रेप और हत्या की घटना के बाद बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं लोग: मीडिया रिपोर्ट

शिमला।। प्रदेश के शिमला के कोटखाई में छात्रा से रेप के बाद हत्या को कई घंटे बीत जाने के बाद मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। जिस तरह से होशियार सिंह के मामले में पहले पोस्टमॉर्टम और फिर फरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था, इस मामले में भी पुलिस अभी इसी रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। अब तक पुलिस के हाथ खाली ही हैं।

हिंदी अखबार अमर उजाला की आज ही हेडलाइन कहती है- ’72 घंटे: वहशी दरंदिों का सुराग नहीं खोज सकी स्मार्ट शिमला पुलिस।’ अखबार लिखता है कि पीड़िता के गांव और आसपास के इलाके में ऐसा माहौल है कि महिलाएं और बच्चियां घरों से बाहर नहीं निकल रही हैं। अखबार के मुताबिक सभी दहशत में हैं और बच्चों को स्कूल तक नहीं भेज रहे। ग्रामीण पुलिस से सुरक्षा मांग रहे हैं।

4 जुलाई को स्कूल से घर के लिए निकली यह बच्ची लापता हो गई थी। 6 जुलाई को उसका शव जंगल में नग्न अवस्ता में पड़ा हुआ था। शव के पास शराब की बोतलें भी पड़ी थीं। रेप के बाद हत्या की आशंका जताई गई थी। घटना के चौथे दिन शिमला के एसपी डीडब्ल्यू नेगी घटनास्थल पर पहुंचे। अखबार लिखता है कि गुस्साए ग्रामीणों और परिजनों को आश्वासन के अलावा वह कुछ नहीं दे सके हैं। इस बीच लोग प्रदर्शन भी कर रहे हैं।

एसपी शिमला डीडब्ल्यू नेगी ने कहा है कि पुलिस ने कई पहलुओं पर जांच शुरू कर दी है और आरोपी जल्द ही पकड़ लिए जाएंगे। मैंने खुद मौके का मुआयना किया है और परिजनों को हर संभव कार्रवाई का भरोसा दिया है। टीम अभी भी वहीं पर डटी हुई है।

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