भावुक कर देती हैं शहीद आर.के. राणा की बहादुर बेटियों की बातें

इन हिमाचल डेस्क।। फरवरी 2016 में जम्मू से श्रीनगर की ओर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले पर पंपोर के पास आतंकी हमला हुआ था। इसमें शहीद जवानों में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के हवलदार राजकुमार राणा भी थे। जोगिंदर नगर के भराड़ू गांव के राणा की दो बेटियां हैं- अंशिता और कशिश। जब शहीद राणा की पार्थिव देह गांव पहुंची थी, सबका रो-रोकर बुरा हाल था। नन्ही बेटियां हर बार अपने पापा के आने का इंतजार करती थीं। वह आते थे तो खुशी की सारी सीमाएं पार हो जाती थीं। मगर उस दिन ऐसा नहीं हुआ था। बच्चियों का बिलख-बिलखकर बुरा हाल था। अपनों को खोने का दर्द क्या होता है, यह महसूस करना शायद सबसे बस की बात नहीं। मगर युद्ध और उसकी वीभत्सता के बारे में लोगों को बातने और शांति को बढ़ावा देने की कोशिश के तहत Indiatimes वेबसाइट #ChildrenOfTerror नाम से एक सीरीज चला रही है। यह शहीदों के बच्चों से बात करती है और उनके दर्द को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश करती है ताकि शायद उन लोगों का भी दिल पसीजे, जो इन हालात के लिए जिम्मेदार हैं।

इंडियाटाइम्स ने शहीद राणा की बेटी कशिश और अंशिता से बात की है। बेटियां पापा के बारे में बात कर रही हैं तो आंसुओं का सिलसिला थम नहीं रहा। शायद आपके लिए भी उनकी बात सुनते हुए आंसू रोक पाना मुश्किल होता है। बच्ची की रोआंसी आवाज बताती है कि उनके अंदर कितना दर्द है। वे बता रही हैं पापा होते थे क्या-क्या करती थी वे। वे बता रही हैं कि पापा को कैसे मिस कर रही हैं। साथ ही भविष्य की चिंता भी उन्हें सता रही है। उम्मीद है कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के दिल में इस तरह के वीडियो इंसानियत पैदा करें। देखें:

इससे पहले इसी सीरीज के तहत पठानकोट आतंकी हमले में शहीद शाहपुर के संजीवन राणा की बेटी से भी बात की थी। वह वीडियो और भी दर्द भरा है। उसे देखने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं:

रो पड़ेंगे हिमाचल के वीर शहीद की बहादुर बेटी की बातें सुनकर

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