एक ओर राखी दूसरी तरफ खाकी, एक ओर करवाचौथ दूसरी तरफ हॉल्टीकल्चर की जॉब

नेरचौक। एक ओर राखी तो दूसरी तरफ खाकी। एक ओर करवाचौथ तो दूसरी ओर हॉल्टीकल्चर की जॉब। अब बहनें और बीवियां किसे चुनेंगी। यह कशमकश इसलिए है क्योंकि परीक्षाएं आयोजनकर्ता उस दिन तारीख और त्यौहार देखना भूल गए थे। अब इस वजह से सैकड़ों महिलाएं पसोपेश में हैं। इस वजह से परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों और परीक्षाओं के लिए बनाए गए सेंटरों में सेवाएं देने वाले अध्यापक-अध्यापिकाओं ने सवाल खड़े करना शुरू कर दिए हैं।

दरअसल, प्रदेश में 22 अगस्त को रक्षाबंधन वाले दिन ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर तथा 24 अक्टूबर करवा चौथ वाले दिन हॉल्टीकलचर परीक्षा का आयोजन होना है। परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं एवं चिन्हित स्कूलों के अध्यापक-अध्यापिकाएं इन तिथियों के निर्धारण से असमंजस में हैं कि इन त्यौहारों के दिन प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथियां घोषित करना आयोजनकर्ताओं का क्या सही निर्णय है।

himachal traffic police test

22 अगस्त रक्षा बंधन वाले दिन ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर टेस्ट की तिथि वाले त्यौहार वाले दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा का पवित्र धागा कैसे बांधेगीं तथा 24 अक्टूबर को करवाचौथ वाले दिन हॉल्टीकलचर टेस्ट वाले दिन अपने पतियों की लंबी उम्र का कठिन व्रत कैसे रख कामना करेेंगी। वहीं जिन स्कूलों में सेंटर निश्चित किए गए हैं वहां भी विशेष रूप से महिला गुरुजन पसोपेश में हैं कि त्यौहार वाले दिन कैसेे मैनेज करेंगे।

सरकार की तरफ से रहती है छुट्टी

उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा रक्षाबंधन तथा करवाचौथ त्योहार वाले दिन विशेषकर महिला कर्मियों के लिए विशेष रूप से अवकाश घोषित जाता है, ताकि उन्हें इन त्यौहारों को मनाने में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत परेशानी का सामना न करना पड़े और हर्ष उल्लास एवं खुशी खुशी वे अपने परिवार संग इन त्यौहारों का आनंद उठा सकें, लेकिन आयोजकों द्वारा प्रतियोगी एवं प्रवेश परीक्षाओं की तिथियां इस प्रकार से घोषित करना लोगों की भावनाओं को समझने के बजाय ठेंगा दिखाता प्रतीत हो रही है।

क्लर्क भर्ती के लिए हिमाचल से बाहर बना दिया सेंटर

यही नहीं, हिमाचल प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक द्वारा क्लर्क भर्ती के लिए 25 अगस्त को ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन होना। है। इस ऑनलाइन परीक्षा में भी आयोजकों द्वारा बहुत ही विचित्र निर्णय लिया गया है। प्रदेश स्तरीय इस भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली ऑनलाइन परीक्षा के लिए प्रदेश से बाहर चंडीगढ़ में सेंटर बनाया गया है। यह निर्णय भी परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं की समझ से परे हो गया है।

छात्र छात्राओं का कहना है कि कोविड के दौर में इस प्रकार का निर्णय लेना उनकी सेहत से तो खिलवाड़ है ही साथ में ही उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश कोऑपरेटिव बैंक में क्लर्क भर्ती की परीक्षा का केंद्र चंडीगढ़ में बनाना बिल्कुल भी न्यायोचित नहीं है। बैंक की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं ने भी प्रदेश मुख्यमंत्री से चंडीगढ़ में चिंहित सेंटर को कैंसल कर प्रदेश में बनाए जाने की मांग की है।