कहां चले गए विदेश से मंगवाए गए सेब के पौधे: अरुण

हमीरपुर।। अक्सर मौजूदा वीरभद्र सरकार पर आरोप लगाने के लिए पहचाने जाने वाले ठाकुर अरुण सिंह ने दो पन्नों की एक लिस्ट अपने फेसबुक पेज पर डाली है, जिसमें कथित रूप से उन लोगों के नाम हैं जिन्हें सेब के पौधे सिर्फ कागजों में मिले हैं। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के छोटे बेटे और बीजेपी पदाधिकारी अरुण ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके विदेशों से मंगवाए गए सेब के पौधों के आवंटन में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। गुरुवार को उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिस्ट डाली है, जिसमें 50 लोगों के नाम हैं।

 

फेसबुक पर इस लिस्ट को शेयर करते हुए अरुण ने लिखा है- “यह रामपुर के लोगों की सूची है, जिन्हें विदेश से मंगाए गए सेब के पौधे केवल काग़ज़ों में मिले। इनके पौधे कोई और ही खा गया। इससे शर्मनाक क्या होगा ?”

 

 

अरुण ने बुधवार को कहा था- ‘केंद्र की मिशन फॉर इंटिग्रेटेड डेवलपमेंट ऑफ हार्टिकल्चर (एमआईडीएच) योजना में बागवानी विभाग ने 25 हजार सेब और चार हजार से अधिक नाशपाति के पौधे विदेशों से आयात किए। जनवरी में 250 रुपये प्रति पौधा एक बागवान को अधिकतम 50 पौधे बेचे गए। मगर विभाग ने जिन किसानों को पौधे बेचने की लिस्ट जारी की है, उनमें अधिकांश को पौधे मिले ही नहीं हैं।’

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