकुला के बहुचर्चित ज्योति हत्याकांड में हिमाचल के दून विधानसभा क्षेत्र से विधायक राम कुमार ने पुलिस के सामने ज्योति रानी की हत्या का गुनाह कबूल लिया था, जिसके बाद से वह रिमांड पर थे।
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क्या था मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राम कुमार चौधरी ने पुलिस को बताया था कि वह जून, 2010 में ज्योति के संपर्क में आए थे और दोनों के बीच अन्तरंग संबंध विकसित हो गए। इसके बाद से दोनों सहमति से एक-दूसरे के साथ व्यक्तिगत रूप से तथा फोन पर संपर्क में रहे।
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राम कुमार चौधरी ने पुलिस को बताया था कि वह जून, 2010 में ज्योति के संपर्क में आए थे और दोनों के बीच अन्तरंग संबंध विकसित हो गए। इसके बाद से दोनों सहमति से एक-दूसरे के साथ व्यक्तिगत रूप से तथा फोन पर संपर्क में रहे।
ज्योति की तस्वीर दिखाते उसके परिजन
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पंजाब केसरी में छपी खबर के मुताबिक इस बीच ज्योति गर्भवती हो गई और चंडीगढ़ के सेक्टर-20 में जिंदल नर्सिंग होम में उसका अबॉर्शन करवाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान राम कुमार चौधरी वहां पर ज्योति के पति के हैसियत से मौजूद थे।
ज्योति की बहन की शादी की एक तस्वीर
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रिपोर्ट्स के मुताबिक राम कुमार होशियारपुर में ज्योति की बहन की शादी में भी शामिल हुए थे और उन्होंने ज्योति के बैंक अकाउंट में बड़ी रकम भी जमा करवाई थी।