ग्रेट हिमालयन नैशनल पार्क बन पाएगा यूनेस्को वर्ल्ड हैरिटेज साइट?

नई दिल्ली।।
हिमाचल प्रदेश के ग्रेट हिमालयन नैशनल पार्क को यूनेस्को के वर्ल्ड हैरिटेज साइट के लिए नॉमिनेट किया गया है। यूनेस्को की कमिटी ऑन नेचर की सलाहकार संस्था इंटरनैशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर ने वर्ल्ड हैरिटेड के दर्जे के लिए दुनिया भर के 12 नैचरल और दूसरे स्थल नॉमिनेट किए हैं। हिमाचल का जीएचएनपी उनमें से एक है।

स्नो लेपर्ड(Courtesy: wikispaces.com)

IUCN 15 से 25 जून के बीच कतर के दोहा में आयोजित होने वाली अपनी 38 वीं बैठक में अपनी सिफारिशें पेश करेगी। संस्था कई चर्चाओं और दूसरे कार्यक्रमों में दुनिया भर के नैचरल वंडर्स के संरक्षण के लिए जरूरी कार्रवाई पर चर्चा करेगी।

ग्रेट हिमालयन नैशनल पार्क संरक्षण क्षेत्र पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक है। इसे अपनी शानदार बायो डाइवर्सिटी के लिए जाना जाता है। पिछले साल जीएचएनपी वर्ल्ड हैरिटेड का दर्जा पाने से वंचित रह गया था।

जीएचएनपी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में 754.4 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला हुआ है। इसे राज्य सरकार ने 1999 में वन्यजीवन संरक्षण अधिनियम- 1972 के तहत नैशनल पार्क घोषित किया था। यहां स्नो लेपर्ड, एशियाई ब्लैर बियर और हिमालयन ब्राउन बियर जैसे कई लुप्तप्राय जीव पाए जाते हैं।

जे.पी. नड्डा होंगे बीजेपी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष?

नई दिल्ली।।
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और सीनियर नेता जगत प्रकाश नड्डा को पार्टी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक अगर बीजेपी की सरकार बनी तो मौजूदा अध्यक्ष राजनाथ सिंह कैबिनेट में शामिल होंगे। ऐसे में संगठन की जिम्मेदारी नड्डा को सौंपी जा सकती है। गौरतलब है कि जे.पी. नड्डा ने भी पिछले दिनों साफ किया था कि बीजेपी की सरकार बनने पर वह संगठन में रहना ही पसंद करेंगे।


सभी एग्जिट पोल बता रहे हैं कि बीजेपी नीत एनडीए को बहुमत मिलने जा रहा है। ऐसे में राजनाथ सिंह का मंत्रिमंडल में शामिल होना तय है। बीजेपी सूत्रों का यह भी कहना है कि राजनाथ सिंह को गृह मंत्रालय दिया जा सकता है। ऐसे में उनकी जगह पिछले दिनों राष्ट्रीय राजनीति में तेजी से उभरे नड्डा को अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

इमेज wn.com से साभार

हिमाचल प्रदेश बीजेपी के दिग्गज नेता नड्डा राज्यसभा सांसद हैं और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं। चुनावी माहौल में उन्होंने जिस तरह से पार्टी का कामकाज संभाला, उससे हर कोई प्रभावित है। खास बात यह है कि उनका नाता किसी एक खेमे से भी नहीं जोड़ा जा सकता है। अपनी काबिलियत के दम पर बीजेपी के टिकट आवंटन से लेकर कई फैसलों में उनका दखल रहा है।

‘इन हिमाचल’ को बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्तार अब्बास नकवी भी बीजेपी के अध्यक्ष पद की दौड़ में हैं। मोदी सरकार बनने की स्थिति में अल्पसंख्यकों का भरोसा जीतने के लिए पार्टी उन्हें भी यह जिम्मेदारी दे सकती है। बहरहाल, स्थिति तभी साफ हो पाएगी, जब नई सरकार का गठन होगा।

कांग्रेस नेताओं में मची राहुल को ‘बचाने’ की होड़

नई दिल्ली।।
एग्जिट पोल्स में कांग्रेस की हार के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस चाह रही है कि किसी भी तरह हार

