शिमला।।
23 जून को हिमाचल के मुखयमंत्री वीरभद्र सिंह 81 साल के हो गए , सारा दिन बधाई देने वालों का तांता लगा रहा , प्रधानमंत्री नरेंदर मोदी ने भी ट्व्वीटर के माध्यम से वीरभद्र सिंह को बधाई दी। रोपवे के शिलान्यास के दौरान दोपहर को जब मुख्यमंत्रीं वीरभद्र सिंह पूजा में बैठे थे की सिक्योरिटी आफिसर को पकड़ाए हुए उनके फ़ोन पर वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार का फ़ोन आया शांता कुमार ने बधाई देने के लिए वीरभद्र सिंह को फ़ोन किया था।
सिक्योरिटी आफिसर ने देखा की मंत्रोचारण चल रहा है तो शांता कुमार से थोड़ी देर बाद फ़ोन करने को कहा यह बात पूजा में बैठे वीरभद्र सिंह के कानों में पद गयी। मुख्यमंत्री ने तत्काल मंत्रोचारण रुकवाया और फ़ोन हाथ में लेकर शांता कुमार से बात की। वें उनकी बधाई स्वीकार की गौरतलब है की प्रदेश की राजनीति के यह दोनों बुजुर्ग नेता उम्र में भी लगभग बराबर बराबर ही हैं वीरभद्र सिंह शांता कुमार से 3 महीने बड़े हैं। बाद में पत्रकारों से मुस्कुराते हुए मुख्यमंत्री बोले शांता कुमार और हमारे सबंध राजनीति से ऊपर है हमारी लड़ाई वैचारिक है परन्तु रिश्तों में घनिष्ठता उस से बढ़कर है।
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पुराने जानकार कहते हैं की शांता कुमार प्रदेश के लिए जो भी पालिसी लाये। उनकी सरकार जाने के बाद भी वीरभद्र सिंह ने कभी उस से छेड़खानी नहीं की उन्हें कंटिन्यू रक्खा। हिमाचल प्रदेश के एक सीनियर प्राशासनिक आफिसर ने नाम ना बताने की शर्त पर बताया था की नब्बे के दशक में अधिकार काफी हाउस में यह मंत्र करते थे की शांता कुमार अगर मुख्यमंत्री हों और वीरभद्रा सिंह मुख्या सचिव तो हिमाचल प्रदेश यूरोप के बराबर तरक्की कर लेता। शांता कुमार विज़नरी हैं उनके पास प्रदेश हिट की नीत्तियां हैं वहीँ वीरभद्र सिंह एक सख्त एडमिनिस्ट्रेटर है वो जानते हैं अधिकारीयों से काम कैसे समय पर लेना है।