मंडी। इनसान सरकारी नौकरी क्यों करता है ताकि उसकी जॉब सिक्योर हो और समय पर हर महीने पहली तारीख से पहले उसे तनख्वाह मिल जाए। हालांकि हिमाचल पथ परिवहन निगम यानि एचआरटीसी में इसका ठीक उल्टा होता है। यहां काम तो लिया जाता है पर समय से कर्मचारियों को उनकी तनख्वाह मिल जाए इसकी गारंटी नहीं।
आज अप्रैल महीने की 26 तरीख हो गई है। बहुत से कर्मचारियों को अप्रैल महीने की सैलरी भी तीन-चार दिन में क्रेडिट होने वाली है, लेकिन एचआरटीसी के कर्मचारियों को अभी तक मार्च महीने की तनख्वाह भी नहीं दी गई है। ये मुद्दा कई दिनों से उठ रहा था, लेकिन सोशल मीडिया ने एक बार फिर इसमें एक अहम भूमिक निभाई।
तनख्वाह ना मिलने पर एचआरटीसी सुंदरनगर यूनिट के परिचालक द्वारा लिखी गई कविता सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें गद्य-पद्य, छंद कविता के तमाम मानकों में गलती हो सकती है, लेकिन वेतन ना मिलने की टीस बिल्कुल स्टीक है। वायरल हो रहे फोटो के मुताबिक कविता जसवंत सिंह नाम के परिचालक द्वारा लिखी गई है।
परिचालक द्वारा कविता में मां के लिए कुझ बातें लिखी गई हैं, जिसमें घर बुलाने और सैलरी ना आने के दर्ज को कुछ पंक्तियों में समझाया गया है। हालांकि सरकार ने शिक्षकों और शिक्षक विभाग के कर्मचारियों पर तो मीडिया में सरकार की नीति विरोधी बयान देने पर पाबंदी लगा दी है, लेकिन यहां एचआरटीसी के परिचालक ने अपना दर्द बयान करने का पुराना और मार्मिक तरीखा खोज लिया।
आपको बता दें कि यह पहला मौका नहीं जब एचआरटीसी कर्मचारियों को सैलरी के लिए इतना इंतजार करना पड़ा हो। अकसर एचआरटीसी कर्मचारियों और पेंशनर्स को तनख्वाह के लिए लंबा समय तक इंतजार करना पड़ता है। सरकार और विशेषकर परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर इस मुद्दे कितना गंभीर हैं इसका अंदाजा आप नीचे दिए गए लिंक पर उनके जवाब से लगा सकते हैं। यह वीडियो 18 फरवरी कहा है। आपको बता दें कि जनवरी महीने में भी एचआरटीसी कर्मचारियों की तनख्वाह फरवरी महीने के अंत में आई थी।
क्लिक सुनें क्या कहा था उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने (टाइम 8:30 मिनट के बाद)
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