साभार: indiatimes.com

की जिम्मेदारी राहुल गांधी पर न आए। इसके कांग्रेस के सीनियर नेता एक के बाद एक पार्टी उपाध्यक्ष के बचाव में उतर रहे हैं। अब केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने कहा है  कि राहुल गांधी यूपीए सरकार में शामिल नहीं रहे थे, ऐसे में चुनावों के खराब प्रदर्शन के लिए उनके नेतृत्व को दोष देना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन खराब रहता है, तो इसे राहुल की नेतृत्व क्षमता की कमी नहीं समझा जाना चाहिए।

कमलनाथ ने कहा कि सरकार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अपने कामों और उपलब्धियों को जनता तक नहीं पहुंचा पाई। उन्होंने यह भी कहा कि एग्जिट पोल पर भरोसा करना सही नहीं है, क्योंकि पहले के एग्जिट पोल भी बीजेपी के पक्ष में रहे थे, मगर नतीजा कुछ और रहा था।

नतीजों से पहले ही कांग्रेस इस तरह की तैयारी कर रही है कि अगर हार का मुंह देखना भी पड़ा, तो उसकी जिम्मेदारी राहुल पर न पड़े। इससे पहले कांग्रेस नेता शकील अहमद ने भी कहा था कि यह सामूहिक जिम्मेदारी है। इससे पहले कई राज्यों के चुनावों में राहुल के कैंपेन के बावजूद पार्टी को हार मिली थी। उस वक्त भी पार्टी के नेताओं में हार की जिम्मेदारी लेने में होड़ मच गई थी।

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धन्यवाद सहित।
टीम ‘इन हिमाचल’।

आरटीआई ऐक्टिविस्ट देवाशीष भट्टाचार्य पर पत्नी और बेटी ने लगाया बेल्ट से पीटने का आरोप

नई दिल्ली।। आरटीआई के तहत जानकारियां मांगने के लिए चर्चित देव आशीष भट्टाचार्य पर उनकी पत्नी और बेटी ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। ये आरोप ऐसे हैं कि किसी भी आत्मा कांप जाए।

अंग्रेजी अखबार मिड डे ने रिपोर्ट छापी है कि बेटी और पत्नी ने आरटीआई ऐक्टिविस्ट पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है।

अखबार ने ‘Decorated RTI Activist Is A ‘Demon’?’ शीर्षक से समाचार छापा है, जिसे आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं। इसमें लिखा गया है-

“कुछ दिन पहले तक देव आशीष भट्टाचार्य एक आदर्श भारतीय थे. आरटीआई कार्यकर्ता जो सरकारी एजेंसियों की विभिन्न नीतियों को लेकर सवाल पूछते थे और एक मीडिया समूह ने उन्हें ‘सर्वश्रेष्ठ नागरिक’ भी चुना था.

मगर अब उन्हें खुद कुछ सवालों के जवाब देने होंगे। उनकी पत्नी और टीनेजर बेटी ने भट्टाचार्य पर घरेलू हिंसा के आरोप लगाए हैं। 

मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट के सामने दाखिल शिकायत में दोनों ने आरोप लगाया है कि देवाशीष आए दिन बेल्ट और घर की अन्य चीज़ों से उनकी पिटाई करते हैं और गालियां देते हैं।

पत्नी मीनाक्षी ने बयान दिया है, “मुझे लगता है कि वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं क्योंकि उन्हें हमें हमारी पिटाई करने में और गालियां देने में आनंद आता है.”

जिस विभाग में मीनाक्षी काम करती हैं, उसे दी गई शिकायत में उन्होंने लिखा है कि उनके पति ‘लोगों, संगठनों और सरकारी विभागों के विभिन्न अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए आरटीआई ऐक्ट का दुरुपयोग करते हैं।’

जब इस संबंध में फोन पर संपर्क किया गया तो भट्टाचार्य ने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि मामला अदालत में है। मीनाक्षी आरोप लगाती हैं कि उनके  साथ और बेटी स्वाति के साथ उनके पति ‘राक्षस’ जैसा व्यवहार करते हैं।”